हिन्दू धर्म ने दुनिया को शांति का पाठ पढ़ाया : इवांका ट्रम्प





डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी की हिन्दू धर्म के बारे में राय 
जानकर सेक्युलरों की हो जायेगी बोलती बंद!
http://www.newstrend.news
नई दिल्ली – आपको शायद पता होगा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका अर्ब हिन्दू समुदाय को लुभाने के लिए अपने पिता के साथ मंदिर में दिवाली मनायी थी। यह पहला मौका था जब राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन या डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के परिवार का कोई सदस्य मंदिर में गया था। लेकिन अब एक ऐसी ख़बर आ रही है जिससे देश के सेक्युलर खेमे में खलबली मच जाएगी। दरअसल इवांका ने कहा है की, “मैं हिन्दू धर्म से बेहद प्रभावित हूँ तथा ये दुनिया का एक मात्र धर्म है जो मानवनिर्मित नहीं है”। Donald trump daughter celebrate Diwali.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी ने वर्जिनिया में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ मंदिर में दिवाली मनाई थी। क्योंकि वर्जिनिया राष्ट्रपति चुनाव के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण था और यहां का भारतीय अमेरिकी समुदाय पारंपरिक रूप से वह डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करता रहा है। राष्ट्रपति चुनाव को दो शीर्ष उम्मीदवारों के परिवार से किसी मंदिर में जाने वाली इवानका पहली सदस्य थीं।

ट्रम्प की बेटी ने हिन्दू मंदिर में मनाई थी दिवाली –
इवांका ने अमरीका के वर्जिनिया में स्थित हिन्दू मंदिर में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा अर्चना किया था। आपको बता दें कि सनातन धर्म के बारे में इवानका के विचार भी बहुत अच्छे हैं। इवांका ने कहा था की, “मैं हिन्दू धर्म से बेहद प्रभावित हूँ तथा ये दुनिया का एक मात्र धर्म है जो मानवनिर्मित नहीं है”।  इवांका ने ये भी कहा की, “अमरीका एक आधुनिक देश है, जहाँ लोग मन की शांति के लिए योग, और ध्यान को करते है जो की हिन्दू संस्कृति है, हिन्दू धर्म ने दुनिया को शांति का पाठ पढ़ाया है, और मैं दीपावली पर पूजा कर शांति को प्राप्त करना चाहती हूँ”।
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान “आइ लव हिंदूज” और “अबकी बार ट्रम्प सरकार” जैसे स्लोगन का इस्तेमाल किया था।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया

रामसेतु (Ram - setu) 17.5 लाख वर्ष पूर्व

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism

सृष्टि का सृजन ही, ईश्वर की वैज्ञानिकता की अभिव्यक्ति है - अरविन्द सिसोदिया

राहुल, आँख मारने से, धक्का मुक्की तक, अशोभनीय हरकतें