राष्ट्रद्रोही प्रशांत भूषण पर कार्यवाही क्यों नहीं ...?





- अरविन्द सीसौदिया , कोटा, राजस्थान 
दूध मांगो दूध देगें , 
कश्मीर मांगा तो चीर देंगें।।
यह नारा हमारे देश में निरंतर गूंज रहा है। यह देश की आवाज है।।
जम्मू और कश्मीर, भारत का अभिन्न अंग आज से नहीं हजारों साल से है। 
.....जम्मू और कश्मीर,प्रशांतभूषण का बटुआ नहीं है। जो बे किसी को भी दे दें.....!!!

जब जम्मू और कश्मीर में कोई शत्रु हमारी सीमा में घुसने की कोशिश करता है तो हमारा सैनिक उसे गोली मार देता है। हमारा सैनिक मर जाता है मिट जाता है मगर जीते जी दुश्मन को देश में घुसने नहीं देता ।  प्रशांत भूषण ने देशहित, संविधन और भारतीय कानूनों की सीमाओं का लगातार उल्लंघन किया है। उन्हे सजा क्यों नहीं दी गई जो जनता को कानून अपने हाथ में लेना पडा.....?
कुछ  समय पूर्व प्रशांत भूषण कोटा राजस्थान में आये थे। मीसावंदियों के कार्यक्रम में,तब भी वे इस मुद्दे पर पिटते पिटते बचे थे। अब नई दिल्ली में ही देशद्रोही प्रशांत भूषण की पिटाई हो गई। यह इसलिये हुआ कि दिल्ली  और कई राज्यो में भारत से जम्मू और कश्मीर को आजाद करने की बकालत करते फिर रहे थे । मगर भारत सरकार और राज्य सरकारों को प्रशांत भूषण पर राष्ट्रद्रोह के अपराध में गिरिफतार नहीं किया । यदि समय रहते इस तरह के देशद्रेहियों को गिरफतार कर लिया जाये तो जनता को कानून अपने हाथ में लेने की जरूरत ही क्यों पडे ? असल अपराधी तो भारत में अरूधंतीराय और प्रशांत भूषण जैसे गद्दारों से देशहित ,संविधान और कानून की रक्षा करने में विफल राजनेता है।
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नई दिल्ली.टीम अन्ना के सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण पर बुधवार को तीन युवकों ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में स्थित उनके चैंबर में घुसकर तीन व्यक्तियों ने मारपीट की,जिनमें से एक व्यक्ति को मौके पर ही पकड़ लिया गया। दो अन्य व्यक्ति मौके से फरार होने में सफल रहे,जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस सूत्नों ने यहां बताया कि पकड़े गए व्यक्ति का नाम इन्दर वर्मा है और वह दिल्ली के बुराड़ी का रहने वाला है।सूत्नों के मुताबिक भूषण पर यह हमला उस समय किया गया जब वह लॉयर्स चैम्बर स्थित कमरा नम्बर 301 में एक निजी चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे।
तीनों युवक कश्मीर को लेकर भूषण के बयान पर उनसे चर्चा करने आए थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर तीनों युवक उतेजित हो गए तथा उनसे मारपीट करने लगे। भूषण को चिकित्सीय जांच के लिए स्थानीय राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां जांच के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई ।
इस घटना से कानूनविदों में रोष व्याप्त है।
हमला करने वालों युवकों के नाम हैं- तेजिंदर पाल सिंह बग्गा,विष्णु गुप्ता और इंदर वर्मा । पुलिस ने इन्द्र वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है जबकि तेजेंद्र पाल सिंह बग्गा और विष्णु दत्त मौके से फरार होने में कामयाब रहे । प्रशांत भूषण ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करा दी है।
तेजिंदर पाल सिंह ने अपने आप को भगत सिंह क्रांति सेना नाम के संगठन का सदस्य बताया है। वहीं गिरफ्तार युवक इंदर वर्मा खुद को श्रीराम सेना कादिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बता रहा है।
बताया जाता है कि तीनों ने प्रशांत भूषण के चैंबर में घुसने से पहले वहां पर्चियां बांटी जिसमें लिखा है, ' तुम कश्मीर तोड़ोगे, हम तुम्हारा सिर तोड़ देंगे।' फिर उनसे बात की और बाद में उनके साथ मारपीट की।
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कुछ प्रतिक्रियाएं facebook  पर ..........
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Sanjay Mandyal
prashant bhushan has constantly incited disaffection with india state through his utterances which is punishabl;ew offence under section 123a of ipc apart from this he has been raising bogey of return of troops from kashmir valley and advocating seccession of j&K FOR INDIAN UNION so that massacre of hindus and sihks is done by rabid islamic fundamentalists DOES ANY LAW APPLY TO HIM or shanti bhushan for fraudulent land deal by this family no BUT STRONG LAWYERING GROUP THEY have created think s they atre above laW NOI BODY IS ABOVE LAW NOT EVEN BHUSHANS 

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Venkatesh Sharda - i will with you mr arvind
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Alok Singhai - अरविंद जी कश्मीर पर इतने जोशीले नारे लगाने वाले साथियों के प्रयासों के बावजूद आज तक कश्मीर भारत का अंग नहीं बना है. वहां भारत का कानून शत प्रतिशत लागू नहीं होता है.कश्मीर का घोषित विलय तो अटलजी की सरकार भी नहीं कर पाई.इसलिए प्रशांतभूषण की दलीलों का विरोध करने के बजाए हम लोग यूपीए सरकार की नीतियों का विरोध करें तो ज्यादा उचित होगा. कश्मीर के मौजूदा हालात पर नियंत्रण पानी की कीमत देश को क्या चुकानी पड़ रही है जरा इस पर भी गौर कीजिए. प्रशांतभूषण तो यही कह रहे हैं कि यदि आप कश्मीर को भारत में नहीं मिला सकते तो उसे आजाद कर दीजिए. कम से कम दुविधा तो छोड़िए. चीन ने तिब्बत का विलय कर लिया हम कश्मीर का पूरी तरह विलय करके ये असमंजस की स्थिति क्यों नहीं हटाना चाहते.आखिर कब तक इस राजनीति की कीमत देश भुगतता रहेगा.
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Punyatma Kalyan Dwivedi - Mante hain ki Prashant Bhushan ko Thappad marna galat tha , Lekin usse jayada hairan is baat se ki abhi tak Des ke kisi bhi neta ne Prashant Bhushan ke statement ke Ninda nahi ki - Ise ham Durbhagaya samjhe ye Anna Team ka Dar
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Reena Satin - Cong ke Rashid Alvi Star News pe kah chuke hain keh Kashmir pe unkee raaye se sarkaar ittefaaq naheen rakhtee. Sun leejiye..

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