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कविता - असली सरकार तो हैँ दलाल जी

कविता - असली सरकार तो हैँ दलाल जी  दलाल भी कमाल है, कमाल है दलाल जी, व्यवस्था की ठसक पर सवाल है, दलाल जी! सरकारी काम काज की चाल ढाल हैँ दलालजी, लूटतंत्र का असली धमाल है दलाल जी। ==1== नियम-कानून किताब में सोते रहते हैं, जब जेब में नोट जाएँ तो बवाल है दलाल जी। कागज़ की फाइलें बरसों धूप सेंकती रहें, पर सुपरफ़ास्ट गति कि बुकिंग बिंडो है दलाल जी। ==2== कुर्सी पर बैठे कर्मचारी भी जानते हैं, राज़-काज क्या,सबकी देखभाल है दलाल जी। अटके हुये काम में इशारा दीजिए, हर समस्या का ‘प्रोविडेन्स हॉल’ है दलाल जी। ===3=== पुलिस की दहलीज़ पर डर बड़ा भारी , पर मधुर व्यवहार की गारंटी दलाल जी। तारीख़ तारीख बढ़ती रहें, पर मनचाहा निर्णय दलालजी, तमाम काम काजों की उलझनों में, आसान हल है दलालजी, ====4=== घूस को ‘प्रोसेस फ़ीस’ कहकर सुंदर बना दें, सेवा शुल्क कह कर इज्जत बढ़ा दें, ईमानदारी लाख रोती रहे कतार में , पर भ्रष्ट व्यवस्था के सरताज हैँ दलाल जी। ====5==== रिश्वत देना लेना दोनों गलत है, भाई, पर यही रामवाण इलाज है भाई, सबको पता है कि ये गलत हैं, पर सही भी यही है भाई , लोकतंत्र का सबसे अनोखा मिसाल है दलाल जी। ...

कविता - मोदीजी तुम पर नाज हमें,तुमने असली भारत दिखलाया है।

शौर्य जहां की परपरा, बलिदान जहां की धर्मध्वजा, उस भारत का फिरसे मान बढ़या है, मोदीजी तुम पर नाज हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। सीना तान के चलते सैनिक, सीमाओं पर अडिग खड़े, उनकी वीर गाथाओं को तुमने नव सम्मान से जग में पढ़े। भारत की उन्नति का दीप प्रज्वलित, नव युग का तुमने द्वार खुलाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। गाँव–गाँव तक पहुँची रोशनी, किसानों में फिर उत्साह जगा, नव भारत के सपनों को तुमने जन–जन का संकल्प बना दिया। आत्मनिर्भरता के इस पथ पर तुमने स्वाभिमान जगाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। विश्व–मंच पर भारत की आवाज़ बुलंद दिखाई दी, सत्य-अहिंसा की ध्वजा लिए नई राहें भी पाई गईं। जन-जन के अधिकारों को तुमने नया विश्वास दिलाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है।

vnde matarm

प्रधानमंत्री ने कहा-  वंदे मातरम ने हमारे स्वतंत्रता आंदोलन को बल दिया प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होते देखना हम सभी के लिए गर्व की बात है प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम वह शक्ति है जो हमें, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करती है प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम ने भारत में हजारों वर्षों से गहराई से जड़ें जमाए विचार को फिर से जागृत किया प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम में हजारों वर्षों की सांस्कृतिक ऊर्जा भी समाहित होने के साथ-साथ स्वतंत्रता का उत्साह और स्वतंत्र भारत का दृष्टिकोण भी शामिल था प्रधानमंत्री ने कहा- लोगों के साथ वंदे मातरम का गहरा सम्‍बंध हमारे स्वतंत्रता आंदोलन की यात्रा को दर्शाता है प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम ने हमारे स्वतंत्रता आंदोलन को बल और दिशा दी प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम के सर्वव्यापी मंत्र ने स्वतंत्रता, त्याग, शक्ति, पवित्रता, समर्पण और लचीलेपन को प्रेरित किया प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर आयोजित विशेष चर्चा की शुरुआत की। प्रध...

कविता - राष्ट्र प्रथम

कविता - राष्ट्र प्रथम  राष्ट्र प्रथम का भाव लिए जब आई भाजपा सरकार , भारत ने नयी दिशा पकड़ी; मातृभूमि का ऊँचा हुआ भाल। अटल-मोदी लाये दृढ़ नेतृत्व, राष्ट्र-गौरव का हुआ प्रबल उत्थान । पोखरण की धरती गूँजी, परमाणु शक्ति बनी कवच; विश्व मंच पर भारत बोला, स्वाभिमान का गौरवशाली उत्थान। कारगिल की बर्फ़ीली चोटियाँ, वीरों के साहस से चमकीं; अटल के अडिग निर्णयों ने, देशभक्ति नें शौर्यगाथा लिखी । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, गाँवों में नव पथ लाई; हर पथ पर विकास की धारा, भारत की गति और बढ़ाई। फिर आया समय दृढ़ इरादों का,नये नेतृत्व ने कमान संभाली; मोदी के संकल्पों ने फिर, राष्ट्र-सेवा की नई राह निकाली। सर्जिकल–एयर स्ट्राइक के दम पर, भारत ने दिखलाई ताकत; घर में घुसकर दुश्मन को दी, न्यायपूर्ण, निर्णायक सीख-सूरत। स्वच्छ भारत की हवा बहायी, जन-जन में जागा दायित्व भाव ; आयुष्मान ने जीवन छुआ,उज्ज्वला ने धुयें के आंसू पोंछे । डिजिटल भारत की उड़ान से, नई पीढ़ी ने पाया आकाश; आत्मनिर्भरता के स्वप्न सजाकर, राष्ट्र ने पाई नई पहचान। अटल से मोदी तक, दो ध्रुव, पर लक्ष्य रहा सदैव समान,  राष्ट्र हित सर्वोपरि ...

कविता - लोकतंत्र की अभिलाषा थी

लोकतंत्र की अभिलाषा थी, जग के आंसू पोंछू, घर-घर में खुशहाली दूँ, मानवता का गगन चुमू, पर भ्रष्टाचार ने नस-नस में  लूटतंत्र का कैंसर फैलाया है, खुशियों की चाह को ग्रहण लगाया है। विश्वास की नींव हिलाकर, सपनों का आकाश जलाया है, जन-जन की उम्मीदों को लोभ की दीमक खाती है, न्याय के मंदिर की मुर्तियों को  अब नोटों की अधजली गड्डीयां चिढ़ाती है, पर फिर भी एक दीपक मन में सत्य की लौ का जगा है, हर अन्याय के अंधेरे को मानवता का धर्म मिटाता है, एक दिन फिर से जनशक्ति की ताकत पर्वत हिलाएगी, प्रधान से लेकर पटवार तक़  जनता ही व्यथा मिटाएगी! अभी लड़ाई जारी है, जमे हुये भ्रष्टाचारी तंत्र से,  उम्मीदों का सूरज निकलेगा, सत्य की राह पकड़ेगा, लूट तंत्र हारेगा, लोकतंत्र ही फिर फूलेगा-फलेगा। लोकतंत्र की अभिलाषा थी, जग के आंसू पोंछू, घर-घर में खुशहाली दूँ, मानवता का गगन चुमू, पर भ्रष्टाचार ने नस-नस में  लूटतंत्र का कैंसर फैलाया है, खुशियों की चाह को ग्रहण लगाया है। कुर्सियों के सौदागर अब जनता की पीठ पर चढ़ते हैं, रोजी रोटियों के वादे करके महलों में चैन से पड़ते हैं, सच की आवाज़ दबाने को झूठ के...

तीन तलाक हटानें पर,धन्यवाद मोदीजी

तीन तलाक हटानें पर,धन्यवाद मोदीजी तीन तलाक के अपमान को, सदियों से सहती थी बेटियां, डरती थीं बेटियां, खून के आंसू पीती थी बेटियां, नर्क जैसा जीवन जीती थीं बेटियां। किया तुमने बड़ा उपकार, धन्य हुआ संसार। तीन तलाक के अपमान को हटानें पर धन्यवाद मोदीजी , अब बेटियों की मुस्कान पर नाज है मोदीजी  । ====1==== सदियों के आँसू पोंछे,अन्याय की जंजीरें तोड़ीं, तलाक के अंधकूप को,पूरी तरह पाट किया कमाल । धन्य है मोदी सरकार, जिसने खत्म किया अत्याचार , मिला मुस्लिम महिलाओं को सम्मान,  उनका जीवन को मिला नया सौभाग्य । ====2==== हक़ की राह से जो डरी थीं, अब निर्भय चलती हैं वे, जो कभी डरी सहमी सी रहती थीं,अब निर्भय मुस्कान जीती है वे। आज हर बेटी के चेहरे पर अभिनंदन की रौशनीयां है तमाम, उनकी हर दुआ में गूंजता है, धन्यवाद, मोदीजी… आपके नाम। इस बदलते दौर की धूप में, अब उजियारा फैला है चारों ओर, अन्याय की बेड़ियाँ टूटीं, खुल गए नए सपनों के द्वार। जो आवाज़ें दबती थीं कल तक, आज गर्व से गूंज रही हैं, सम्मान के नए अध्याय में, बेटियों की ख़ुशी खुल कर गूंजती हैं। धन्य धन्य मोदी सरकार, आपके निर्णयों ने दिया संब...

मृत शरीर सम्मान

जयपुर: राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने के बाद पूर्ववर्ती सरकार के कई फैसलों को रोक दिया गया। साथ ही कई योजनाओं के नाम भी बदल दिए गए। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के राज में बने एक कानून को अब भाजपा सरकार प्रदेश में लागू कर रही है। हालांकि कानून अस्तित्व में आ चुका है लेकिन इस कानून के तहत बने नियमों को भजनलाल सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस कानून का नाम है राजस्थान मृत शरीर सम्मान अधिनियम। मृत शरीर के सम्मान में ऐसा कानून लागू करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है। bhajanlal sharma ashok gehlot राजस्थान सरकार ने मृत शरीर सम्मान अधिनियम के नियमों को मंजूरी देकर देश में पहली बार शव सम्मान से जुड़े सख्त प्रावधान लागू किए हैं। सड़क पर शव रख कर प्रदर्शन किया तो होगी जेल अमूमन ऐसी घटनाएं देखने को मिलती है कि किसी मृत्यु हो जाती है तो परिजन और समाज के लोग विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हैं। सरकार से मांगें मनवाने के लिए शव को सड़क पर रखकर धरने प्रदर्शन किए जाते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि 10 से 20 दिन तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होता। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूर्ववर्ती कां...

Tital

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             (1) में हारा सब जीते  मेरा कविता संग्रह  अरविन्द सिंह सिसोदिया                   (2) में हारा सब जीते  @ लेखक को सर्वाधिकार सुरक्षित है। पता -    अरविन्द सिंह सिसोदिया             राधाकृष्ण मंदिर रोड़,           ड़ड़वाडा, कोटा जंक्शन            कोटा, राजस्थान  पिन 324002 मूल्य - 250 रूपये  प्रथम संस्करण        2025  --------- मेरा कविता संग्रह  में हारा सब जीते  लेखक - अरविन्द सिंह सिसोदिया  9414180151          (3)   मेरी धर्मपत्नी भंवर बाई जो दौलत कंवर के नाम से जानी जाती है।  सौ सीताओं से ज्यादा जिसने कष्ट सहे, मुंह से कभी उफ़ नहीं... यह कविता संग्रह उन्हें ही समर्पित है... चित्र  L आत्मकथन  मैं अपने जीवन को अभाग्य की परिभाषा न...

अनुक्रमिणिका

अनुक्रमिणिका                            पृष्ठ संख्या  01-   माँ  02-  गणेशजी का सन्देश 03-  करुण कहानी विभाजन की  04-  जौहर की ज्वालाएं कहतीं  05-  जब नेता बेईमान हो जाता है  06-  युगों युगों में एक ही मोदी आता है 07-  मोदी जी महान हैँ  08-  कोटि कोटि धन्यवाद मोदी जी 09-  युग निर्माता महामानव मोदी 10- शाबास मोदी जी जांबाज मोदी जी 11- वाह वाह मोदी जी जय हो मोदीजी  12- मोदी जी के रूप में वह महामानव आया है 13- अजि हिन्दुस्तान है मोदी 14- मोदीजी के युग परिवर्तन से 15- महा मानव मोदी  16- राष्ट्रधर्म का सारथी  17- युग परिवर्तन करता हिन्दुस्तान देखा 18- मोदी जी के शासन में कांप रहा है आतंकवाद का नाम 19- डटे हुये हैँ मोदीजी  20- जय जय सेना जय जय मोदी  22- नरेंद्र मोदी प्रखर  21- मोदीजी का सफर मोदीजी का जज्बा  23-   तीन तलाक  24-   बैंक की चौखट / जनधन खाते खुले अपार  25- अजय विजय का द...

भजनलाल सरकार के दो साल पूरे, 15 दिनों तक प्रदेश भर में होंगे कई कार्यक्रम BJP Rajasthan Kota

2 साल पूरे होने का जश्न मनाएगी भजनलाल सरकार, 15 दिनों तक प्रदेश भर में होंगे कई कार्यक्रम 11 दिसंबर को प्रदेश स्तरीय रक्तदान शिविर से समारोह की शुरुआत होगी. पंद्रह दिसंबर को मुख्य आयोजन होगा. Bhajanlal Sharma government प्रदेश की भजनलाल सरकार के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण होने के मौके पर सरकार की ओर से जश्न मनाए जाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. राज्य सरकार 11 से 25 दिसंबर तक प्रदेश और जिला स्तर पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करेगी. इन कार्यक्रमों के जरिए राज्य सरकार कई विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण करेगी. साथ ही सरकार के 2 साल के शासन के दौरान किए गए कामकाज का बखान भी किया जाएगा. ये आयोजन राज्य और जिला स्तर पर 15 दिन तक चलेगा. कार्यक्रमों की तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है. प्रभारी मंत्री करेंगे जिलों के दौरे:सरकार के कार्यकाल के 2 साल पूरे होने के मौके पर राज्य सरकार के तमाम मंत्री भी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. साथ ही सरकार के 2 साल के कामकाज को लेकर बुकलेट भी जारी करेंगे और आगे शेष बचे 3 साल का रोडमैप भी जनता के सामने पेश करेंगे....

कविता - कारसेवक kar sevk

कविता - कारसेवक  केसरिया बाना पहन कर निकले थे कारसेवक, परिजन की आँखों में आंसू छोड़ कर,  लक्ष्य की और बढ़ गये थे कारसेवक, कार्यपूर्ण करेंगे केशव ! माधव की सौगंध उठाई थी। गुलामी के प्रतीक को,ध्वस्त कर, आजादी प्रगटाई थी। रामजन्मभूमि की मुक्ती के साथ ही, असली स्वतंत्रता की धर्म ध्वजा लहराई थी। केसरिया बाना पहन कर निकले थे कारसेवक, परिजन की आँखों में आंसू छोड़ कर,  लक्ष्य की और बढ़ गये थे कारसेवक, कार्यपूर्ण करेंगे केशव ! माधव की सौगंध उठाई थी। ===1=== पता था लहू से सरयू लाल हुई थी, छातियों नें गोली खाई थी। आहुतियों की गाथा लेकर,  बलिदानी पथ कर चुन आए थे, धर्म-धरा के अपमान की पुकार थी, दृढ़ संकल्प की ऊर्जा भाई थी। हर बाधा पर सिंहनाद कर, आगे ही बढ़ते जाना था, अन्याय के अत्याचार को, बलिदानी शौर्य से हटाना था। केसरिया बाना पहन कर निकले थे कारसेवक, परिजन की आँखों में आंसू छोड़ कर,  लक्ष्य की और बढ़ गये थे कारसेवक, कार्यपूर्ण करेंगे केशव ! माधव की सौगंध उठाई थी। ===2=== संगठन शक्ति की लहरों से, परिवर्तन का जनउफान था , राष्ट्र मन के उद्गारों से, इतिहास नया बनाना था । एक-एक कण म...

घुसपैठियों का पक्ष लेते हुये सुप्रीम कोर्ट पर दबाब बनाना पूरी तरह राष्ट्रविरोधी कृत्य - अरविन्द सिसोदिया

पूर्व जजों, वकीलों ने रोहिंग्याओं...  पूर्व जजों, वकीलों ने रोहिंग्याओं पर टिप्पणियों पर आपत्ति जताते हुए CJI सूर्यकांत को लिखा पत्र   5 Dec 2025  पूर्व जजों, प्रैक्टिशनर वकीलों और कैंपेन फॉर ज्यूडिशियल अकाउंटेबिलिटी एंड रिफॉर्म्स ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) सूर्यकांत को एक खुला लेटर लिखा, जिसमें उन्होंने हाल ही में हुई सुनवाई में CJI की बेंच द्वारा रोहिंग्या शरणार्थियों के बारे में की गई “बेबुनियाद टिप्पणियों” पर अपनी चिंता जताई। बता दें, 2 दिसंबर को रोहिंग्याओं के संबंध में दायर याचिका पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए CJI कांत की अगुवाई वाली बेंच ने पूछा था कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को 'शरणार्थी' घोषित करने का कोई आदेश जारी किया।  सुप्रीम कोर्ट CJI ने कहा, "भारत सरकार का उन्हें (रोहिंग्याओं को) रिफ्यूजी घोषित करने का ऑर्डर कहां है? रिफ्यूजी एक अच्छी तरह से तय कानूनी शब्द है और उन्हें घोषित करने के लिए सरकार की तरफ से एक तय अथॉरिटी है। अगर किसी रिफ्यूजी का कोई कानूनी स्टेटस नहीं है, और कोई घुसपैठिया है, और वह गैर-कानूनी तरीके से घुसता है तो क्या हमारी ...

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यकर्ताओं के साथ संवाद बैठकों से,नई ऊर्जा का संचार होगा - अरविन्द सिसोदिया BJP RAJSATHAN KOTA

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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यकर्ताओं के साथ संवाद बैठकों से,नई ऊर्जा का संचार होगा - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 7 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी, राजस्थान मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह संयोजक अरविन्द सिसोदिया नें " राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ द्वारा भाजपा संगठन की नवगठित संरचना के पश्चात प्रदेशभर के संभागवार दायित्ववान कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री निवास पर संवाद बैठकें आयोजित करना स्वागतयोग्य और प्रशंसनीय पहल है। जिसका लाभ जमीनीस्तर पर समस्याओं के समाधान के रूप में भी मिलेगा। " सिसोदिया नें कहा कि " मुख्यमंत्री शर्मा का यह प्रयास न केवल संगठनात्मक मजबूती का प्रत्यक्ष प्रमाण है, बल्कि इससे जनसमस्याओं को जमीनी स्तर पर समझने, विश्लेषण करने और शीघ्र समाधान की दिशा में प्रभावी परिणाम प्राप्त होंगे। संगठन और शासन के बीच इस समन्वित कार्यशैली से जनता का विश्वास और अधिक सुदृढ़ होगा तथा प्रदेश के सर्वांगीण विकास को नई गति मिलेगी।" सिसोदिया नें कहा कि " मुख्यमंत्री शर्मा को राजस्थान भाजपा संगठन में कार्य करने का लं...

जासूसी नहीं, देशवासियों की सुरक्षा है संचार साथी ऐप - अरविन्द सिसोदिया

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लोकसभा में तारांकित प्रश्न के माध्यम से कांग्रेस सांसद नें  श्री दीपक सिंह हुड्डा (रोहतक): महोदय, यह प्रश्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से जुड़ा हुआ प्रश्न है। दूरसंचार सेवाओं में सरकार के संचार साथी ऐप की मैप लोकेशन की अनियमितता को लेकर एक आदेश कर देश के सामने आया है। उसके बाद मंत्री महोदय ने उत्तर पर एक स्पष्टीकरण दिया है कि वह ऐप को बंद किया जाएगा, लेकिन बाद में आप उसका डिस्कनेक्ट कर सकते हैं। वह चॉइस यूज़र को दी गई है। इसका एक स्पष्टीकरण आया है। मैं देश में कंप्यूटर साइंस बैकग्राउंड से हूँ, सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बैकग्राउंड से हूँ। जब सिस्टम के अंदर ऐप लोकेशन की विवेचना होती है, तो डिसेबल करने के बाद भी सभी फीचर्स डिसेबल होंगे या नहीं, किसी यूज़र को यह बात पता नहीं चलेगी। निजता का जो अधिकार है, यह उत्तर पर कोई स्पष्टता नहीं है। इसलिए मैं यह उच्च प्रश्न देश में उठ रहे हैं, इसको लेकर जो सिविल राइट्स एक्टिविस्ट हैं, कंप्यूटर साइंस एक्सपर्ट्स हैं, उनके लेकर मंत्री महोदय क्या कुछ कहना चाहेंगे? श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया: मैं माननीय सदस्य को उनके प्रश्न के लिए धन्यवाद अर्प...

कांग्रेस के विदेशियों से छुप – छुप कर मिलने वाले नेताओं को ही डर सता रहा है – अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

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डिजिटल फ्राड को रोकने की कोशिश में कांग्रेस अङ्गेबाजी बंद करे - अरविन्द सिसोदिया  कांग्रेस के विदेशियों से छुप – छुप कर मिलने वाले नेताओं को ही डर सता रहा है – अरविन्द सिसोदिया 3 दिसंबर, कोटा। राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्याशी अरविन्द सिसोदिया ने कांग्रेस द्वारा बहुउपयोगी संचार साथी ऐप को लेकर लगाए गए जासूसी संबंधी आरोपों को बेबुनियाद, असत्य तथा जनता को भ्रमित करने का एक कुचक्र बताया है । " सिसोदिया नें कहा कि " संचार साथी ऐप ऑनलाइन फ्रॉड, फर्जी कॉल, साइबर ठगी और मोबाइल चोरी जैसी बढ़ती चुनौतियों के खिलाफ एक प्रभावी सुरक्षा कवच है। इसकी उपयोगिता को जनता ने स्वयं प्रमाणित पाया है। यही कारण है कि ऐप की डाउनलोड संख्या असाधारण रूप से बढ़ रही है। जो इसकी लोकप्रियता और उपयोगिता को सिद्ध करती है कि यह जनता के लिए अत्यंत लाभकारी है।” सिसोदिया ने आगे कहा कि " कांग्रेस का यह फर्जी विवाद खड़ा करना पूरी तरह राष्ट्रघाती और दूषित राजनीतिक है और कांग्रेस के जासूसी के झूठे आरोप डिजिटल अपराधियों को अपरोक्ष सहयोग है। सरकार द्वारा डिजिटल फ्राड को ...

कविता - मोदीजी तुम पर नाज हमें

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कविता - मोदीजी तुम पर नाज हमें शौर्य जहां की परपरा, बलिदान जहां की धर्मध्वजा, उस भारत का फिरसे मान बढाया है, मोदीजी तुम पर नाज हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। सीना तान के चलते सैनिक, सीमाओं पर अडिग खड़े, उनकी वीर गाथाओं को तुमने नव सम्मान से जग में पढ़े। भारत की उन्नति का दीप प्रज्वलित, नव युग का तुमने द्वार खुलाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। गाँव–गाँव तक पहुँची रोशनी, किसानों में फिर उत्साह जगा, नव भारत के सपनों को तुमने जन–जन का संकल्प बनाया। आत्मनिर्भरता के इस पथ पर तुमने स्वाभिमान जगाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। विश्व–मंच पर भारत की आवाज़ बुलंद दिखाई दी, सत्य-सनातन की ध्वजा लिए नई राहें दिखलाईं हैँ । जन-जन के अधिकारों को नया विश्वास दिलाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। समाप्त 

कविता - धन्य धन्य जीवनदाता मोदी

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कविता - धन्य धन्य जीवनदाता मोदी खूब मज़ाक उड़ाया गया, हर कदम पर रोड़े भी अटकाए , बचकानी राजनीति ने, कई बार हालातों को और कठिन बनाए। भय उत्पन्न किया, भ्रम भी खूब फैलाये। पर मोदीजी अडिग रहे, थमे नहीं, कोरोना की उस घोर अंधेरी घड़ी में, आपने हौंसले की लौ जलाई, अन्न भी बांटा, रामायण भी दिखलाई, देश को भरोसा दिया, दिलों में शक्ति जगाई। मोदी सरकार नें रात–दिन एक कर महामारी से जंग लड़ी, वैक्सीन बनवाई, घर-घर पहुँचाई, हर नागरिक के जीवन के लिए सुरक्षा ढाल बनाई। मुफ़्त डोज लगवाने से लेकर हर संकट की चुनौती को पार कराया, जब पूरे विश्व के नेता गायब थे, तब उसने प्रहरी बनकर राष्ट्र का साहस बढ़ाया। आज ये कविता आपके समर्पण को प्रणाम करती है, देश आपका आभार जताता है, पीड़ियाँ आपको सलाम करती हैँ। धन्य धन्य जीवनदाता मोदी, इतिहास आपने रच डाला, आपके प्रयासों ने भारत को, महामारी को हराने का कौशल सीखलाया। --------

कविता - क्यों न कहें मोदी है ईश्वर के समान

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मोदी हैं ईश्वर के समान  राज सिंहासन पर बैठा था वो, सोच रहा था बहन-बेटीयों की वेदना का समाधान , घर घर शौचालय बनवा डालूँ , दूँ उनको सम्मान। यह मोदी ही था, जिसने पीड़ा हरी, किया समाधान ! क्यों न कहें मोदी है ईश्वर के समान...। नारी के आँसू देखे उसने, बदली उनकी तकदीर, घूंघट के पीछे दबी आवाज़ों को मिली जैसे जागीर, नारी सशक्तिकरण की लौ उसने जलाई,  बहुत सारी योजनाएं बनवाई, तीन तलाक हटाया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ लाया,  कदम-कदम पर मातृशक्ति का साथ निभाया, जैसे कोई रखवाला प्यारा। गाँव-गाँव तक पहुँची उसकी योजनाओं की उड़ान, भूखे को भोजन, बेघर को घर का नया सम्मान, देशहित को पूजा समझ, दिन-रात वो करता काम  , वह अपने कर्मों से गढ़ रहा भारत स्वाभिमान। यही वजह है, वह जन -जन की आवाज बना  नेता नहीं, देशभक्त है, जनता का सच्चा रक्षक है , इतना किया काम कि अमर हो गया नाम , सच ही तो है, मोदी हैं ईश्वर के समान ।

कविता - भगवान तुम्हारे साथ लड़ेगा

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कविता - भगवान तुम्हारे साथ लड़ेगा  अपनो से लड़ने की मुश्किल, महाभारत से चली आई है। अन्यायी अत्याचारियों ने, इस कमजोरी को अपनी ताकत बनाई है। इसलिए लड़ना भिड़ना और जितना होगा। चुप्पियों को ढाल बनाकर हम बहुत दूर तक चले थे, पर इतिहास याद दिलाता है, कि अन्याय से बचा नहीं जा पाता है,, उसके विरुद्ध खड़े होकर ही मनुष्य अपना धर्म निभाता है। उनकी ताकत, हमारी झिझक में है, उनकी जीत, हमारे डर में है, और हमारा हर छोटा साहस उनके साम्राज्य की दीवार में पहली दरार बन जाता है। भय की बेड़ियाँ तोड़ो अब, संकल्प हथियार बन जाओ, झूठ की परछाइयों पर सत्य का प्रकाश चढ़ओ । हार से मत डरो, तभी जीत पाओगे।  बुझे हुये साहस की  फिर से जगाना होगा, हार मान लेने से पहले लड़ना ही होगा... कदम जब जुनून से भरेंगे, तो रास्ते खुद बन जाएँगे। अन्यायी के हर छल के आगे हम सत्य की लौ बन जाएँगे, और यही विरासत गीता से मिली है अन्याय के विरुद्ध उठ खड़े होने की, उठो उठो और उठो  भगवान तुम्हारे साथ लड़ेगें यह विश्वास मन रखना। जय भी होगी विजय भी होगी।

कविता - जनधन खाते खुले अपार

कविता जनधन खाते खुले अपार  जनधन खाते खुले अपार, गरीबों को मिला अधिकार। आजादी को सदियाँ गुजरीं, पर मोदीजी ने दिया सम्मान। पहले बैंक थे ऊँची दीवार, गरीब रहे दर दर लाचार, काग़ज़, जमानत, बोझ अपार, सपना का था धुँधला संसार। मोदी नें बदली सोच महान, नीति बनी जनहित की शान, द्वार-द्वार सेवा पहुँची, उम्मीदों को मिला नया सम्मान। जनधन खाते खुले अपार, जनता को मिला अधिकार। आजादी को सदियाँ गुजरीं, पर मोदीजी ने दिया सम्मान। न कोई बंधन, न दूरी अब, हर व्यक्ती को है अधिकार , जहाँ चाहो खाता खुलता, जीवन में उजियारा भरता। बदलाव की यह नयी उड़ान, जन-जन में जगता उत्थान , विश्वास का स्वर्णिम संधान, भारत बढ़े नए अभियान। जनधन खाते खुले अपार, जनता को मिला अधिकार। आजादी को सदियाँ गुजरीं, पर मोदीजी ने दिया सम्मान। ---

कविता - हर दिन नया बनाना है

जीवन सुख का आधार सही, पर संघर्षों का दरिया है, समस्याओं से लड़ना है, हर पल खड़ी चुनौती को, हिम्मत से हराना है। मन में विश्वास जगाना है, हार कर फिर मुस्काना है, अंधेरों में करे उजियारा , बस ऐसा दीप जलाना है। रास्ते कठिन हों चाहे जितने, कदम नहीं डगमगाने हैं, तूफ़ानों की परवाह न करके, आगे ही बढ़ते जाने हैं। सपनों की उड़ान भरनी है, मन के पंख फैलाने हैं, गिरकर फिर उठने की ताकत, अपने भीतर जगानी है। जीवन एक सतत परीक्षा है, इसे हँसकर निभाना है, संघर्षों से सीख लेकर, हर दिन नया बनाना है।

कविता - देश लूट तंत्र में समाया है

लोकतंत्र की अभिलाषा थी, जग के आंसू पोंछू, हर घर में सुख समृद्धि हो , हंसी ख़ुशी से सबकी झोली भरदूँ। बीत गये दसकों इसके, पर ये होना पाया ! रामराज्य की कल्पना थी, पर देश लूट तंत्र में समाया है । फूलों-सी कोमल आशाएँ, काँटों में ही उलझी हैं, नेताओं के वायदों की नावें अक्सर बीच भंवर में अटकी हैं। जनता की थकी निगाहें अब भी उम्मीदें टटोलती हैं, किसे पुकारे न्याय हेतु, जब चौखटें ही डगमग बोलती हैं। पर फिर भी मन के भीतर एक दीप अडिग जलता है, अधकारों के अँधेरे में सत्य का पथ ही पलता है। हम ही बदलेंगे जग को, ये संकल्प हृदय में गुंजाए, लोकतंत्र तभी खिलेगा जब जन-जन कर्तव्य निभाए।

कविता - भगवान ही राह दिखाएगा

वक़्त-ए-ज़रूरत कोई काम न आएगा, उस ईश्वर का ध्यान करो, जिसने तुम्हें बनाया, वही पार लगाएगा। संसार की इस भीड़ में, राहें भटकती जाती हैं, मन की उलझी डोरें फिर केवल वही सुलझाएगा। जब अंधेरा चारों ओर हो, और उम्मीदें धुंधलाने लगें, एक दीपक बनकर भीतर से उसका ही प्रकाश जगमगाएगा। सुख में जिसका स्मरण न हो, दुख में जिसे पुकारें हम, उस दयालु की कृपा देखो, हर क्षण वही साथ निभाएगा। लोभ–मोह की लहरें चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हों, आस्था की नाव संभालकर वह तट तक पहुँचाएगा। इसलिए हर श्वास में उसका नाम सदा बसाए रखना, कर्म पथ पर चलते रहना, भगवान ही राह दिखाएगा।

कविता - में हारा सब जीते

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कविता - में हारा सब जीते कर्म क्षेत्र के धर्म पथ पर, कर्तव्यों कि तपस्थली में, पूरा जीवन जलता रहा, जब अपने हित की बात आई तो, सबको पाया शत्रुदल में , फिर क्या था....में हारा सब जीते ! क्योंकि में अपनापन त्याग न पाया, उनमें अपनापन आ न पाया। में हारा सब जीते..में हारा सब जीते। जो बड़ा बेटा होता है, जिम्मेदारी ढोता है, पढ़ाई उसकी छूटती है, लड़ाई में उसे छोक दिया जाता है  बांकी के अच्छे के लिए, अक्सर बुरा उसका होता है, जब वह अपने हक की बात करे  वनवास उसे तब होता है.. महाभारत घर के करते, वह खून के आंसू रोता है   ...! कर्म क्षेत्र के धर्म पथ पर, कर्तव्यों कि तपस्थली में, पूरा जीवन जलता रहा, जब अपने हित की बात आई तो, सबको पाया शत्रुदल में , फिर क्या था....में हारा सब जीते ! क्योंकि में अपनापन त्याग न पाया, उनमें अपनापन आ न पाया। में हारा सब जीते..में हारा सब जीते। आस टूटती, विश्वास टूटता  स्वास स्वांस, जीवन टूटता  मुर्दो सा बदहाल वह  बुझी हुई आग वह  आहे भर भर रोता है, कल तक़ कर्णधार था  विश्वासघात से वाहियात होता है ... नर्क सा जीवन, अंधकार ह...

कविता - भाग जाएगा अन्याय का शैतान

कविता - भाग जाएगा अन्याय का शैतान! सत्ता के सिंहासन पर बैठे, लोभ के भूखे नामदार, जनता की खुशहाली छीन-छीनकर भरते जाते अपना कोष अपार। क़ानून बना उनका खिलौना, इंसाफ़ हुआ बाजारू माल, सच की लाशों पर चलते हैं ये नक़ाबपोश जनसेवक काल। चुनाव बने अब मोल-भाव, वोट की बोली लगती खुलकर, लोकतंत्र की चादर ओढ़े नाच रहे हैं लुटेरे  मिल मिल कर। धर्म बांटा जाती बाँटी, बाँट रहे इंसान मेरी सरकार बन जाये की खातिर, आराजकता का बना रहे माहौल, देश से गद्दारी करके गर्व से कहते, “हम ही हैं राष्ट्र के रखवाले महान!” पर सुन लो, इतिहास लिखेगा हर छल, हर झूठ, हर अपमान, जब फूटेगी जनता की गर्जना, भाग जाएगा अन्याय का शैतान!

मतदाता सूची की शुद्धता और पवित्रता के लिए फार्म भरें और जमा कराएं , बीएलओ की पूरी - पूरी मदद करें — अरविन्द सिसोदिया

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मतदाता सूची की शुद्धता और पवित्रता के लिए फार्म भरें और जमा कराएं , बीएलओ की पूरी - पूरी मदद करें — अरविन्द सिसोदिया कोटा, 25 नवंबर। राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्याशी अरविन्द सिसोदिया ने आम नागरिकों से विशेष अपील की है कि " सभी नागरिक वर्तमान में चल रहे मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम में अपना फार्म आवश्यक रूप से भरें और उसे संबंधित बीएलओ को जल्द से जल्द जमा कराएं। यह मतदाता सूची की पवित्रता और शुद्धता के लिए राष्ट्रहित का महत्वपूर्ण कार्य है। " सिसोदिया ने कहा कि “जिस प्रकार वर्ष 2002-03 की एसआईआर मतदाता सूची आज बेहद महत्वपूर्ण सिद्ध हो रही है, ठीक उसी प्रकार वर्तमान एसआईआर सूची भी भविष्य में अत्यधिक उपयोगी साबित होगी। इसलिए प्रत्येक नागरिक इसे पूरी गंभीरता से लें और बीएलओ की पूरी पूरी सहायता करें।” सिसोदिया नें बताया कि " एसआईआर का पहला चरण 4 नवंबर से शुरू हो चुका है जो 4 दिसंबर को समाप्त हो जायेगा। इसके बाद इन्ही जमा फार्मों के आधार पर 09 दिसंबर को ड्राफ्ट सूची प्रकाशित होगी, जिस पर दावे आपत्ति आमंत्रित किए जायेंगे । ...

राम Ram

जय श्रीराम 🚩 राम निष्ठा हैं, राम विश्वास हैं, राम जीवन-दर्शन हैं, राम संस्कारों का प्रकाश हैं, राम कर्तव्य की मर्यादा हैं, राम धर्म की ध्वजा हैं, राम सत्य की दृढ़ता हैं, राम शौर्य का आलोक हैं, राम करुणा का स्रोत हैं, राम समभाव का संदेश हैं, राम समर्पण का स्वर हैं, राम आत्मा की ज्योति हैं, राम मानवता की प्रेरणा हैं। राम इतिहास में भी हैं और अनंत में भी, राम शब्दों में भी हैं और शून्य में भी, राम मंदिर की घंटियों में हैं, राम वनवासी के पथ में हैं, राम अयोध्या के हृदय में हैं, राम हर भारतवासी की श्वास में हैं। राम विश्व का स्पंदन हैं, राम धर्म का ध्रुवतारा हैं, राम युगों युगों का पथ-प्रदर्शन हैं, राम मानवता की अखंड धरोहर हैं। राम विस्तार हैं, राम असीम हैं, राम नित्य हैं, राम अनादि हैं, राम अनंत हैं… 🙏🏻🚩

विपत्ती में ईश्वर से गई प्रार्थना ही काम आती है...

विपत्ती में ईश्वर से गई प्रार्थना ही काम आती है... *🕉️ रात्रि कहानी 🕉️* अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा महल में झाड़ू लगा रही थी तो द्रौपदी उसके समीप गई उसके सिर पर प्यार से हाथ फेरते हुए बोली," पुत्री भविष्य में कभी तुम पर दुख,पीड़ा या घोर से घोर विपत्ति भी आए तो कभी अपने किसी नाते-रिश्तेदार की शरण में मत जाना। सीधे भगवान की शरण में जाना।" उत्तरा हैरान होते हुए माता द्रौपदी को निहारते हुए बोली," आप ऐसा क्यों कह रही हैं माता?" द्रौपदी बोली, " क्योंकि यह बात मेरे ऊपर भी बीत चुकी है। जब मेरे पांचों पति कौरवों के साथ जुआ खेल रहे थे, तो अपना सर्वस्व हारने के बाद मुझे भी दांव पर लगाकर हार गए। फिर कौरव पुत्रों ने भरी सभा में मेरा बहुत अपमान किया। मैंने सहायता के लिए अपने पतियों को पुकारा मगर वो सभी अपना सिर नीचे झुकाए बैठे थे। पितामह भीष्म, द्रोण धृतराष्ट्र सभी को मदद के लिए पुकारती रही मगर किसी ने भी मेरी तरफ नहीं देखा  वह सभी आंखे झुकाए आंसू बहाते रहे।" फिर द्रौपदी ने भगवान से कहा,"आपके सिवाय मेरा कोई भी नहीं है। भगवान तुरंत आए और द्रौपदी की रक्षा करी। जब द्रौ...

प्रेम अवतारी श्री सत्य साईं राम

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उनका जीवन - एक सारांश श्री सत्य साईं बाबा का जन्म पुट्टपर्थी में 23 नवंबर, 1926 को हुआ था - कार्तिक मास के एक शुभ सोमवार को, जब भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। उनका नाम सत्यनारायण राजू रखा गया था। उनकी माता ईश्वरम्मा को जिस बात ने सबसे अधिक प्रभावित किया, वह थी उनके नन्हे सत्य की असीम करुणा, विशेष रूप से गरीबों और दलितों के लिए। एक छोटे बच्चे के रूप में भी, वे इस बात पर जोर देते थे कि दरवाजे पर आने वाले भिखारियों की उनके सीमित साधनों के बावजूद अच्छी तरह से सेवा की जाए और अक्सर जरूरतमंदों को अपना हिस्सा भी दे देते थे। जब उन्होंने स्कूल जाना शुरू किया, तो उनके साथ खेलने वाले उनके साथियों को सामाजिक रूप से जिम्मेदार, आध्यात्मिक रूप से जागरूक, व्यक्तिगत और राष्ट्रीय चरित्र से संपन्न बनाने की उनकी क्षमता से प्रेरणा मिली। उनके मित्र अक्सर हवा से चीजें बनाने, भविष्य जानने, उनके कार्यों की अस्पष्टता ने उनके पिता श्री रत्नाकरम पेद्दा वेंकमा राजू को बहुत परेशान किया, और 23 मई, 1940 को, उन्होंने गुस्से में सत्या से उनकी असली पहचान उजागर करने को कहा। सत्या ने बस कुछ फूल लिए और उन्ह...