नोटबंदी पर विपक्ष 'गलत जानकारी फैला' रहा है - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी



भावुक PM ने BJP सांसदों से कहा - 
नोटबंदी पर विपक्ष 'गलत जानकारी फैला' रहा है, आप जनता को बताएं सच्चाई
विवेक रस्तोगी द्वारा अनूदित, अंतिम अपडेट: मंगलवार २२ नवम्बर, 2016

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपनी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों को बताया कि नोटबंदी को लेकर विपक्षी दल 'गलत जानकारी फैला' रहे हैं, और उनसे आग्रह किया कि वे इस कदम से होने वाले कई फायदों के बारे में जनता को बताएं. कर चोरी से लड़ने की अपनी योजना के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, "यह शुरुआत है, अंत नहीं..." इसके बाद बीजेपी सांसदों ने 500 तथा 1,000 रुपये के नोटों को बंद कर देने के सरकार के फैसले का समर्थन करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया.

वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि नोटबंदी का फैसला देशहित में लिया गया है 
और हम इस पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। नोटबंदी के फैसले पर सरकार और विपक्ष किसी भी तरह से समझौते के मूड में नहीं दिख रहे हैं। एक तरफ विपक्ष सड़क से लेकर संसद तक इस मामले में हंगामा कर रहा है, दूसरी तरफ सरकार इसे देशहित में लिया गया फैसला बताकर वापस लेने से साफ इनकार कर रही है।
भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में मंगलवार सुबह केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'हम कई बार कह चुके हैं कि नोटबंदी पर बहस के लिए तैयार हैं।' उन्होंने कहा, यह बहुत बड़ा निर्णय है और ऐसा फैसला लेने के लिए सरकार को बहुत हिम्मत की जरूरत थी।
          नोटबंदी के फैसले से देश की जनता को हो रही परेशानी को लेकर विपक्ष संसद और सड़क दोनों जगह जोरदार हंगामा कर रहा है। सरकार ने यह फैसला वापस नहीं लेने की बात कही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से राय मांगी है। उन्होंने अपने NM App पर सीधे जनता से राय मांगी है।

       भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत एवं सतत लड़ाई की शुरुआत बताया।

          जेटली ने कहा कि नोटबंदी का फैसला देशहित में लिया गया है और हम इस पर चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, पूरा देश फैसले का स्वागत कर रहा है। ये एक ऐतिहासिक कदम है। पिछले 70 साल से जो सामान्य (चलता है) चल रहा था उसे रोककर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नया सामान्य (चलता है) गढ़ा।

              उन्होंने कहा, कुछ लोग इस फैसले के प्रति लोगों को बर्गलाने के लिए तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि नोटबंदी के फैसले के बारे में वित्त मंत्री को भी नहीं पता था, फिर वही लोग कहते हैं कि इस फैसले के बारे में बीजेपी को पहले से पता था, दोनों बातें एक साथ कैसे हो सकती हैं।
           उन्होंने कहा, अगले कुछ हफ्तों के लिए हम कृषि क्षेत्र की तरफ ध्यान लगाना चाहते हैं। रबी की फसल का सीजन आने वाला है।

बड़ी राहत: RBI ने होम, कार समेत तमाम लोन के EMI पेमेंट की मोहलत 60 दिन बढ़ायी

भाषा | Updated: Nov 22, 2016

मुंबई
बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के कर्जदारों की नकदी की समस्या को देखते हुए रिजर्व बैंक ने एक करोड़ रुपये तक के होम, कार, ऐग्रिकल्चर एवं अन्य लोन के पेमेंट के लिए 60 दिन का ज्यादा समय दिया है। इस अवधि में बैंकों को ऐसे कर्जों को एनपीए (अवरुद्ध ऋण) की श्रेणी में नहीं दिखाने की छूट होगी। रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में कहा कि यह 1 नवंबर और 31 दिसंबर के बीच पेमेंट की जाने वाली किस्तों (EMIs) पर लागू होगा।

यह छूट उन कर्जदार इकाइयों के लिए भी उपलब्ध है जो एक करोड़ रुपये या उससे कम की कर्ज सीमा के साथ बैंक से कारोबार के रोजमर्रा खर्च के लिए लोन ले रखा है और इसके लिए वर्किंग कैपिटल अकाउंट्स खोल रखा है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि इस छूट से बैंकों और किसी प्रकार की एनबीएफसी के खातें में एक करोड़ रुपए या उससे कम की स्वीकृत सीमा के टर्म बिजनस या पर्सलन लोन को भी इस छूट का फायदा हो गया। ये लोन गारंटी वाले या बगैर गारंटी दोनों तरह के हो सकते हैं। इनमें होम और ऐग्रिकल्चर लोन भी शामिल होंगे।


मामले से जुड़े  ताजातरीन अपडेट
१-जिस समय प्रधानमंत्री अपनी पार्टी के सांसदों को संबोधित कर रहे थे, कांग्रेस के नेतृत्व में 11 विपक्षी दलों ने भी बैठक की, और नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अपनी रणनीति पर विचार-विमर्श किया.
२-नोटबंदी के मुद्दे पर पिछले सप्ताह शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से संसद ठप है, और गुस्साए विपक्षी दल लगातार कामकाज में बाधा डाल रहे हैं. पिछले सप्ताह एक बहस के दौरान वरिष्ठ विपक्षी नेताओं ने सरकार को नकदी की किल्लत से खासतौर से किसानों को होने वाली परेशानी का अंदाज़ा न लगा पाने के लिए आड़े हाथ लिया था.
३-विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री को अपने इस कदम के बारे में राज्यसभा में बोलना चाहिए, जहां सरकार अल्पमत में है. लोकसभा में विपक्ष की मांग बहस के बाद मतदान करवाने की है.
४-सरकार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में नहीं बोलेंगे, बल्कि वित्तमंत्री अरुण जेटली विपक्ष के सभी प्रश्नों का उत्तर देने के लिए तैयार हैं. अरुण जेटली का कहना है कि ऐसा नहीं होने देने से साबित होता है कि विपक्ष इस पहल में सरकार का साथ देने के लिए तैयार ही नहीं है.
५-बुधवार को विपक्षी दल संसद परिसर में ही विशाल विरोध प्रदर्शन करेंगे.
६-पश्चिम बंगाल की मुख्यमत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह मंगलवार को एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगी. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया की भी अपनी आम आदमी पार्टी का एक मार्च लेकर संसद तक जाने की योजना है.
७-विपक्ष की योजना आम आदमी को हो रही नकदी की किल्लत के खिलाफ एक देशव्यापी बंद आयोजित करने की भी है.
८-सोमवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी एक एटीएम के बाहर लगी लंबी लाइन में खड़े हुए थे, और कहा था कि जनता को हो रही इन दिक्कतों से बचा जा सकता था, अगर प्रधानमंत्री ने विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा किया होता.
9-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नकदी संकट को खत्म करने के लिए जनता से 50 दिन का समय मांगा है, और आश्वासन दिया है कि नोटबंदी के इस कदम से आने वाले समय में काफी फायदा होगा.

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