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कांग्रेस में सर फुटब्बल : क्रिकेट की चाँदी पर कब्जे के लिए कांगेस के जोशी बनाम जोशी

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- अरविन्द सिसोदिया           आजाद भारत के नोकरशाहों और राजनेताओं नें मुह मारनें से एक भी वह जगह नहीं छोड़ी जहाँ धन सम्पत्ति और पैसा हो ..!! जब से देश में २० -२० का फटाफट क्रिकेट आया और उस पर आसमान से पानी की तरह पैसा वर्षा तब से तो हर राजनेता किसी न किसी क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनना चाहता है ! राजनेता से शरद पंवार तो विश्व क्रिकेट  के  मालिक हो गए ..!! भारत की राष्ट्रिय और प्रांतीय  क्रिकेट  में खिलाडियों को तो कोई तब्बजो नहीं है ..,, मगर नेता और नोकरशाही का हर जगह कब्ज़ा है !! इस अन्याय और अधर्म को सभी सरकारें जानते बूझते हुए भी नहीं रोक रहीं ! क्यों की उनका ही कोई बंधु माल उड़ा रहा है !         राजस्थान में जब तक सी पी जोशी की तूती बोल रही थी और वे राहुल के खास थे तब तक उन्हें किसी  नें नहीं छेड़ा, जैसे ही पर्दे के पीछे चलने वाले षडयंत्र  के द्वारा चुगल खोरी जीती, कोंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से हटाया , मंत्रालय भी बदलवा  दिया ..! फिर क्या था अब उनसे राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष का पद भी छीनना थ...

३१ जुलाई:सरदार उधम सिंह का शहीदी दिवस

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- अरविन्द सिसोदिया  ३१ जुलाई हमारे महान शहीदों में से एक सरदार उधम सिंह का शहीदी दिवस है , उन्होंने तेरह अप्रैल 1919 को अमृतसर में बैसाखी के दिन हुए 'जलियांवाला बाग नरसंहार' का बदला लिया |  नरसंहार के समय ओ.ड्वायर ही पंजाब प्रांत का गवर्नर था तथा  उसीके आदेश पर ब्रिगेडियर जनरल रेजीनाल्ड डायर ने जलियांवाला बाग में सभा कर रहे निर्दोष भारतवासियों  पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं थीं. जिसमें  १८०० लोग शहीद हुए थे!! उधम सिंह ने इस नरसंहार की अपनी बदला लेने की प्रतिज्ञा को लन्दन में १३ मार्च १९४० को ओ.ड्वायर को गोली मार कर हत्या कर पूरी की ! ३१ जुलाई १९४० में उन्हें फंसी दे दी  गई थी !! उन्होंने भारत माता की कोख का मान बढाया वे सदियों तक स्मरणीय रहेंगें..!!  ------- पूरी स्टोरी जागरण के  इस लिंक से ली गई है ... http://in.jagran.yahoo.com/news/national/general/5_1_6610559.html शहीद-ए-आजम ऊधम सिंह एक ऐसे महान क्रांतिकारी थे जिन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेने के लिए अपना जीवन देश के नाम कुर्बान कर दिया। लंदन में जब उन्होंने माइकल ओ. ड्व...

जिन्ना सनकी थे,पागल थे - माउंटबैटन

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- अरविन्द सीसौदिया माउंटबैटन - जिन्ना सनकी थे,पागल थे,बिलकुल असंभब..!  मैं नहीं समझता हम उनके मरने का इंतजार करते.....न हमारे पास समय था, न हम निश्चित थे,लेकिन हम उनके साथ दूसरों की तरह बहस कर सकते थे। मैंने सोचा था कि मैं एक ऐसे आदमी के साथा पेश आ रहा हमं जो हमेशा बना रहेगा। जिसका लक्ष्य पाकिस्तान है और मैं उसे इस लक्ष्य से हटा नहीं सकता था। एक पल मान लीजिए कि अगर सत्ता के हस्तांतरण के पहले जिन्न मर जाते तो अपने सबसे बउे दुश्मन के हट जानें से कांग्रेस पार्टी निश्चित ही राहत की सांस लेती। बाकी लोगों को सिर्फ जिन्न की छाया माना जाता था। तब हम ऐसे आाधार पर काम करते जहां कांग्रेस को कहीं जादा देनें के लिए तैयार हो जाता और दूसरे लोग उसे स्विकार करते। भयंकर बात है कि हमें कुछ भी नहीं बताया गया। (पृष्ठ 57) माउंटबैटन - ....अगर जिन्ना दो वर्ष पहले अपनी बीमारी से मर जाते तो हम भारत को एक रख सकते थे। वही थे जिन्होंने इसे असम्भव बना दिया था। जब तक में जिन्ना से मिला नहीं , मैं सोच भी नहीं सकता था कि कितनी असम्भव स्थिति है। (पृष्ठ 60) जिन्ना- नहीं। मैं भारत का एक हिस्सा नहीं बनना चाहता। हिन्द...

एक नादानी जीवन भर का संकट ..

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एक नादानी जीवन भर का संकट .. जयपुर में एक सरकारी  कमर्चारी ने अपनी सारी उम्र की कमाई,आखिरी दिन आखिरी छड़ों में गँवा दी ....!! इस आदमी का बुढ़ापा ख़राब हो गया , न जानें कितने चक्करों के बाद यह सुलझेगा या फंसेगा, भगवान जानें..!!  ------ जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने देवस्थान विभाग के एक मैनेजर को 11 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए शुक्रवार को उसके ऑफिस में रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मैनेजर ने यह रिश्वत एक समाजसेवी से किसी ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन करने की एवज में ली थी। एसीबी के एएसपी आशाराम चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भंवरसिंह राजपुरोहित है। वह पुरानी विधानसभा के सामने रामचंद्र जी के मंदिर में स्थित देवस्थान विभाग में मैनेजर है। इस संबंध में निवाई महंत का रास्ता रामगंज बाजार निवासी सामाजिक कार्यकर्ता दुर्गालाल पांचाल ने एसीबी में भंवरसिंह राजपुरोहित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, कि वह करीब एक माह पहले नर नारायण सेवा समिति ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन के लिए भंवरसिंह से मिला था। काफी दिनों तक दुर्गालाल को चक्कर कटवाने के बाद भंवरसिंह ने उसे सेवा पानी की व्यवस्था कर...

32 पुरूषों की डिलीवरी और हो गए बच्चे...!! एक महिला साल में 24 बार बच्चों को जन्म दे रही है..

गहलोत शासन में :                   उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले फंड में बड़ी धांधली का मामला सामने आया है। कोटडा कस्बे के गोगंडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम ने पैसे के लालच में एक-दो नहीं बल्कि 32 पुरूषों को प्रेग्नेंट बनाकर उनकी फर्जी डिलीवरी करवा दी, पुरुषों के बच्चे हो गए...!!। दरअसल जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले पैसे से कमीशन पाने के लिए एएनएम ने स्वास्थ्य केंद्र में फर्जी नामों से डिलीवरी करवाई। स्वास्थ्य केंद्र के रिकॉर्डो के अनुसार रूपराम नाम के एक व्यक्ति ने पिछले आठ महीनों के दौरान सात बार डिलीवरी करवाई। इसमें रेखा भाटी नाम की एक एएनएम पर जाली दस्तावेज पेश करने व स्वास्थ्य केंद्र के रिकॉर्डो में धांधली करने का आरोप है। ऎसी ही धांधली करनेे वाले कई मामले हैं लेकिन अब तक किसी के खिलाफ भी मामला दर्ज नहीं हो पाया है। रिकॉर्डो के अनुसार 60 वर्ष की महिला की साल में दो बाद डिलीवरी हुई जबकि सीता नाम की महिला ने 24 बार डिलीवरी करवाई। इस घोटाले के सामने आने के बाद हालांकि प्रशा...

चपरासी के पदों के लिए :पीएचडी, एमबीए और एमसीए डिग्री धारक शामिल

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26 जुलाई 2011   उदयपुर. सुखाड़िया विश्वविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 15 पदों के लिए रविवार २४ जुलाई २०११ को भी इंटरव्यू हुए। विभिन्न जिलों के अभ्यर्थियों ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बनने के लिए इंटरव्यू दिया। इसमें पीएचडीधारी, एमबीए, एमसीए, मास्टर ऑफ लाइब्रेरी, एमकॉम, एमए के अभ्यर्थी सम्मिलित थे। विश्वविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लिए दो दिन तक साक्षात्कार प्रक्रिया चली। सुविवि के संघटक आर्ट्स, कॉमर्स, साइंस व एफएमएस कॉलेज में प्रक्रिया सुबह 9 बजे से शुरू हुई जो शाम 6 बजे तक चली। महिला अभ्यर्थी अपने परिजनों के साथ साक्षात्कार देने पहुंची। 15 पद, ढाई हजार अभ्यर्थी : सुविवि में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए 3440 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। शनिवार से शुरू हुए इंटरव्यू में कुल ढाई हजार अभ्यर्थी उपस्थित रहे। रविवार को इंटरव्यू के लिए 1615 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था लेकिन 1137 अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए। कॉमर्स कॉलेज में 299, साइंस कॉलेज में 265, आर्ट्स कॉलेज में 286 व एफएमएस कॉलेज में 287 अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू दिए। राज्यभर से आए अभ्यर्थी : सुविवि प्रव...

यूपीए२ की सरकार - तू क्यूँ बोला...? चल फंसजा...!!!

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- अरविन्द सिसोदिया  हम पहले भी कई वार लिख चुके हैं की यह सरकार, यूरोप के एक भ्रष्ट और गिरे चरित्र के देश की छाया  में चल रही यू पी ए २ की सरकार , अलीबाबा चालीसा चोर के रास्ते पर चल रही है और इसकी सबसे बड़ी विषेसता यह है की अपने हर विरोधी को यह सी बी आई  और आयकर विभाग के जरिये फंसाने पहुच जाती है की तू क्यूँ  बोला.........??????  चल फंसजा...!!! जगन की बगावत के बाद सी बी आई जा पहुची , बाबा रामदेव के आन्दोलन के बाद सी बी आई जा पहुची.., नितिन गडकरी के बेटे के घर आयकर विभाग जा पंहुचा ....., दिल्ली  पुलिस नोट के बदले  वोट  के मामले को जानबूझ कर भाजपा और सपा को फंसने में लगा है..!  मायावती , मुलायम , लालू को पहले ही उलझा ही रखा है.... ------------------------------------------------------ भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम के त्यागपत्र की मांग की सोनिया गांधी नितिन गडकरी ने  कहा, "मैं सोनिया जी से ये पूछना चाहता हूँ कि इस प्रकरण में शामिल दोनों नेताओं पर वे क्या कार्रवाई करेंगी. क्योंकि इन दोनों ने राजनीतिक, वैधानिक औ...

ये कैसे प्रतिमान हुए ,

साथ बहुत लेते लोग.., साथ देता  कोई नहीं ..., गर साथ देनें का मौका आये , तो शत्रुता की तलवारें उठा लेते लोग, ये जिन्दगी किससे  करें मित्रता , इस वेश में तो शत्रुता के  शिवा कोई नहीं ...!  ------- ये  कैसे प्रतिमान हुए  , खलनायक भगवान हुए,  बगिया के परिजीवी पौधे , सबके सब धनवान हुए , उस घर का क्या होगा , जिसके मुखिया बेईमान हुए !  -  महेंद्र नेह जी , कोटा .

कैलाश मानसरोवर यात्रा क्षेत्र का विकास, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम योजना से...

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विपुल गोयल, संवाददाता, उत्तराखण्ड़ । भारत ,  नेपाल और चीन तीनों देशों से जुड़ी कैलाश मानसरोवर यात्रा क्षेत्र का विकास अब तीनों देश मिलकर करेंगे ।   संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम( यूएनईपी) की  13   वर्षों की इस महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू हो गया है ।   इसके लिये यूएनईपी  70 करोड़ रूपए खर्च करेगा ।   इस योजना में तीनों देशों के यात्रा क्षेत्र से जुड़े इलाकों में पर्यावरण संरक्षण ,  ऐतिहासिक धरोहरों के संवर्धन और संरक्षण ,  वन्य जीवों की सुरक्षा व्यापार व स्थानीय लोगों की आजीविका सुधार के कार्यक्रम चलाये जायेंगे ।   संयुक्त योजना को मूर्त रूप देने के लिये तीनों देशों के अधिकारियों की दो कार्यशालाएं हो चुकी है ।   भारत ,  नेपाल और चीन की सीमा से जुड़े कैलाश मानसरोवर क्षेत्र तीनों देशों के लिए काफी मत्वपूर्ण क्षेत्र है । भारत में बसे हिन्दुओं व तिब्बती बौद्धों की आस्था भी यहाँ से जुड़ी है ।   यूएनईपी ने तीनों देशों के कहीं न कहीं इस क्षेत्र से जुड़े होने के कारण इस योजना पर कार्य शुरू किया है ।   इसके लिये कैल...

चन्द्रशेखर आज़ाद : शहादत को सलाम

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- अरविन्द सिसोदिया           एच०एस०आर०ए० द्वारा किये गये साण्डर्स-वध और दिल्ली एसेम्बली बम काण्ड में  फाँसी  की सजा पाये तीन अभियुक्तों-  भगत सिंह ,  राजगुरु व  सुखदेव  ने अपील करने से साफ मना कर ही दिया था। अन्य सजायाफ्ता अभियुक्तों में से सिर्फ ३ ने ही प्रिवी कौन्सिल में अपील की। ११ फरवरी १९३१ को  लन्दन  की प्रिवी कौन्सिल में अपील की सुनवाई हुई। इन अभियुक्तों की ओर से एडवोकेट प्रिन्ट ने बहस की अनुमति माँगी थी किन्तु उन्हें अनुमति नहीं मिली और बहस सुने बिना ही अपील खारिज कर दी गयी।  चन्द्रशेखर आज़ाद  ने मृत्यु दण्ड पाये तीनों प्रमुख क्रान्तिकारियों की सजा कम कराने का काफी प्रयास किया। वे उत्तर प्रदेश की  सीतापुर  जेल में जाकर  गणेशशंकर विद्यार्थी  से मिले। विद्यार्थी से परामर्श कर वे  इलाहाबाद  गये और  जवाहरलाल नेहरू से उनके निवास  आनन्द भवन  में भेंट की। आजाद ने पण्डित नेहरू से यह आग्रह किया कि वे  गांधी जी  पर लॉर्ड इरविन से इन तीनों की  फाँसी  ...

23 जुलाई : जन्म तिथि : चन्द्रशेखर आजाद

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- अरविन्द सीसौदिया मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में स्थित रियासत अलीराजपुर के ग्राम भादरा में माता जगरानी देवी की कोख से जन्में चन्द्रशेखर तिवारी उर्फ चन्दू के पिता सीताराम तिवारी थे। सीताराम तिवारी मूलतः उत्तरप्रदेश के उन्नव जिला स्थित बदरका के थे तथा दुर्भिक्ष अकाल के दौरान भादरा आ गये थे। डा.भगवानदास माहौर और सदासिव मल्कापुर ने भादरा जा कर आजाद की माताजी जगरानी देवी को ढॅढकर , अपने साथ झांसी में रखा था तथा खूब सेवा की थी। माता जगरानी के क्षरा ही पुत्र चन्दू की जन्म तिथि तय की गई जो सावनी दूज सोमवार अर्थात 23 जुलाई 1906 की तारीख होती है। प्रसिद्ध क्रांतीकारी विश्वनाथ वैशम्पायन अपने अन्य साथियों के साथ, आजाद की शहादत के बाद ,उनसे भादरा जा कर मिले थे व कुछ दिन उनकी माता जी के साथ रहे थे। वे रतलाम से दोहाद पहुचे थे वहां से बस द्वारा अलीराजपुर रियासत के भादरा गांव में पंहुचे थे जो कि कुकसी नदी के किनारे बसा हुआ , भील जनजाती बहुल क्षैत्र है। चंद्रशेखर बचपन से ही साहसी प्रकृति के थे, वे वनारस में संस्कृत का अध्ययन करने गये थे तब 15 वर्ष की किशोर आयु में उन्हे सरकार के विरूद्ध महात्मा ग...

झूठ कौन बोल रहा है...प्रधानमंत्री,विकिलीक्स या गिरिफ्तार आरोपी....?

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- अरविन्द सीसौदिया अब लगभग यह स्पष्ट हो चुका है कि नोट के बदले वोट में मामले में कांग्रेस और सपा नेता अमरसिंह ने सांसदों को खरीदा था। दिल्ली पुलिस ने न्यायालय की लताड के बाद कार्यवाही प्रारम्भ की दो गिरिफतारी हुईं हैं। मामला प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और यूपीए 1 सरकार के विरूद्ध है। लगता नहीं है कि तह तक जांच जायेगी। जांच तह तक जानी होती तो इसका स्टिंग आपरेशन करने वाले चैनल से पूछताछ में सबसे ज्यादा जानकारी हांसिल हो सकती थी। खैर सवाल यह है कि जब विकिलीक्स का खुलासा आया था कि नोट के बदले वोट का प्रयास हुआ था। तब प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने इंकार किया था।  अब फिर से  पीएम के करीबी और कांग्रेस के नेता  अहमद पटेल का नाम आया है। अब प्रधानमंत्री क्या कहेंगे।    ------------------- दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम नई दिल्ली.   सुप्रीम कोर्ट के आदेश की रोशनी में नोट के बदले वोट मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम ने सुहैल हिंदुस्तानी को गिरफ्तार कर लिया। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता रह चुके सुहैल हिंदुस्तानी की इस डील में भूमिका थी।...