देश का जनमत कांग्रेस के हिन्दुत्व में सिर्फ छल मात्र देखता है - अरविन्द सिसौदिया

 


देश का जनमत कांग्रेस के हिन्दुत्व में सिर्फ छल मात्र देखता है 

- अरविन्द सिसौदिया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लगभग एक बर्ष पूर्व राजस्थान के जयपुर में मंहगाई विरोधी रैली में भाषण देते हुये हिंदू और हिंदुत्ववादी शब्दों को टारगेट करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा । उन्होंने अपने 31 मिनट के भाषण में 35 बार हिंदू और 26 हिंदुत्ववादी बोले ।

पार्टी के संगठन महासचिव रणदीप सुरेजवाला ने तब  कहा था “महंगाई हटाओ महारैली ” केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का शंखनाद करेगी। इसके पहले और इसके बाद हुये सभी विधानसभा चुनावों में उनकी
कांग्रेस पार्टी बहुत बुरी तरह हार गई।

मई 2021 को पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आये थे जिनमें प0 बंगाल,असम,केरल और त्रिपुरा से कांग्रेस
को बुरी खबर आई थी, तमिलनाडु में यूपीए से जुडी पार्टी खुद के बल पर जीती थी, उसमें भी कांग्रेस को कुछ खास नहीं मिला ।


हाल ही में उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, मणिपुर और गोवा से भी बुरी खबर ही उन्हे मिली है। महामहिम राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति के चुनावों में भी
कांग्रेस की हालत खराब ही हुई । वह देश की राजनीति में कहीं भी टिक नहीं पा रही है।


कांग्रेस कितना भी अपने आपको हिन्दू या हिन्दू वादी पार्टी साबित करने में लगी हो, मगर देश का हिन्दू उसमें मात्र छल ही देखता है। वो उसमें विश्वास ही नहीं करता । कारण उन्हे भी मालूम हैं और देश को भी ।

अर्थात कांग्रेस राजकुमार से लेकर कोई भी जब अपने आपको हिन्दू दिखानें की कोशिश करता है तो जनमत सहज ही मुंह पर हाथ रख कर हंसता हुआ नजर आता है।

 

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

"जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है"।

वास्तविक "रघुपति राघव राजा राम " भजन Original "Raghupati Raghav Raja Ram" Bhajan

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

कर्मचारी 48 घंटे पुलिस रिमांड अथवा जेल में तो निलंबित, तो मुख्यमंत्री क्यों नहीं ?- अरविन्द सिसौदिया APP Arvind Kejriwal

भगवान कृष्ण का जलवा पूजन : डोल ग्यारस

कालजयी संस्कृति को समाप्त करनें का षडयंत्र अब रोकना होगा - अरविन्द सिसौदिया

जीवन मे कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो