कांग्रेस में सब चोर ही चोर : नितिन गडकरी
- arvind sisodia
- अरविन्द सिसोदिया
- अरविन्द सिसोदिया
जयपुर,
जागरण संवाद केंद्र।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भ्रष्टाचार के मामले में सोमवार २ मई २०११ को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को घेरते हुए कहा कि इन दोनों के ही इशारे पर भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार की फिल्म के निर्माता, निर्देशक मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी है। कांग्रेस का नारा है लुटो और लुटने दो।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे देश में लूट मची है और यह सब दिल्ली में बैठे कांग्रेस के आला नेताओं के इशारे पर हो रहा है। पार्टी अध्यक्ष की कमान संभालने के 17 माह बाद राजस्थान के पहले दौरे पर आए गडकरी ने जयपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार और महंगाई के मामले में केंद्र सरकार को जमकर घेरा।
मनमोहन सिंह को लाचार प्रधानमंत्री बताते हुए गडकरी ने कहा कि वे हर मामले में कहते है मुझे किसी बात का पता नहीं है। चाहे 17,600 करोड़ रुपये का 2जी स्पैक्ट्रम घोटाला हो या फिर 76 हजार करोड़ रुपये का कॉमनवेल्थ खेलों का घोटाला हो सभी मामलों में फाइल पर प्रधानमंत्री ने मंजूरी दी है, इसलिए वे बच नहीं सकते। कॉमनवेल्थ खेलों की हर फाइल पर प्रधानमंत्री ने हस्ताक्षर किए है। सुरेश कलमाड़ी की हर बात को मंजूरी देने वाले मनमोहन सिंह है फिर अकेले कलमाड़ी दोषी नहीं हो सकते। देश में कुशल कारीगर और विशेषज्ञ होने के बावजूद विदेशों से बड़ी रकम देकर कारीगर बुलाए गए। मजदूर भी विदेश से बुलाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि देश को लुटने का काम कांग्रेस कर रही है। भ्रष्टाचार के मामले में पीएसी जब कांग्रेस के चेहरे से पर्दा उठाने लगी तो फिर सोनिया ओर मनमोहन सिंह के कहने पर कांग्रेसी सदस्यों ने हंगामा कर दिया। आतंकवाद की चर्चा करते हुए गडकरी ने कहा कि देश के हालात बहुत खराब है। देश को आतंकवाद से बचना होगा। पाकिस्तान और आईएसआई आतंकवादियों को खुला समर्थन दे रही है। भारत के साथ सीधी लड़ाई में तो पाकिस्तान तीन बार हार चुका, लेकिन अब आतंकवादियों के माध्यम से गुप्त युद्ध चला रहा है।
एक तरफ अमेरिका ने अपने देश में हमला करने वाले ओसामा बिन लादेन को मार कर ही दम लिया, वहीं हमारे देश की संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरू को हम आज तक फांसी पर नहीं लटका सके, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में निर्णय दे दिया।
भाजपा को कार्यकर्ता आधारित पार्टी बताते हुए गडकरी ने कहा कि एक तरफ जहां भाजपा में मुझ जैसे कार्यकर्ता को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का मौका मिला, वहीं कांग्रेस में गांधी परिवार के अलावा कोई अध्यक्ष बन ही नहीं सकता,यह तो मां-बेटे की पार्टी है। सरकार चलाने वाले कैबिनेट मंत्री पी.चिदंबरम और प्रणव मुखर्जी प्रधानमंत्री बनने की तो सोच सकते है, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष बनने की नहीं सोच सकते। देश में एक हजार पार्टियां है। इनमें से 50 पार्टी बड़ी है और इनमें से भी अधिकांश में परिवारवाद है। केवल भाजपा में ही लोकतंत्र है। राजस्थान भाजपा में पिछले कुछ समय से चल रहे आंतरिक खींचतान की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि नेता और कार्यकर्ता गुटबाजी नहीं करे। सभी मिलकर पार्टी के लिए काम करें। मै किसी नेता के कहने पर टिकट नहीं देता हूं,पूरा सर्वे कराऊंगा और फिर टिकट दिया जाएगा। इसलिए सभी को दिल्ली के चक्कर काटने के बजाय अपने क्षेत्र में काम करना चाहिए। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर लगे भ्रष्टाचार और परिवारवाद के आरोपों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह सब दिल्ली में बैठे कांग्रेसी नेताओं के कहने पर हो रहा है। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर राज्य को पिछड़ा प्रदेश बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि करीब ढाई साल के कार्यकाल में ना तो कोई बड़ी योजना अमल में आई और ना ही युवाओं को रोजगार दिया गया। राजस्थान को बीमारूप्रदेश बना दिया। भाजपा सरकार में शुरू हुई विकास योजनाओं को भी बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए हमने विजन डाक्यूमेंट बनाकर काम किया था,लेकिन यहां तो कोई सोच ही नहीं है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। दो दिन के जयपुर दौरे पर आए गडकरी ने शाम को भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं के कोर ग्रुप की बैठक ली। कोर ग्रुप की बैठक में राज्य भाजपा में चल रही गुटबाजी को खत्म करने की हिदायत दी।
पिछले दिनों कुछ प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर उठे विवाद को शांत कराने की हिदायत भी उन्होंने राज्य के नेताओं को दी। गडकरी मंगलवार को विधायक और सांसदों के साथ बैठक करेंगे।
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* भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष नितिन गडकरी के अनुसार राजस्थान में भाजपा अगला नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे के नेतृत्व में लडेगी , जबकि संगठनात्मक विस्तार का जिम्मा प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी पर रहेगा |
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पत्रिका . कॉम
जयपुर।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों से बहुत पहले ही सोमवार को कार्यकर्ताओं को साफ-साफ बता दिया कि वे नेताओं के कहने पर टिकट नहीं देंगे, बल्कि काम और ताकत के आधार पर टिकट देंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को यह नसीहत भी दी है कि वे गुटबाजी नहीं करें और जमीन पर ईमानदारी से काम करें। कार्यकर्ता सम्मेलन में गडकरी ने कहा कि मैं सबकी कुण्डली जानता हूं, एक-एक जिले की रिपोर्ट मेरे पास है।
मेरे यहां रिसर्च विंग काम करती है। मैं किसी के कहने पर कोई गलत निर्णय नहीं करता। आपको दिल्ली-जयपुर चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। इमानदारी से सबके साथ न्याय होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे जिस बूथ, गांव, पंचायत में काम कर रहे हैं, वहां संगठन का विस्तार करें।
अफजल का सवाल : भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने लादेन के मारे जाने के बाद एक बार फिर अफजल गुरू को फांसी पर नहीं लटकाने पर सवाल उठाया। कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कांग्रेस सरकार पर धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया।
मेरे यहां रिसर्च विंग काम करती है। मैं किसी के कहने पर कोई गलत निर्णय नहीं करता। आपको दिल्ली-जयपुर चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। इमानदारी से सबके साथ न्याय होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे जिस बूथ, गांव, पंचायत में काम कर रहे हैं, वहां संगठन का विस्तार करें।
अफजल का सवाल : भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने लादेन के मारे जाने के बाद एक बार फिर अफजल गुरू को फांसी पर नहीं लटकाने पर सवाल उठाया। कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कांग्रेस सरकार पर धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया।
मां-बेटे की पार्टी
गडकरी ने कांग्रेस को मां-बेटे की पार्टी करार दिया। उन्होंने सोनिया गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस में एक मालकिन है और बाकी सब नौकर। मैडम का आदेश मिलेगा तो सब काम करेंगे। कांग्रेस और भाजपा में तुलना करते हुए वे बोले, कांग्रेस नेताओं की पार्टी है, जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं की। भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है जहां मेरे जैसा कभी पोस्टर चिपकाने वाला कार्यकर्ता भी अध्यक्ष बन सकता है। कांग्रेस में प्रणव मुखर्जी या पी.चिदम्बरम प्रधानमंत्री बनने की तो सोच सकते हैं, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बारे में नहीं सोच सकते।
राजे ने गहलोत पर छोड़े तीर
प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे ने सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए खूब व्यंग्यवाण छोड़े। गहलोत का नाम लिए बगैर वे बोलीं, ये समझते हैं कि हम डरकर मैदान छोड़कर भाग जाएंगे पर भागने वाले नहीं हैं। यह भाजपा का परिवार है। मैंने नहीं मीडिया ने सबूतों के साथ आरोप लगाए हैं। ध्यान रहे कि जब अंगुली किसी की तरफ उठाते हैं तो बची चार अंगुलियां खुद की तरफ होती हैं।
जब खुद का घर साफ नहीं हो तो दूसरों पर कीचड़ नहीं उछालना चाहिए। मैं पहले भी कहती थी बार-बार मुम्बई क्यों जाते हैं। इन बातों का समय आने पर जनता जवाब देगी। ऎसे गांधी के राज में 8 दिन बाद ही खजाना खाली हो गया। पैसे की कमी नहीं है पर इच्छाशक्ति होनी चाहिए। राज्य को फिर से गड्ढे में धकेला जा रहा है। जो प्रजा के दुख को नहीं समझ सके, ऎसे राजा को कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि भांग, डोडा, पोस्त पर वेट क्यों हटाया। राजे ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे एकजुट होकर पूरी ताकत से भाजपा और गडकरी के हाथ मजबूत करें।
त्राहि-त्राहि मची है-चतुर्वेदी :
गडकरी ने कांग्रेस को मां-बेटे की पार्टी करार दिया। उन्होंने सोनिया गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस में एक मालकिन है और बाकी सब नौकर। मैडम का आदेश मिलेगा तो सब काम करेंगे। कांग्रेस और भाजपा में तुलना करते हुए वे बोले, कांग्रेस नेताओं की पार्टी है, जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं की। भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है जहां मेरे जैसा कभी पोस्टर चिपकाने वाला कार्यकर्ता भी अध्यक्ष बन सकता है। कांग्रेस में प्रणव मुखर्जी या पी.चिदम्बरम प्रधानमंत्री बनने की तो सोच सकते हैं, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बारे में नहीं सोच सकते।
राजे ने गहलोत पर छोड़े तीर
प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे ने सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए खूब व्यंग्यवाण छोड़े। गहलोत का नाम लिए बगैर वे बोलीं, ये समझते हैं कि हम डरकर मैदान छोड़कर भाग जाएंगे पर भागने वाले नहीं हैं। यह भाजपा का परिवार है। मैंने नहीं मीडिया ने सबूतों के साथ आरोप लगाए हैं। ध्यान रहे कि जब अंगुली किसी की तरफ उठाते हैं तो बची चार अंगुलियां खुद की तरफ होती हैं।
जब खुद का घर साफ नहीं हो तो दूसरों पर कीचड़ नहीं उछालना चाहिए। मैं पहले भी कहती थी बार-बार मुम्बई क्यों जाते हैं। इन बातों का समय आने पर जनता जवाब देगी। ऎसे गांधी के राज में 8 दिन बाद ही खजाना खाली हो गया। पैसे की कमी नहीं है पर इच्छाशक्ति होनी चाहिए। राज्य को फिर से गड्ढे में धकेला जा रहा है। जो प्रजा के दुख को नहीं समझ सके, ऎसे राजा को कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि भांग, डोडा, पोस्त पर वेट क्यों हटाया। राजे ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे एकजुट होकर पूरी ताकत से भाजपा और गडकरी के हाथ मजबूत करें।
त्राहि-त्राहि मची है-चतुर्वेदी :
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि हमने जो कहा, वह पूरा करके दिखाया पर अब जनता महसूस कर रही है कि वह ठगी गई। लोगों को पानी-बिजली नहीं है, जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। मुख्यमंत्री हर कार्यक्रम में एक लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कहते हैं पर ढाई साल में ढाई नौकरियां भी नहीं दी। ये कड़ी से कड़ी जोड़ने की बात करते थे पर कड़ी तो भ्रष्टाचार की जुड़ी है। अब मंत्री और अधिकारियों पर ही नहीं, मुख्यमंत्री के बेटे-बेटियाें पर भी आरोप लग रहे हैं। सम्मेलन को कई अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया। प्रदेश महामंत्री सतीश पूनिया ने कार्यक्रम का संचालन किया।
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भास्कर .कॉम
जयपुर.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि राजस्थान में अगला चुनाव नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। वे राजस्थान की सबसे लोकप्रिय नेता हैं। यह बात मेरे व्यक्तिगत और पार्टी की जानकारियों में आ चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए किसानों, महिलाओं और निर्धन तबके लिए काफी अच्छी योजनाएं लागू की थीं।
जनसभाओं में आज भी लोग उनको भरपूर तवज्जो देते हैं। अगले चुनाव में लोग उनके नेतृत्व में पार्टी को भारी बहुमत से सत्ता में लाएंगे और कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। गडकरी ने सोमवार को दैनिक भास्कर के जयपुर कार्यालय में भास्कर संपादकीय टीम के साथ हुए अपने खुले संवाद में हर तरह के सवालों के खुलकर जवाब दिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और वसुंधरा राजे की टीम चुनाव में थंपिंग मेज्योरिटी से जीत दिलाएगी। प्रदेश में चल रही अंदरूनी खींचतान को दूर कर लिया गया है। पूरी टीम अब एकजुट है। उनका कहना था कि भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार और केंद्र की यूपीए सरकार बेहद बदनाम हो चुकी हैं।
जनसभाओं में आज भी लोग उनको भरपूर तवज्जो देते हैं। अगले चुनाव में लोग उनके नेतृत्व में पार्टी को भारी बहुमत से सत्ता में लाएंगे और कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। गडकरी ने सोमवार को दैनिक भास्कर के जयपुर कार्यालय में भास्कर संपादकीय टीम के साथ हुए अपने खुले संवाद में हर तरह के सवालों के खुलकर जवाब दिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और वसुंधरा राजे की टीम चुनाव में थंपिंग मेज्योरिटी से जीत दिलाएगी। प्रदेश में चल रही अंदरूनी खींचतान को दूर कर लिया गया है। पूरी टीम अब एकजुट है। उनका कहना था कि भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार और केंद्र की यूपीए सरकार बेहद बदनाम हो चुकी हैं।
नेताओं की विश्वसनीयता में गिरावट:
इस सवाल पर कि जब राजनेता भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाते हैं तो कोई नहीं आता और जब अन्ना हजारे जैसा कोई गैरराजनीतिक व्यक्ति आंदोलन करता है तो जनता क्यों साथ देती है, गडकरी ने कहा कि राजनेताओं की विश्वसनीयता में गिरावट आई है। भ्रष्टाचार समाज के हर क्षेत्र में है और इसे नष्ट करना हमारा मिशन है। इसलिए मैं सभी से कहता हूं कि पहले ईमानदारी से पैसा कमाओ, फिर राजनीति में आओ। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं, सभी राजनीतिक दलों में अच्छे और ईमानदार लोग आगे आएं।
भाजपा में पीएम मैटिरियल वाले कई लोग: भाजपा सत्ता में आई तो क्या वे प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे, सवाल पर गडकरी ने कहा कि वे किसी पद के दावेदार नहीं हैं। भाजपा में पीएम मैटिरियल वाले पांच-छह लोग हैं।
कांग्रेस में सब चोर ही चोर:
भाजपा में पीएम मैटिरियल वाले कई लोग: भाजपा सत्ता में आई तो क्या वे प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे, सवाल पर गडकरी ने कहा कि वे किसी पद के दावेदार नहीं हैं। भाजपा में पीएम मैटिरियल वाले पांच-छह लोग हैं।
कांग्रेस में सब चोर ही चोर:
गडकरी ने कहा कि कांग्रेस में सब चोर ही चोर भरे हैं, इसलिए वह कभी किसी को निकालती है तो कभी किसी को। भाजपा में जब कोई भ्रष्ट है ही नहीं तो हम किसके खिलाफ कार्रवाई करें। गडकरी कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा से इस्तीफा मांगने और उसके बाद ढिलाई दिखाने से संबंधित सवाल का जवाब दे रहे थे।
मेरा मिजाज जरा गर्म:
मेरा मिजाज जरा गर्म:
गडकरी ने कहा, मेरा मिजाज जरा गर्म है। उग्रता मेरे स्वभाव में है, लेकिन मैं हर समय जमीन पर रहता हूं। मैं हवा में नहीं उड़ता। मैं दिखावा नहीं करता, इसलिए राजनेताओं की तरह प्रोफेशनल ड्रेस नहीं पहनता। पार्टी में आने वाली सभी समस्याओं का प्रबंधन कर लेता हूं। हमारी पार्टी डेमोक्रेटिक है। मैं एमबीए ग्रेजुएट हूं।
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