गुजरात में 1500 रुपए में इंजीनियरिंग - नरेंद्र मोदी



भाजपा नहीं, कांग्रेस फैला रही जहर: मोदी
भाइयों-बहनों,
मैं सबसे पहले भाजपा की ओर से आप सभी से माफी मांगना चाहता हूं, मुझे बताया गया कि भीड़ अधिक होने के कारण स्टेडियम के गेट बंद करने पड़े। मैं अभी रास्ते में आ रहा था, तो हजारों लोग स्टेडियम के बाहर खड़े थे। उन्हें अंदर आने का मौका नहीं मिला। मैं उनसे क्षमता मांगता हूं। मैं कोटा वासियों को कहता हूं। स्टेडियम में जगह हो या न हो, मेरे दिल में आपके लिए भरपूर जगह है।

कोटा : भाइयों-बहनों में कोटा कई बार आया हूं। संगठन के कार्य से भी आया हूं, सार्वजनिक सभाएं करने भी आया हूं, लेकिन कोटा ने आज सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। मुझे नहीं लगता निकट भविष्य में आपका यह रिकार्ड को कोई तोड़ पाएगा।
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 कोटा में रहकर पढ़ रहे कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के एक लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स नरेंद्र मोदी के भाषण में फोकस रहे। पहली बार वोट दे रहे वोटर्स को लुभाने के लिए मोदी ने शिक्षा, तकनीक, रोजगार और स्किल डवलपमेंट जैसे मुद्दों पर ज्यादा देर बात की। कोटा को पूरे देश के युवाओं का प्रतीक भी उन्होंने बताया। हालांकि कुछ चीजें ऐसी भी दिखीं, जिनमें पूरी तैयारी का अभाव दिखा। वसुंधरा राजे ने कई बार दोहराया कि कोटा के 5 प्रत्याशियों को जिताएं, जबकि कोटा जिले में 6 प्रत्याशी हैं।

शिक्षा की बात हो या स्किल डवलपमेंट की या फिर रोजगार का मुद्दा हो, भाजपा के स्टार प्रचारक गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बारी-बारी से युवाओं से जुड़े हर मुद्दे को उठाया। कभी गुजरात मॉडल लागू करवाने के बारे में युवाओं से हां बुलवाई तो कभी रोजगार के नाम पर वादा खिलाफी करने पर कांग्रेस से नाता तोडऩे के लिए हाथ उठवाए।

शिक्षा: राजस्थान में इंजीनियरिंग की शिक्षा गुजरात के मुकाबले 30 गुना महंगी बताई और इंजीनियरिंग कॉलेज लगभग दोगुने बताए। यहां फीस 45 हजार बताई। वहीं गुजरात में 1500 रुपए फीस बताई। राजस्थान में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज 10 बताए, तो गुजरात में 19 बताए।

यूथ: कहा कि पूरे संसार की नजरें देश के यूथ पर हैं। 35 साल तक के युवाओं की संख्या 65 प्रतिशत बताई। भारत को संसार को सबसे नौजवान देश बताया।

रोजगार: कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 2009 में 1 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन बाद में वादा खिलाफी की। बताया कि पूरे विश्व में इस समय लाखों इंजीनियर, डॉक्टर, नर्स, शिक्षक, क्राफ्टमैन, प्लंबर, फिटर की जरूरत है, लेकिन तैयार नहीं हो पा रहे।

स्किल डवलपमेंट: इस मामले में गुजरात की तुलना अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से की। कहा कि पूरे देश के लिए इस मद में एक हजार करोड़ रुपए ही खर्च होते हैं, जबकि केवल गुजरात में स्किल डवलपमेंट पर 800 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं।

कोटा: कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक के युवा कोटा में रह रहे हैं। कोटा के माहौल से पूरे देश का मिजाज जाना जा सकता है। स्टूडेंट्स की वजह से कोटा को लघु भारत बताया।

मोदी का भाषण सुनने के लिए जब कई युवाओं को स्टेडियम में घुसने का मौका नहीं मिला, तो वे दीवार फांदकर स्टेडियम में घुस गए।


चुनाव : मैं पहली बार ऐसे चुनाव देख रहा हूं, चुनाव विधायक नहीं लड़ रहे हैं, राजनीतिक दल नहीं लड़ रहे हैं। यह चुनाव जनता जनार्दन लड़ रही है। इमरजेंसी के समय देश के नेता जेल में थे, इंदिराजी ने देश को जेलखाना बना दिया था। मुझे याद है, वह चुनाव भी जनता ने लड़ा था। कांग्रेस को उत्तर भारत से साफ कर दिया था।

गुजरात मॉडल: शिक्षा की स्थिति कैसी होनी चाहिए। हमारे कांग्रेस के मित्र और कुछ कांग्रेस की मदद करने वाले पंडित बार-बार सवाल उठाते हैं। गुजरात का मॉडल गुजरात के बाहर चलेगा क्या। आपको बताना चाहता हूं, राजस्थान में इंजीनियरिंग के दस कॉलेज हैं। गुजरात में 19 हैं। जवाब दो, मॉडल चल सकता है या नहीं। राजस्थान में इंजीनियर कॉलेज की फीस 45 हजार रुपए है। गुजरात में सरकारी इंजीनियरिंग फीस 15 सौ रुपए है। मॉडल चल सकता है, या नहीं।

युवा: देश की 65 फीसदी जनसंख्या 35 साल से कम उम्र की है, हिन्दुस्तान दुनिया का सबसे नौजवान देश है। नौजवान को क्या चाहिए, अवसर चाहिए। आज पूरी दुनिया में लाखों शिक्षक, इंजीनियर और क्राफ्टमैन की जरूरत है। सारे विश्व में मैनपावर चाहिए। भारत पूरी दुनिया को मैनपावर दे सकता है।

सोनिया-राहुल : मैडम सोनिया कल राजस्थान में आई थी, उन्होंने कहा ये भाजपा वाले जहर फैलाते हैं। छह माह पहले जयपुर में कांग्रेस के शहजादे ने जो भाषण दिया था जयपुर में याद होगा। उन्होंने कहा मैं सुबह मां के कमरे में गया, मम्मी रो रही थीं, मम्मी ने कहा बेटा सत्ता जहर होती है। याद है ना। बताइए हिन्दुस्तान में ज्यादा सत्ता में कौन रहा है। यह जहर ज्यादा से ज्यादा किसने डसा है। किसके पेट में ज्यादा में ज्यादा जहर है। गालियां हमें देते हैं।

कांग्रेस: कांग्रेस पार्टी अपना नाम भी बदलती है नीतियां भी बदलती है और निशान भी।
आपने देखा होगा, ये पहले इंडियन नेशनल कांग्रेस थे, फिर इंडिकेट बने, सिंडीकेट बने। आज भी देश में कई सारी कांग्रेस है। समय आने पर जनता को मूर्ख बनाने के लिए वे अपना नाम बदलते रहते हैं। कांग्रेस आई यह आई का मतलब क्या है भाई।

महंगाई : पिछले लोकसभा चुनावों में कहा था कि सौ दिन में महंगाई कम करेंगे। क्या कम हुई। यह वादा खिलाफी नहीं है। मैडम सोनिया यहां आई थीं। उन्होंने महंगाई का 'म' भी नहीं बोला। उनके मुख्यमंत्री महोदय आए, उन्होंने बोला। प्रधानमंत्री आए बोले, शहजादे आए वे बोले। क्यों भाई। गरीब के घर में चूल्हा नहीं जल रहा। कोई उसपर बोलने को तैयार नहीं।

भ्रष्टाचार: कांग्रेस के घर के अंदर करप्शन भरा पड़ा है। जब तक देश कांग्रेस से मुक्त नहीं होगा करप्शन से मुक्त नहीं हो सकता है। आप कभी घर में कोयला ताले में रखते हो। कोई कोयले की चोरी करता है। यह कांग्रेस सरकार कोयला खा गई। कांग्रेस ने जल हो, नभ हो, पाताल हो, आकाश हो पृथ्वी हो। हर लोक में भ्रष्टाचार किया है।

मतदान: दो सौ दिन के बाद लोकसभा का चुनाव होने वाला है। दो सौ दिन के बाद जब दिल्ली सरकार के लिए चुनाव होगा कांग्रेस बचने वाली नहीं है। भाजपा सरकार आने वाली है। आप तय करिए राजस्थान में वसुंधरा जी की सरकार हो, दिल्ली में भाजपा की सरकार हो। आपके तो दोनों हाथ में लड्डू हो जाएंगे। एक दिसंबर को बटन दबाना है। पहले मतदान और फिर जलपान।

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