मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की बड़ी सौगात : गैंता-माखीदा उच्च स्तरीय नदी पुल
कितनी ही सरकारें आईं गई सबने माना पूल जरुरी है मगर यह अत्यंत आवश्यक पूल चंबल नदी पर दिया राजस्थान की यशस्वी मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे जी ने ! धन्यवाद माननीया वसुंधरा राजे जी !
- अरविन्द सिसोदिया , जिला महामंत्री , भाजपा कोटा शहर ! 94141 80151 / 95095 59131
कल चंबल नदी पर पुल की आधारशिला रखेंगी
सीएम राजे, 120 करोड़ में होगा तैयार
हाड़ौती अंचल के अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कोटा और बूंदी जिलों की बरसों पुरानी उम्मीदों की आधारशिला रखेंगी.कोटा जिले के गैंता और बूंदी जिले के माखीदा गांवों को आपस में जोड़ने वाले गैंता-माखीदा पुल की रविवार को रखी नींव जाएगी. चम्बल नदी पर 120 करोड़ की लागत से बन रहे पौने दो किलोमीटर से लंबे इस पुल के निर्माण की मांग दोनों जिलों के लोग बरसों से कर रहे थे और पिछले प्रदेश बजट में ही मुख्यमंत्री ने इस पुल के निर्माण की घोषणा कर दी थी.
पुल का शिलान्यास कार्यक्रम बूंदी के माखीदा और कोटा के गैंता में नदी के दोनों तरफ होगा और दोनों ही समारोहों में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मौजूद रहेंगी, लेकिन राजे इस शिलान्यास समारोह से पहले रविवार को कोटा के कॉमर्स कॉलेज में श्री-श्री रविशंकर के कोचिंग छात्रों के साथ संवाद के एक कार्यक्रम में भी शरीक होगी.
सुबह 9.30 बजे के आसपास कोटा पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री का पहले श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम में शरीक होने और इसके बाद कोटा एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर से उड़ान भरके 12.30 बजे कोटा जिले के इटावा उपखंड के गैंता में और बाद में बूंदी जिले के माखीदा में चम्बल नदी पर प्रस्तावित इस पुल का शिलान्यास समारोह में शरीक होने का कार्यक्रम हैं.
कार्यक्रम के बाद 15 जनवरी की शाम को ही मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर से वापस जयपुर रवाना होने का कार्यक्रम है.
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गैंता-माखीदा पुल
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे चम्बल नदी पर राज्य राजमार्ग संख्या एक (झालावाड़ सीमा से मथुरा वाया इटावा-गैंता-माखीदा -लाखेरी-इन्द्रगढ़-सवाईमाधोपुर-गंगापुर सिटी) पर गैंता जिला कोटा व माखीदा जिला बून्दी के बीच 120 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले बहुप्रतीक्षित उच्च स्तरीय नदी पुल के निर्माण कार्य का शिलान्यास रविवार को करेंगी। इस पुल के निर्माण से कोटा, बारां, सवाईमाधोपुर व बून्दी जिलों के निवासियों के लिए दूरी कई किलोमीटर कम हो जाएगी और वर्ष पर्यन्त आवागमन सुगम हो सकेगा। इस पुल के निर्माण के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग के कोटा वृत्त में एक विषेष समर्पित डिविजन एवं दो सब डिविजन का गठन किया गया है।
सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने बताया कि इस नदी पुल के निर्माण से सवाई माधोपुर, लाखेरी की तरफ से इटावा, बारां, झालावाड़ एवं षिवपुरी (मध्य प्रदेश) की तरफ जाने के लिए करीब 70 किलोमीटर की दूरी कम तय करनी पडे़गी। पुल के निर्माण से बूंदी जिले के माखीदा, पीपलदा, थाग, खाखटा, बड़हावली, बगली, गोहाटा, कोटा खुर्द, लबान, पापड़ी, नयागांव, जाड़ला, खेड़ली देवजी, खरायता, डपटा, डडवाना, रामगंज और बड़ाखेड़ा की करीब 22 हजार की आबादी और कोटा जिले के गैंता, अमल्दा, कीरपुरा, नोनेरा, खरबन, खेड़ली नोनेरा, नारायणपुरा, डउवाड़ा, बमूलिया कलां, बमूलिया खुर्द, रघुनाथपुरा, राजपुरा, उम्मेदपुर, सोपुरा एवं हवाखेड़ली के करीब 16 हजार लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। इन गांवों के अलावा इटावा व लाखेरी क्षेत्र के अन्य गांवों के ग्रामवासियाें को निर्बाध आवागमन, समय व ईधन की बचत के साथ पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।
कोटा जिले के गैंता के ग्रामवासियो को रेल व सडक यात्रा के लिए 55 किलोमीटर और बारां से वाया कोटा लाखेरी आने वालों को भी 62 किलोमीटर कम चलना पडे़गा। बूंदी के निवासियों को मध्यप्रदेश के लिए इटावा खातोली श्योपुर होते हुए कम दूरी तय करनी पडे़गी।
अभी गैंता के ग्रामवासियों को करीब 75 किमी दूरी तय कर कोटा रेलवे स्टेशन आना पडता है। पुल निर्माण से गैंता से लाखेरी की दूरी 20 किमी रह जायेगी। बारां से लाखेरी वाया कोटा की दूरी 150 किमी है। अब बारां से लाखेरी वाया मागरोल इटावा गैता माखीदा की दूरी 88 किमी ही रह जाएगी। इस पुल के निर्माण से समय व ईधन की बचत के साथ ही पूरे क्षेत्र मे विकास को गति मिलेगी। श्री खान ने बताया कि इस पुल के निर्माण की क्षेत्रीय निवासियों द्वारा लम्बे समय से की जा रही मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अपने बजट भाषण वर्ष 2015-16 में इसकी घोषणा की थी। यह पुल मई 2018 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
पुल निर्माण के लिए विशेष डिविजन, दो सब डिविजन का गठन
सार्वजनिक निर्माण मंत्री खान ने बताया कि चम्बल नदी पर बनाए जाने वाले पुल के निर्माण के लिए सानिवि कोटा वृत्त के अधीन एक समर्पित डिविजन एवं दो सब डिविजन का गठन किया गया है।
1563 मीटर लम्बा होगा पुल
चम्बल नदी पर इस पुल की लम्बाई 1563 मीटर होगी। गेता की तरफ 1.50 किमी व माखीदा की तरफ 0.60 किलोमीटर की 7 मीटर चैड़ी अप्रोच सड़क का निर्माण किया जाएगा। पुल के निर्माण में 37.2 मीटर लम्बाई के 42 स्पान लगाए जाएंगे।
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गैंता-माखीदा पुल निर्माण शुरू, मई 18 तक पूरा होगा
Bhaskar News Network | Nov 27, 2016,तीसवर्ष के लंबे इंतजार के बाद अब इटावा क्षेत्र के लोगों का बड़ा सपना साकार होगा। कोटा-बूंदी के बीच गैंता-माखीदा के पास चंबल नदी पर 102 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल का काम शुरू कर दिया गया है। शनिवार को विधायक विद्याशंकर नंदवाना ने ब्रिज कंपनी सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया।
विधायक ने कहा कि मई 2018 तक तय समय में इस पुल को पूरा कराने का प्रयास होगा। विधायक के साथ उपजिला प्रमुख मनोज शर्मा, पालिका चेयरमैन धर्मेंद्र आर्य, उपाध्यक्ष भरत पारेता, शहर मंडल अध्यक्ष चैनसुख मित्तल, खातौली मंडल अध्यक्ष प्रतापसिंह, भूपेंद्रसिंह हाड़ा, गजेंद्र गोयल, शैलेंद्र सिंह हाड़ा, केएल मीणा, मंडी डायरेक्टर श्याममीणा डोरली, पवन नंदवाना, नंदबिहारी पारेता, नरेश खंडेलवाल सहित अनेक सदस्य साथ रहे।
प्रदेश का सबसे लंबा होगा पुल
ब्रिजकॉरपोरेशन खंड बूंदी के अधिशासी अधिकारी आरपी शर्मा ने बताया कि गैंता-माखीदा चंबल नदी पर बनने वाला पुल अभी तक का प्रदेश का सबसे लंबा पुल होगा। पुल की लंबाई 1562.4 मीटर होगी, जो करीब डेढ़ किमी से अधिक होगी।
इसके अलावा पुल के माखीदा की ओर 600 मीटर एप्रोच सड़क गैंता की ओर डेढ़ किमी ऐप्रोच सड़क बनेगी। पुल में 42 स्पान बनेंगे जो 37.2 मीटर के होंगे। पुल की चौड़ाई 12 मीटर की होगी, जिसमें पुल अंदर से सात मीटर चौड़ी होगी।
मई2018 तक होगा पूरा
3नवंबर से कार्य शुरू हो गया है। पुल निर्माण में 102 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा एप्रोच सड़क में कोटा बूंदी के 48 किसानों की करीब 20 हैक्टेयर भूमि आवाप्त की गई है, जिनको 1 करोड़ 37 लाख का मुआवजा दिया जा रहा है। वहीं विभाग द्वारा न्यायालय की शर्तो के अनुसार लगभग 18 करोड़ की राशि वन विभाग को स्थानांतरित की जा चुकी है।
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सांसद श्री नारायण पंचारिया जी ने लिया मुख्यमंत्री की सभा की तैयारियों का जायजा
इटावा। क्षेत्र में रविवार को होने वाले 120 करोड़ की लागत से बनने वाले गैंता-माखीदा पुल के शिलान्यास व मुख्यमंत्री की सभा की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को राज्य सभा सांसद नारायण पंचारिया व विधायक विद्याश्कर नंदवाना ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक ली। कस्बे में सांसद पंचारिया व विधायक नंदवाना ने आस्था महाविद्यालय ग्राउंड में पहुंचकर वहां अधिकारियों के साथ हेलीपेड़ का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने मंडी परिसर में सभा स्थल का जायजा लिया और व्यवस्थाओं को लेकर वहां मौजूद अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
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गेता-माखीदा चम्बल नदी पुल से घटेगी तीन जिलों की दूरी,
120 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा पुल
जयपुर, 18 सितम्बर। चम्बल नदी पर कोटा व बून्दी जिलों के बीच गैता (जिला कोटा) व माखीदा (जिला बून्दी) के बीच 120 करोड़ रुपए की लागत से उच्च स्तरीय नदी पुल के निर्माण से कोटा, बारा व बून्दी जिलों के निवासियों के लिए दूरी कई किलोमीटर कम हो जाएगी और वर्ष पर्यन्त आवागमन सुगम हो सकेगा। इस पुल के निर्माण को गति देने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग के कोटा वृत्त में एक विशेष समर्पित डिविजन एवं दो सब डिविजन बनाए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। फिलहाल पुल की निविदा प्रक्रिया जारी है।
सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री यूनुस खान ने बताया कि इस पुल के निर्माण से बून्दी जिले के लाखेरी, लबान, रामगंज, प्रतापगढ, भरवली, खकता, सुमेरगंजमण्डी व कोटा जिले के गेता, कीरपुरा, हवाखेडली, अमलदा, बम्बुलिया खुर्द, बम्बुलिया कला, रधुनाथपुरा, इटावा, पीपलदा कला, खातौली आदि गांवो को आवागमन की सीधी सुविधा मिलेगी।
कोटा जिले के इटावा (गैंता) के ग्रामवासियों को रेल व सड़क यात्रा के लिए 55 किलोमीटर और बारा से वाया कोटा लाखेरी आने वालों को भी 62 किलोमीटर कम चलना पडे़गा। बूंदी के निवासियों को मध्यप्रदेश के लिए इटावा खातोली श्योपुर होते हुए कम दूरी तय करनी पडे़गी।
अभी कोटा जिले के गैंता के ग्रामवासियों को करीब 75 किमी दूरी तय कर कोटा रेलवे स्टेशन आना पडता है। पुल निर्माण से गैंता से लाखेरी की दूरी 20 किमी रह जायेगी। बारां से लाखेरी वाया कोटा की दूरी 150 किमी है। अब बारां से लाखेरी वाया मागरोल इटावा गैता माखीदा की दूरी 88 किमी ही रह जाएगी। इस पुल के निर्माण से समय व ईधन की बचत के साथ ही पूरे क्षेत्र मे विकास को गति मिलेगी। श्री खान ने बताया कि इस पुल के निर्माण की क्षेत्रीय निवासियों द्वारा लम्बे समय से की जा रही मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने अपने बजट भाषण वर्ष 2015-16 में इसकी घोषणा की थी।
पुल निर्माण के लिए विशेष डिविजन, दो सब डिविजन का गठन
सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री खान ने बताया कि चम्बल नदी पर बनाए जाने वाले पुल के निर्माण के लिए सानिवि कोटा वृत्त के अधीन एक समर्पित डिविजन एवं दो स ब डिविजन का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि सानिवि पीएमजीएसवाई वल्ड बैंक डिविजन अकलेरा, सक्रिल झालावाड़ को स्थानांतरित कर उसका नाम ब्रिज प्रोजेक्ट डिविजन कोटा कर दिया गया है। यह सानिवि वृत्त कोटा के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करेगा। इसी प्रकार सहायक अभियंता मनरेगा बूंदी के कार्यालय को स्थानांतरित कर इसका नाम सानिवि ब्रिज प्रोजेक्ट सब डिविजन-प्रथम एवं सहायक अभियंता मनरेगा झालावाड़ के कार्यालय को स्थानांतरित कर इस पद का नाम सानिवि ब्रिज प्रॉजेक्ट सब डिविजन-द्वितीय कोटा कर दिया गया है। इन दोनों सब डिविजन कार्यालयों को भी पीडब्ल्यूडी ब्रिज प्रॉजेक्ट डिविजन कोटा के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन रखा गया है।
1563 मीटर का होगा पुल
चम्बल नदी पर इस पुल की लम्बाई 1563 मीटर होगी। गेता की तरफ 1.50 किमी व माखीदा की तरफ 0.60 किलोमीटर की अप्रोच सड़़क का निर्माण किया जाएगा। पुल के निर्माण में 33 मीटर लम्बाई के 42 स्पान लगाए जाएंगे। -
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