राष्ट्रपति ने भंग की 15वीं लोकसभा



15वीं लोकसभा भंग, 

ईसी ने राष्ट्रपति को सौंपी नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची

Sunday, May 18, 2014

नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज 15वीं लोकसभा तत्काल प्रभाव से भंग कर दी। इस प्रकार नये सदन के गठन से पहले की औपचारिकता पूरी हो गयी। चुनाव आयोग ने 16वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची राष्ट्रपति को सौंप दिया है। सूची में सभी 543 सदस्यों के नाम हैं जो मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति को सौंपा।

राष्ट्रपति भवन के प्रेस सचिव वेणु राजामणि ने बताया कि राष्ट्रपति ने कैबिनेट की सलाह मान ली है और संविधान के अनुच्छेद-85 के प्रावधान-2 के उप प्रावधान-बी के तहत 15वीं लोकसभा भंग करने के आदेश पर आज दस्तखत कर दिये।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में निवर्तमान केन्द्रीय मंत्रिमंडल की कल हुई अंतिम बैठक में राष्ट्रपति को 15वीं लोकसभा तत्काल प्रभाव से भंग करने की सलाह दी गयी थी। उसके बाद संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर कैबिनेट का फैसला उन्हें सौंपा। 16वीं लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने अपने दम पर 282 सीटें हासिल कर बहुमत पा लिया है। कांग्रेस केवल 44 सीटें ही जीत पायी।
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राष्ट्रपति ने भंग की 15वीं लोकसभा
http://www.p7news.tv/country/23246-president-dissolved-15th-lok-sabha.html
नई दिल्ली। पी7ब्यूरो।भाषा
18 May 2014

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज 15वीं लोकसभा तत्काल प्रभाव से भंग कर दी। इस प्रकार नये सदन के गठन से पहले की औपचारिकता पूरी हो गयी।

राष्ट्रपति भवन के प्रेस सचिव वेणु राजामणि ने बताया कि राष्ट्रपति ने कैबिनेट की सलाह मान ली है और संविधान के अनुच्छेद-85 के प्रावधान-2 के उप प्रावधान-बी के तहत 15वीं लोकसभा भंग करने के आदेश पर आज दस्तखत कर दिये।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में निवर्तमान केन्द्रीय मंत्रिमंडल की कल हुई अंतिम बैठक में राष्ट्रपति को 15वीं लोकसभा तत्काल प्रभाव से भंग करने की सलाह दी गयी थी। उसके बाद संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर कैबिनेट का फैसला उन्हें सौंपा।

सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने अपने दम पर 282 सीटें हासिल कर बहुमत पा लिया है। कांग्रेस केवल 44 सीटें ही जीत पायी। चुनाव आयोग अब 16वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची राष्ट्रपति को सौंपेगा।

सूची में सभी 543 सदस्यों के नाम हैं जो मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय चुनाव आयोग राष्ट्रपति को सौंपेगा।

मनमोहन सिंह को राष्ट्रपति की भावीभीनी विदाई

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मनमोहन सिंह को भावभीनी विदाई दी और सिंह के नौकरशाही के दिनों से प्रधानमंत्री बनने तक के चार दशक लंबे सफर में अपने जुड़ाव का स्मरण किया।

कल रात्रिभोज में मुखर्जी ने कहा कि ऐसे मौकों पर बोलने का प्रचलन नहीं है लेकिन वह सामान्य चलन से हटेंगे क्योंकि वह जिस भद्र पुरूष को गुड बाय कहने जा रहे हैं, उसने चार दशक से अधिक समय तक उनके साथ काम किया है।

मुखर्जी ने बताया कि वह सिंह से तब मिले थे, जब वह 1974 में जूनियर वित्त मंत्री बने। राष्ट्रपति ने कहा कि महत्वपूर्ण आर्थिक मुद्दों पर उनकी पकड़ से वह खुश हैं।  

निवर्तमान कैबिनेट मंत्रियों और 15वीं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज की मौजूदगी में मुखर्जी ने सिंह की सराहना की और कहा कि देश 1991 के दौरान आपके योगदान को याद रखेगा, जब आपने आर्थिक सुधारों में नया रास्ता अपनाया था । नब्बे के दशक में विकास का नया चरण आया, जब भारत ने विकास दर के मामले में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।

मुखर्जी ने ही अस्सी के दशक में सिंह की भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में नियुक्ति की थी। मुखर्जी ने सिंह की सलाह लेने और विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के दौरान मिले समर्थन के मामले में खुद को भाग्यशाली बताया।

सिंह ने राष्ट्रपति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस मौके पर यदि वह भावुक हो जाएं तो उन्हें क्षमा कर दिया जाए। सिंह ने मुखर्जी के साथ अपनी लंबी मित्रता का जिक्र किया।

सिंह ने कहा कि उन्होंने योजना आयोग में सदस्य सचिव के रूप में और फिर आरबीआई गवर्नर के रूप में मुखर्जी के साथ काम किया। राष्ट्रपति संप्रग में अत्यंत महत्वपूर्ण सहयोगी रहे और सबसे अनुभवी एवं वरिष्ठ मंत्री के रूप में बोझ बांट लेते थे।

निवर्तमान सरकार के सदस्यों को राष्ट्रपति के यहां पंजाबी कड़ी पकौड़ा से लेकर, गलावटी कबाब, मुर्ग निहारी, मछली के व्यंजन, अंजीर के कोफ्ते और पनीर पसंदा जैसे व्यंजन परोसे गये।

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