देश की जनता कि जागरूकता से ही, देश का भाग्य सुनिश्चित - परमपूजनीय सरसंघचालक मोहनराव भागवत
देश की जनता कि जागरूकता से ही, देश का भाग्य सुनिश्चित
- परम पूजनीय सरसंघचालक मोहनराव भागवत
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सिरोही, राजस्थान के अरविन्द पैवेलियन से ।
परम पूजनीय सरसंघचालक मोहनराव भागवत ने अरविंद पैवेलियन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक देशवासी खुद को नहीं पहचानेंगे , तब तक हमारे चारों ओर विभिन्न समस्याएं बनी रहेंगी। उन्होंने कहा कि आज हम देश की उन्नति की बात छोड़कर बाकी सब करते हैं। देश की समस्याओं के लिए एक दूसरे पर दोषारोपण करते हैं, लेकिन इससे कुछ नहीं होने वाला। शराबी की, महाभारत की और शेर की कहानियां सुनाकर, उन्होंने आव्हान किया कि पहले हमें खुद को पहचानना होगा, तभी हम देश को आगे बढ़ा पाएंगे, तभी देश के भाग्य का उदय हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि संघ के कार्यक्रम शक्ति प्रदर्शन के लिए नहीं बल्कि आत्म दर्शन के लिए होते हैं। यह कार्यक्रम आत्म साक्षात्कार है ताकि वह अपनी क्षमताओं को पहचाने और उसका उपयोग राष्ट्र हित में करे।
डॉ० भागवत जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सम्पूर्ण विश्व भारत कि और तक रहा है ताक रहा है , भारत कहाँ है जिससे विश्व कल्याण कि अपेक्षा हैं ? जिस दिन हमने आत्म साक्षात्कार करके अपना निस्वार्थ योगदान समाज हित में करना शुरू कर दिया , उस दिन से हम विश्व को मार्गदर्शन देने कि योगयता पुनः हासिल कर लेंगे। देश राजनितिक आधार पर नहीं सामाजिक आधार पर खड़ा होता हैं और समाज को खड़ा करने के लिए निस्वार्थ नायक कि आवश्यकता होती हैं।
भागवत जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश को खड़ा करने का काम ठेके पर नहीं होता हैं , जनता को अपनी क्षमता शक्ति को पहचान कर मालिक बन कर व्यवस्थाओ पर नजर रखनी होगी। देश की जनता को जागरूक होना होगा जनता कि जागरूकता से ही देश का भाग्य सुनिश्चित होगा।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ द्वारा आयोजित हिन्दू शक्ति संगम का आयोजन अरविन्द पैवेलियन में किया गया जहां परम पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भागवत ने स्वयंसेवको तथा नागरिकगणों का मार्गदर्शन किया। क्षैत्रिय संघचालक पुरुषोत्तम परांजपे , प्रान्त संघचालक ललित शर्मा, विभाग संघचालक कमल किशोर गोयल तथा जिला संघचालक हंसराज जी जोशी के साथ मुख्य अतिथि डॉ चन्द्र प्रकाश द्विवेदी मंच पर विराजमान थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ चन्द्र प्रकाश द्विवेदी (चाणक्य सीरियल फेम) थे। क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गादास जी ,प्रांत प्रचारक मुरलीधर जी, वरिष्ट प्रचारक नन्दलाल जी, क्षेत्रीय सह सम्पर्क प्रमुख प्रकाश चन्द्र जी गुप्ता, सह प्रान्त प्रचारक राजा राम जी, सीमा जन कल्याण समिति के मन्त्री निम्ब सिंह जी, पाथेय कण के मानक जी, विभाग प्रचारक राजेश कुमार जी, जिला प्रचारक स्वरूपदान जी, सांसद देवजी पटेल, विधायक ओटाराम देवासी, रेवदर विधायक जगसीराम कोली भी कार्यक्रम में उपस्थित रहें।
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भगवामय देवनगरी में भारत माता की जय तथा वन्देमातरम के जयघोष से वातावरण उत्साहित हो गया, जब सरजावाव चौराहा पर त्रिधारा संचलन का अद्भुत संगम हुआ। शहर के गणमान्य नागरिकगण, मातृ शक्ति और युवाओ ने पुष्प वर्षा कर पथ संचलन का जोरदार उत्साह से स्वागत किया।
पथ संचलन की तीन धाराओं शक्ति संचलन, भक्ति संचलन और समरसता संचलन की धाराओं का शहर के सरजावाव दरवाजा पर दोपहर ठीक 1.21 बजे त्रिवेणी संगम हुआ, जिसमें शक्ति संचलन राजमाता धर्मशाला रोड से, भक्ति संचलन सदर बाजार से और समरसता संचलन पुलिस थाना रोड से एक साथ मिला। इस दौरान वहां मौजूद शहरवासियों ने पुष्पवर्षा कर संचलन का जोरदार स्वागत किया। यहां से तीनों संचलन एक साथ बस स्टैंड, जेल चौराहा, अहिंसा सर्किल, गांधी पार्क होते हुए अरविंद पैवेलियन खेल मैदान पहुंचा।
घोष की मधुर धुनों के बीच कंधों से कंधे और कदम से कदम मिलाते चल रहे स्वयंसेवकों हर चौराहों और सड़कों पर शहरवासियों ने पुष्पवर्षा से स्वागत किया शहर में जगह-जगह रंगोली और सजावट से लग रहा था जैसे उत्सव का माहौल है । स्वयंसेवकों को देखने के लिए जो जहां था वहीं ठहर गया। सरजावाव चौराहे ठीक समय पर संगम हुआ और नीला गगन वन्देमातरम और भारत माता कि जय हो उद्धघोष् से गुंजायमान हो उठा। दोपहर को शहर के चार अलग-अलग जगहों पथ संचलन शुरू हुआ, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए अरविंद पैवेलियन पहुंचा
पथ संचलन कितना लंबा था इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसका एक छोर समापन स्थल अरविंद पैवेलियन में था तो दूसरा सरजावाव दरवाजे पर था।
बाल स्वयंसेवको का पथ संचलन संपन्न हुआ। पूर्ण गणवेश में बाल स्वयंसेवक हर किसी का मन मोह रहे थे। कम उम्र में भी इनमें अनुशासन और देशभक्ति का ज्वार था । बड़े स्वयंसेवकों के साथ ही इन्होंने भी कदम से कदम बढ़ाए। सवेरे से लेकर शाम तक बाल स्वयंसेवक भी कार्यक्रम में पूरे समय उपस्थित रहे।
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