राहुल चिड़‍िया हैं तो नरेंद्र मोदी शेर - मेनका गांधी



राहुल गांधी चिड़‍िया तो मोदी शेर, दोनों का कोई मुकाबला नहीं: मेनका
Posted by: Ajay Mohan Published: Thursday, January 16, 2014,

नई दिल्ली। कांग्रेस के शीर्ष दल की बैठक होने जा रही है, जिसमें राहुल गांधी को नई जिम्मेदारी दिये जाने के कयास लगाये जा रहे हैं। ऐसे मौके पर राहुल को करारी चोट दी है उन्हीं की चाची मेनका गांधी ने। मेनका ने कहा कि राहुल चिड़‍िया हैं तो नरेंद्र मोदी शेर, दोनों का कोई मुकाबला नहीं। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता मेनका गांधी ने टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि कांग्रेस में चालीस क्या उससे भी ज्यादा चोरों ने देश को लूटा है। जिस तरह गरीबों के खून को चूसा है, उससे तो यह साफ हो गया है कि लोग अब ऊब चुके हैं। अब पार्टी का नेतृत्व किसी को भी दे दीजिये, कांग्रेस की वापसी नहीं होने वाली। मेनका ने कहा कि जब पूरी टीम ही चोरों की है, तो सरदार कोई भी हो फर्क नहीं पड़ता। अगर कांग्रेस को वापसी करनी है, तो पार्टी में बदलाव करने होंगे। यह पूछे जाने पर कि राहुल गांधी को नेतृत्व देने से क्या परिस्थितियां बदल जायेंगी, मेनका ने जवाब दिया कि नेतृत्व में बदलाव कैसा। देश तो दोनों मां-बेटा ही चला रहे हैं। जिन्हें आप प्रधानमंत्री कहते हैं, उन्हें मैं क्या देश भी पीएम नहीं मानता। जब देश तो वही चला रहे हैं, तो नेतृत्व बदलने या नई जिम्मेदारी से क्या फायदा होने वाला। यह पूछने पर कि क्या प्रियंका गांधी कोई नया परिवर्तन ला पायेंगी, तो मेनका ने कहा कि ग्लैमर से देश नहीं चलता। जाहिर है मेनका गांधी के ये शब्द बाण राहुल को गंभीर रूप से घायल करने वाले हैं, क्योंकि पार्टी इस समय पार्टी में राहुल को बड़ी जिम्मेदारी देने पर मंथन चल रहा है। कल होने वाली बोर्ड की बैठक में राहुल गांधी को बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

सरदार पटेल प्रथम प्रधानमंत्री होते तो क्या कुछ अलग होता, एक विश्लेषण - अरविन्द सिसोदिया

God’s Creation and Our Existence - Arvind Sisodia

Sanatan thought, festivals and celebrations

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

कविता - संघर्ष और परिवर्तन

‘‘भूरेटिया नी मानू रे’’: अंग्रेजों तुम्हारी नहीं मानूंगा - गोविन्द गुरू

सरदार पटेल के साथ वोट चोरी नहीं होती तो, वे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री होते - अरविन्द सिसोदिया