सरहद की रक्षा जरूरी या दुश्मन से बात ? - नरेंद्र मोदी


मोदी ने पूछा, सरहद की रक्षा जरूरी या दुश्मन के हुक्मरान से बात
नवभारतटाइम्स.कॉम | Sep 26, 2013
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तिरुचिरापल्ली।। बीजेपी के पीएम कैंडिडेट और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली की रैली में पाकिस्तान से बातचीत को लेकर केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने पूछा कि आखिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह आतंकवाद के बढ़ावा देने वाले देश के हुक्मरान से बातचीत टालने तक की नहीं सोच पाते?

मोदी ने रैली में आए लोगों से सवाल करते हुए कहा कि पाक सैनिकों द्वारा हमारे जवानों और निर्दोष नागरिकों को मारा जाता है, आतंकवाद आए दिन परेशान करता रहता है, क्या ऐसे समय में भारत के प्रधानमंत्री को पाकिस्तानी पीएम से बातचीत करनी चाहिए? मोदी ने कहा, 'देश में ऐसी सरकार है, जिसके कारण न हमारी माताएं-बहनें सुरक्षित हैं, न सीमा पर तैनात हमारे जवान सुरक्षित हैं, न सीमा पर हमारी भूमि सलामत है, गुजरात हो या तमिलनाडु हो या केरल, न हमारे मछुआरे सुरक्षित हैं। इसलिए हमें ऐसी सरकार को उखाड़ कर फेंक देना चाहिए।'

नरेंद्र मोदी ने रैली की शुरुआत जम्मू आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर की। मोदी ने जम्मू में डबल टेररिस्ट अटैक की निंदा करते हुए केंद्र की यूपीए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पाक से बातचीत के मसले पर पीएम पर सीधा हमला करते हुए पूछा कि देश के प्रधानमंत्री की प्राथमिकता क्या है? देश की सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से हमले हो रहे हैं और प्रधानमंत्री न्यू यॉर्क में पाक प्रधानमंत्री से बातचीत का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि देश जानना चाहता है कि देश की सरहद की रक्षा जरूरी है या दुश्मन देश के हुक्मरान से बातचीत जरूरी है।

मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय मछुआरों की वोट पर पाक कब्जा कर लेता है और उसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ साजिश के लिए करता है। नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं से आतंकी गतिविधियों को रोकने में नाकाम रहा है, फिर भी हमारी ओर से उसे चिकन बिरयानी का भोज दिया जाता है। उन्होंने कहा, 'हिंदुस्तान के हर नागरिक के मन में सवाल है कि क्या हम इतने कमजोर हैं कि आए दिन हमारे पड़ोसी जो चाहें करते रहें और हम आंखें बंद कर, मुंह पर ताला लगा कर इन चीजों को झेलने पर मजबूर होते रहें।'

तिरची में भी मोदी की रैली के लिए लालकिले जैसा मंच बनाया गया है। इस रैली में शिरकत करने वालों से बतौर एंट्री फी 10-10 रुपये लिए गए हैं, बावजूद इसके रैली में लाखों की भीड़ दिखाई दी। मोदी तमिलनाडु के मछुआरों की समस्या को लेकर भी कांग्रेस पर बरसे। उन्होंने मछुआरों की दुर्दशा के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पड़ोसी देश हिंदुस्तान को टेकन फॉर ग्रांटेड मानते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पहली जिम्मेदारी बनती है कि दिल्ली में बैठी दुर्बल सरकार को उखाड़ फेंकें।

मोदी ने कहा, 'केंद्र सरकार इस देश की ऐसी दुर्दशा कर देगी कि हिंदु्स्तान की तरुणाई सड़कों पर भीख मांगती नजर आएगी। दिल्ली की सरकार की नीतियों के कारण हमारे देश के सारे उद्योग ठप होते जा रहे हैं और छोटे उद्योग पर ताले लग रहे हैं। अमीरों का भला करना और बड़े कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने की केंद्र सरकार की नीति रही है।'

मोदी ने तमिलनाडु के लोगों को मेहनती बताते हुए कहा कि यहां के लोग रॉयल पीपल हैं। उन्‍होंने दावा किया कि गुजरात और तमिलनाडु कई मायनों में एक जैसा है। गुजरात और तमिलनाडु के बीच रिश्‍तों के बारे में बताते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात सबसे ज्यादा कपास का उत्‍पादन करता है और इस कपास की सबसे ज्यादा खपत तमिलनाडु में होती है।
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दिल्ली की निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकने का वक्त : नरेंद्र मोदी
ज़ी मीडिया ब्यूरो
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त्रिची/तिरुवनंतपुरम : तमिलनाडु के त्रिची में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के पीएम उम्‍मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री पर सीधा हमला करते हुए सवाल किया कि देश के प्रधानमंत्री की प्राथमिकता क्या है? देश की सरहद पर पाकिस्तान की तरफ से हमले हो रहे हैं और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बातचीत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि देश जानना चाहता है कि देश की सरहद की रक्षा जरूरी है या दुश्मन देश के हुक्मरान से बातचीत जरूरी है। मोदी ने जनता से आह्वान किया कि दिल्ली की ऐसी सरकार देश को मंजूर नहीं और ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है।

अपने भाषण की शुरुआत में मोदी ने जम्‍मू में हुए आतंकी हमले और केन्‍या के नैरोबी में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और सभा में मौजूद लोगों से दो मिनट तक मौन रखने का आह्वान किया। मोदी ने हालांकि शुरू में अपना भाषण अंग्रेजी में दिया और फिर हिन्दी में बोला। लेकिन उनके भाषण को स्‍थानीय भाषा में एक अनुवादक के जरिये भी संबोधित किया जा रहा है। मोदी ने कुछ शब्‍द तमिल में भी कहा, जिसका वहां मौजूद लोगों ने जोरदार स्‍वागत किया।

मोदी ने तमिलनाडु के लोगों को मेहनती और लगनशील करार देते हुए कहा कि यहां के लोग `रॉयल पीपुल` हैं। उन्‍होंने दावा किया कि गुजरात और तमिलनाडु कई मायनों में एक जैसा है। गुजरात और तमिलनाडु के बीच रिश्‍ते का खुलासा करते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात सबसे अधिक कपास का उत्‍पादन करता है जबकि इस कपास की सबसे अधिक खपत तमिलनाडु में होती है। मोदी ने भारतीय मछुआरों की समस्‍या के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

मोदी ने कहा कि युद्ध से ज्‍यादा जवान आतंकवादियों की गोली से मारे गए हैं। उन्‍होंने कहा, इटली के नौसैनिक हमारे मछुआरों की हत्‍या कर चले जाते हैं। पाकिस्‍तानी सैनिक हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते हैं। उन्‍होंने ऐसे माहौल में पाकिस्‍तान से बातचीत करने की जल्‍दबाजी पर भी सवाल उठाए। मोदी ने कहा, क्या आतंकी हमले पर हम चुप रह सकते हैं। ऐसे वक्त में पाकिस्‍तान से बातचीत में जल्दी क्यों।'

मोदी ने कमजोर आर्थिक नीति और नरम विदेश नीति के मसले पर केंद्र पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा, 'इस सरकार की वजह से न तो देश में माता-बहनें सलामत हैं, न तो सीमा पर तैनात जवान सलामत हैं, न तो चीन की सीमा पर हमारी जमीन सलामत है, गुजरात हो तमिलनाडु या केरल, कहीं भी हमारे मछुआरे सलामत नहीं है तो इस निकम्‍मी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।'

मोदी ने कहा, 'दिल्‍ली में बैठी सरकार ने रुपये को कमजोर कर दिया है। अगर यही हालत रही तो कल हमें रुपया सूक्ष्‍मदर्शी यंत्र से खोजना पड़ेगा। केंद्र सरकार बड़े पूंजीपतियों को अमीर बनाने का काम करती है लेकिन कर्ज चुकाने में असमर्थ छोटे कारोबारियों को खुदकुशी करने पर मजबूर करती है।'

मोदी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्‍यक्ष राजनाथ सिंह भी मंच पर मौजूद हैं। इस मंच को दिल्‍ली स्थित ऐतिहासिक लाल किले की शक्‍ल दिया गया है। राजनाथ सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि भाजपा युवाओं की समस्‍या के प्रति हमेशा से चिंतित रही है और एनडीए सरकार के कार्यकाल में इस दिशा में काफी काम किया गया। उन्‍होंने कहा, `एनडीए सरकार के दौरान महंगाई नहीं बढ़ी। हमारे मंत्री भ्रष्‍ट नहीं थे। आज जो कुछ हो रहा है, वह आपके सामने है।`

इससे पहले, अपने पहले केरल दौरे पर पहुंचे मोदी ने मशहूर पद्मनाभस्‍वामी मंदिर में दर्शन किए। मोदी त्रावणकोर राजघराने के महाराजा महेंद्र वर्मा के बुलावे पर उनसे मिलने भी गए। कवाडियार पैलेस में मुलाकात के दौरान महाराजा ने मोदी को पद्मनाभस्‍वामी मंदिर की पेंटिंग्‍स भेंट की। इसके बाद मोदी माता अमृतानंदमयी की 60वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम `अमृतावर्षम 60` में हिस्‍सा लेने कोल्‍लम के समीप अमृतापुरी पहुंचे। मोदी ने माता अमृतानंदमयी का आशीर्वाद लिया।
First Published: Thursday, September 26, 2013, 19:09

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