अशोक चक्र : लांस नायक शहीद मोहन नाथ गोस्वामी





अशोक चक्र पाने वाले लांस नायक मोहन नाथ ने अंतिम 11 दिनों में ढेर कर दिए थे 10 आतंकी
कर्नल एसडी गोस्वामी के मुताबिक, गोस्‍वामी ने अपनी जिंदगी के अंतिम 11 दिनों में कश्मीर घाटी में तीन आतंकवाद निरोधी अभियानों में सक्रिय भाग लिया था, जिसमें 10 आतंकवादी मारे गए थे और एक जिंदा पकड़ा गया था।

जनसत्ता ऑनलाइन,नई दिल्‍ली | January 26, 2016

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को लांस नायक मोहन नाथ गोस्वामी की पत्‍नी को अशोक चक्र सम्‍मान सौंपा गया।

सेना के विशेष बल के कमांडो शहीद लांस नायक मोहन नाथ गोस्वामी को उनकी वीरता के लिए अशोक चक्र से सम्‍मानित‍ किया गया है। वह आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्‍होंने जिस अदम्‍य साहस का परिचय दिया, वह कभी न भुलाने वाला है। वह पिछले साल सितंबर में शहीद हुए थे। लांस नायक गोस्‍वामी ने प्राण त्‍यागने से पहले चार आतंकियों को ढेर किया। इनमें दो को उन्‍होंने खुद मारा, जबकि गोली लगने के बाद भी दो अन्‍य मारने में साथियों की मदद की। खुद घायल होने के बाद भी वह अपने दो घायल साथियों को सुरक्षित स्‍थान लेकर आए थे। उन्‍होंने जिंदगी के आखिरी 11 दिनों में 10 आतंकियों को ढेर कर दिया था। लांस नायक गोस्‍वामी पिछले साल उत्‍तरी कश्‍मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए थे। वह सेना के उस ऑपरेशन में भी शामिल थे, जिसमें लश्‍कर-ए-तोयबा का आतंकी सज्‍जाद अहमद जिंदा पकड़ा गया था।

कर्नल एसडी गोस्वामी के मुताबिक, गोस्‍वामी ने अपनी जिंदगी के अंतिम 11 दिनों में कश्मीर घाटी में तीन आतंकवाद निरोधी अभियानों में सक्रिय भाग लिया था, जिसमें 10 आतंकवादी मारे गए थे और एक जिंदा पकड़ा गया था। प्रवक्ता ने बताया कि लांस नायक गोस्वामी 2002 में सेना के पैरा कमांडो से जुड़े थे। उन्होंने पिछले साल मीडिया से बात करते हुए बताया था कि लांस नायक ने अपनी इकाई के सभी अभियानों में भाग लिया था। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद निरोधी कई सफल अभियानों का वह हिस्सा रहे थे। उन्होंने बताया, पहला अभियान खुरमूर, हंदवारा में 23 अगस्त को अंजाम दिया गया था। इस अभियान में पाकिस्तानी मूल के लश्कर-ए-तैयबा के तीन कट्टर आतंकवादी मारे गए थे।

उन्होंने कश्मीर के रफीयाबाद अभियान में स्वेच्छा से भाग लिया। यह अभियान दो दिनों 26 और 27 अगस्त तक चला। इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन और आतंकवादी मारे गए। उन्होंने बताया कि इस अभियान में पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ के रहने वाले लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी सज्जाद अहमद उर्फ अबू उबैदुल्ला को जिंदा पकड़ा गया था।

लांस नायक गोस्वामी का तीसरा अभियान कुपवाड़ा के पास हफरूदा का घना जंगल था। यह उनका अंतिम अभियान साबित हुआ, लेकिन इस अभियान में चार आतंकवादियों को मार गिराया गया। लांस नायक गोस्वामी नैनीताल में हल्द्वानी के इंदिरा नगर के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी भावना गोस्वामी  और सात साल की बेटी है।
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नई दिल्ली : सेना की 9 पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडो मोहन गोस्वामी आज हमारे बीच नहीं हैं. लेकिन, देश उनकी वीर गाथा को हमेशा याद रखेगा. लांस नायक गोस्वामी को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा जाएगा. राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने दिवंगत की पत्नी भावना गोस्वामी को सम्मान सौंपा.
पिछले साल 2-3 सितंबर की रात सेना की टुकड़ी ने कुपवाड़ा जिले के हंदवारा के जंगल में आतंकियों को घेरा. दोनों तरफ से जबर्दस्त मुठभेड़ हुई. लांस नायक गोस्वामी आतंकियों पर टूट पड़े औऱ दो आतंकियों को तुरंत मार गिराया. इस बीच गोस्वामी के 3 साथियों को गोली लगी.
लांस नायक गोस्वामी कश्मीर में महज 11 दिन तैनात रहे लेकिन 11 दिनों की छोटी सी अवधि में उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ कई ऑपरेशन में हिस्सा लिया. जिसमें 10 आतंकी मारे गए. इसमें लश्कर ए तैयबा से जुड़ा बड़ा आतंकी भी शामिल था. लांस नायक मोहन गोस्वामी को ABP ऩ्यूज का सलाम.

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