में प्रधानमंत्री नही प्रधान सेवक हूं - नरेन्द्र मोदी, लाल किले से
में प्रधानमंत्री नही प्रधान सेवक हूं - नरेन्द्र मोदी लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर PM मोदी ने की जातिगत-सांप्रदायिक हिंसा पर रोक लगाने की अपील Friday, August 15, 2014 - भाषा नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वह देश को संसद में बहुमत के आधार पर नहीं बल्कि सहमति के आधार पर चलाएंगे। उन्होंने जातिगत और सांप्रदायिक हिंसा पर 10 वर्ष के लिए रोक लगाने का आह्वान किया। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने आतंकवाद और हिंसा के रास्ते पर चल निकले नौजवानों से अपने हथियार छोड़कर शांति और विकास का रास्ता अपनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री का पद संभालने के तीन माह से भी कम समय के भीतर मोदी ने अपनी सरकार का रोडमैप पेश किया, गरीबों के लिए जनधन योजना का ऐलान किया, जिसमें उनके लिए बीमा की सुविधा भी हो, सांसदों द्वारा आदर्श गांवों का विकास और एक समयसीमा के भीतर खुले में शौच को समाप्त करने की एक योजना का भी ऐलान किया। उन्होंने कारपोरेट घरानों से कहा कि वह अपने सामाजिक दायित्व के तौर पर सरकार के साथ मिलकर काम करते हु