रघुपति राघव राजाराम


रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम.

सीताराम सीताराम,
भज प्यारे तु सीताराम.

इश्वर अल्लाह तेरो नाम,
सबको सन्मति दे भगवान

जय रघुनंदन जय सीयाराम
जानकी वल्ल्भ सीताराम


It is believed that as a “traditional” bhajan it was popularized, by Acharya Vishnu Digambar Paluskar, which is based on a mantra by the 17th century Marathi saint-poet Ramdas. The language is Hindi.

The version popularized by Mahatma Gandhi is:

रघुपति राघव राजाराम , पतित पावन सीताराम

सीताराम सीताराम, भज प्यारे तू सीताराम

ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सब को सन्मति दे भगवान

Transliteration:

Raghupati Raghav raja Ram, patit pavan Sita Ram
Sita Ram Sita Ram,Bhaj pyare tu Sitaram
Ishwar Allah tere naam, Saab ko Sanmti de Bhagavan

Translation:

Lord Rama, Chief of the house of Raghu
Uplifters of those who have fallen, (O divine couple) Sita and Rama
Beloved, praise Sita and Rama
God or Allah is your name
Lord, bless everyone with wisdom

Sometimes these are added:

जय रघुनंदन जय सिया राम जानकी वल्लभ सीताराम

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