मुख्यमंत्री दोरजी खांडू कहाँ हैं ?
- अरविन्द सिसोदिया
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू, एक मुख्यमंत्री जो एक संवेदन शील राज्य से सम्बद्ध है , ४ दिन से गायव है ..! अभी तक हम ढूँढ नहीं सके ..? हमारी कार्य क्षमता पर यह एक बड़ा प्रश्न चिन्ह तो है ही ..???? यह वह प्रान्त है जिस पर चीन की कुदृष्टि है .., एक हेलिकोप्टर पहले भी गिर चुका है ..!! सच जाना जाये ..!!!!!
ईटानगर।।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू समेत पांच लोगों के साथ शनिवार को लापता हुए पवन हंस हेलिकॉप्टर की तलाश लगातर चौथे दिन भी खराब मौसम के कारण नहीं हो पाई।
एयरफोर्स के दो एमआई-17 हेलिकॉप्टरों ने सेला दर्रे के आसपास के इलाकों के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन 45 मिनट बाद ही उन्हें खराब मौसम के कारण लौटना पड़ा। हेलिकॉप्टर पाए जाने की संभावना वाले स्थानों तक के लिए सेना और अद्ध सैनिक बलों के 3 हजार जवान भी आज रवाना हो गए, लेकिन इस दुर्गम इलाके में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण उनकी राह काफी मुश्किल हो गई है।
दोरजी की खोज के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे केंद्रीय मंत्री वी. नारायणसामी ने बताया कि सुखोई विमानों और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ) के उपग्रहों द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के आधार पर हेलॉकाप्टर मिलने की संभावना वाले सात क्षेत्र चिह्नित किए गए हैं। इनमें से एक जगह पड़ोसी देश भूटान में भी है।
उन्होंने बताया कि इन सात स्थानों में से दो जगह पर तलाशी अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम नहीं दिया जा सका लेकिन भूटान में स्थित जगह तक सैनिकों के देर शाम तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि भूटान वाले तलाशी अभियान के बारे में जानकारी मिलने में अभी वक्त लगेगा।
भारतीय सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल और सीमा सडक संगठन के तीन हजार से भी अधिक प्रशिक्षित जवान इस तलाशी अभियान में लगे हुए हैं। इसके अलावा स्थानीय क्षेत्रों के एक हजार लोगों को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया गया है।
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23 लोगों को ले जा रहे पवन हंस के एक हेलिकॉप्टर में मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में उतरने के दौरान आग लग गयी और वह खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पवन हंस के सूत्रों ने कहा कि हेलिकॉप्टर पर सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के बारे में तुरंत कोई जानकारी नहीं मिल पायी है।
सूत्रों के मुताबिक, इस हेलिकॉप्टर ने गुवाहाटी से दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर उड़ान भरी थी। वह तवांग की एक पहाड़ी पर बने हेलीपैड के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वह 15 मीटर की ऊंचाई से एक खाई में जा गिरा।
हेलिकॉप्टर पर 2 बच्चों सहित 18 यात्री सवार थे। उसके पांच सदस्यीय चालक दल में कैप्टन वरुण गुप्ता और कैप्टन तिवारी शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, बचाव अभियान जारी है।
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