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अक्तूबर, 2011 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गरीबी से तंग पिता ने अपने तीन बच्चों को कुल्हाड़ी से काट दिया

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 इन बेवस बच्चों का हत्यारा....वह बाप नहीं ,३२ और २६ रुपये में गरीव को तौलने वाली केंद्र सरकार और अपने नागरिक की चिंता नहीं करने वाली राज्य सरकार है.... श्री राम के राज्य में एकबार एक अकाल मृत्यु हो गई..श्री राम का पूरा प्रसाशन  तंत्र कारण  और निवारण में जुट गया .., राज्य सरकार का यह दायित्व बनता है की वह जानें की कौन भूखा है कौन तंग हाल है... किसे घर में कौन सा दुःख है...! इन्ही व्यवस्थाओं के लिए देश की जनता नें उन्हें चुना है , टेक्स ,शुल्क और संसाधन सोंपें हैं ..,सरकार को अच्छी तरह समझाना चाहिए वह जनता  के  प्रति जबावदेह है...यह घटना सरकारों के स्तर पर चल रही जनता के प्रति संवेदनहीनता हे ..... उत्तर प्रदेश के रमाबाईनगर जिले में मंगलवार सुबह गरीबी से तंग पिता ने अपने तीन बच्चों को कुल्हाड़ी से काट दिया. बाद में खुद ट्रक के सामने कूदकर जान दे दी.घायल बच्चों में से एक की मौत हो गई, जबकि दो बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है. एक तरफ पूरा देश दीवाली की खुशियां मना रहा वहीं पर एक मजबूर बाप ने गरीबी की वजह से अपने तीन बच्चों का कुल्हाड़ी से मारकर काट डाला. आप सोच सकते हैं कि वह पिता कित

दीपावली : ऐ मेरे वतन के लोगों-------

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ऐ मेरे वतन के लोगों------- आज हम दीपावली मना रहे हैं....मगर यह न भूलें कि 1962 में चीन से युद्ध इसी समय चल रहा था और सीमा पर दिवाली नहीं खून की होली खेली जा रही थी। आज शुभ अवसर पर उन शहीदों को नमन... पंडित प्रदीप की इस महान और अभूतपूर्व श्रृद्धांजली में आओ हमस ब शामिल हों ...इसे लता मंगेशकर की आवाज ने और हृदृयस्पशी बना दिया है....नमन... ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी जब घायल हुआ हिमालय ख़तरे में पड़ी आज़ादी जब तक थी साँस लड़े वो फिर अपनी लाश बिछा दी संगीन पे धर कर माथा सो गए अमर बलिदानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी जब देश में थी दीवाली वो खेल रहे थे होली जब हम बैठे थे घरों में वो झेल रहे थे गोली क्या लोग थे वो दीवाने क्या लोग थे वो अभिमानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी कोई सिख कोई जाट मराठा कोई गुरखा

मोहनजी भागवत : समाज में सभी को परस्परावलम्बी होना चाहिये

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समाज में सभी को परस्परावलम्बी होना चाहिये - सम्मानीय भागवत जी कोटा / कसार 24 अक्टूबर । राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरसंघचालक माननीय डाॅ.मोहन मधुकरराव भागवत ने कहा ” विकास की गति धर्म युक्त नियंत्रित होनी चाहिये । मर्यादाहीन विकास तरक्की तो बहुत करता है किन्तु साथ ही बहुत सी विसंगतियां उत्पन्न करता है। इसमें पर्यावरण रक्षा का भी ध्यान रखा ही जाना चाहिये।“ वे गोयल प्रोटीन्य लिमिटेड ,कसार, जिला कोटा उद्योग समूह की द्वितीय इकाई उदघाटन समारोह के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। सम्मानीय भागवत ने अपने सम्बोधन में कहा ” मनुष्य ही एक मात्र इस तरह का प्राणी है जिसकी क्षमतायें इतनी विस्तृत हैं कि वह पशुओं से भिन्न, दूसरों के बारे में भी सोच - समझ सकता है और परमार्थ करते हुए नर से नारायण पद को प्राप्त कर सकता है ।“ उन्होने कहा ” हिन्दू संस्कृति में परस्पर सहयोग और परोपकार को ही सर्वोच्च प्राथमिकता है वह संकुचित विचारों की अनुमति नहीं देती है बल्कि सभी प्रकार क्रियाकलापों में समन्वय और सद्भाव को स्थापित्य करती है। “  उन्होने कहा समाज सभी गतिविधियों को और सभी गतिविधियां समाज को प्रभावित करती हैं ।

चीन रूपी दुश्मन के बडते कदम रोकनें होंगें

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चीन पर दो पोस्टर सामने आये हैं इन्हे हम भी प्रकाशित कर सकते हें और दूसरों को भी प्रेरित कर सकते हैं। चीन रूपी दुश्मन के बडते कदम हमें ही आगे बढ कर रोकनें होंगें। आओ आगे बडें......

आत्मा में खंजर की तरह उतरती है मंहगाई..

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- अरविन्द  सिसोदिया , कोटा , राजस्थान - 09414180151  आत्मा में खंजर की तरह घाव करती उतरती है मंहगाई... आदमी को जीते जी मार देती है मंहगाई..... मन मरता आशायें मरतीं,घर परिवार में होती मुरझााई.., दर्द यह नहीं है कि बडती ही जा रही है मंहगाई..., दर्द यह है कि.................................. सरकार खुद खडी हो कर, बडबा रही है मंहगााई...!!!   भयानक मंहगाई.... दीपावली पर श्रीमति सोनिया गांधी,मनमोहनसिंह और मोंटेकसिंह को आम व्यक्ति की तरह बाजार में जाना चाहिये, एक किलो मावा की मिठाई और आध किलो नमकीन, कुछ फटाके और कुछ मोमबत्ती खरीदनी चाहिये ताकि इन्हे बाजार के भाव भी पता चल सकें...कि जनता कि किस तरह लुटाई हो रही है। यह मंहगााई का महा भ्रष्टाचार कांग्रेस सोनिया गांधी और मनमोहनसिंह को अब हर चुनाव में तीसरा नम्बर और जमानत जप्ति का आईना दिखायेगी। पेट की भूखने साफ कर दिया कांग्रेस को ..... रोज रोज बडती मंहगाई...कभी डीजल..... कभी पैट्रोल.....कभी रसोई गैस..... और हाल ही में डीएपी खाद में बढाई भयंकर मंहगाई...निहत्थी जनता को एक ही अवसर वोट का....सौ सुनार की एक लुहार की....जनता अपना रंग द

सूचना के अधिकार कानून से सरकार घबरा गई है..

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- अरविन्द सिसोदिया  सूचना के अधिकार कानून से बहुत से राज बाहर आये और इस कारण कई कार्यकताओं को जान से भी हाथ धोना पडा, नेता , नौकरशाह और लुटेरों की मिली भगत को ,इस कानून ने काफी हद तक उजागर किया है। पोलें बाहर आनें से सरकार घबरा गई है, उसने चोर को मारने के बजाये....चोर को पकडने वाले कानून को ही मारने का फैसला कर लिया है। अब कांग्रेस सरकार सूचना के अधिकार कानून को बाधित करने की योजना में लग गई है, कांग्रेस सरकार के केंद्रीय कारपोरेट मामलों के मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने सोमवार को कहा कि सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम बनाने के समय में जो ” खामियां “ रह गई थीं, उन पर विचार करने की जरूरत है। “ आरटीआई का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक दलों के एजेंडे के लिए नहीं किया जा सकता। कुछ लोगों का एजेंडा निर्माण न होकर विध्वंस है। ऐसे लोग देश को अस्थिर देखना चाहते हैं।” कॉमनवेल्थ गेम्स से लेकर आदर्श घोटाले तक के ज्यादातर पहलुओं का खुलासा इसी कानून के इस्तेमाल से हुआ। अत: सरकार का इससे परेशान होना लाजिमी है। यह विडंबना ही है कि जो आरटीआई यूपीए के ताज का एक चमकता हीरा रहा है, वही आज उसे चुभने लगा है।

स्विट्ज़रलैण्ड भौतिकी प्रयोगशाला में भगवान शिव

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- सलिल ज्ञवाली  एवं विश्व मोहन तिवारी, Air Vice Marshal (Retd), Delhi                                                   कुछ माह पहले ही 'ईश्वरकण' की खोज के प्रयोग से हलचल पैदा करने वाली 'नाभिकीय अनुसंधान यूरोपीय संगठन' (CERN) का नाम तो विज्ञान प्रेमियों को याद होगा। ११३ देशों के ६०८ अनुसंधान संस्थानों के ७९३१ वैज्ञानिक तथा इंजीनियर इस संस्थान में अनुसंधानरत हैं। यह फ़्रान्स और स्विट्ज़रलैण्ड दोनों देशों की‌ भूमि में १०० मीटर गहरे में स्थित है। यह अनेक अर्थों में विश्व की विशालतम भौतिकी‌ की प्रयोगशाला है।             १९८४ में यहां के दो वैज्ञानिकों को बोसान कणों की खोज के लिये नोबेल से सम्मानित किया गया। १९९२ में ज़ार्ज शर्पैक को कणसंसूचक के आविष्कार के लिये नोबेल से सम्मानित किया गया।१९९५ में यहां 'प्रति हाइड्रोजन ' अणुओं का निर्माण किया गया। वैसे तो इसकी उपलब्धियों की सूची लम्बी है, किन्तु इस समय यह फ़िर गरम चर्चा में है क्योंकि इसके एक प्रयोग से ऐसा निष्कर्ष- सा निकलता दिखता है कि एक अवपरमाणुक कण ने प्रकाश के वेग को हरा दिया है।         यह तो आइन्स्टाइन क

मंत्री मदेरणा की मुक्ति में विलम्ब क्यों....?

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- अरविन्द सिसोदिया  आज तक के चैनल ” तेज “ पर सूचना आ रही है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने , जल संशाधन मंत्री महीपाल मदेरणा से भंवरी गुमसुदगी प्रकरण के चलते पद से इस्तीफा मांगा है...नैतिकता तो यह कहती है कि जिस दिन श्री मदेरणा का नाम आया था तभी उन्हे इस्तीफा देकर निष्पक्ष जांच की बात कहनी चाहिये थी। और राजधर्म यह कहता है कि जानकारी आते ही एक दो दिन की फोरी जांच के बाद स्वंय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मंत्रीमण्डल से उन्हे मुक्त कर देना चाहिये था। मुख्यमंत्री और मंत्री दोनों ही जांच प्रभावित करने के दोषी तो हैं ही ...,अब डेढ माह बाद....पूरे मामले के सबूत मिटवा कर.... गहलोत उन्हे मंत्री पद से हटातें हैं तो भी अर्थहीन है और वे अब हटते भी है तो अपना काम तो वे पूरी सफाई से कर ही चुके.....!!!! अब जेल में भी जाना पडे और वहां आराम करने का मौका मिले तो क्या हर्ज .... --- भंवरी देवी के मामले में : मंत्री महिपाल मदेरणा को मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता .. जयपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा कस्बे की नर्स भंवरी देवी के लापता होने के मामले में फंसे जन स्वास्थ्य अभियात्रिकी मंत्री महिपाल मदेरणा

देश सुरक्षा पर गंभीर गफलत..

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  - अरविन्द सीसौदिया ,  इस देश को इस सरकार ने, हर सफे पर नाकामी और देश के साथ बुरा करने जैसा किया है। यह खबर 31 जुलाई 2011 के अखबार में छपी है। 45 हजार करोड की सुरक्षा सम्बंधि खरीदारीयां अटकी हैं। मेरी नजर में यह खबर आज आई सो आपसे आज ही शेयर कर रहा हूं। एक तरफ चीन हमारी सीमाओं पर आखडा हुआ है और हम लगभग निहत्थे जैसे, कांग्रेस सरकार को देश हित में तुरंत रक्षा आवश्यकताओं की जरूरतों की खरीददारी पूरी करनी चाहिये।  

कश्मीर हमारा था, है और रहेगा : अन्ना हजारे

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कश्मीर हमारा था, है और रहेगा : अन्ना हजारे - अरविन्द सिसोदिया  अन्ना हजारे ने जन लोकपाल के मुद्दे पर लड़ाई लड़ रही अपनी टीम के सदस्य और प्रसिद्ध अधिवक्ता प्रशांत भूषण की आलोचना करते हुये कहा है कि कश्मीर पर प्रशांत भूषण के विचार सही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कश्मीर हमारे देश का अभिन्न अंग है. अन्ना ने यह भी कहा कि प्रशांत भूषण को टीम में रखने पर विचार किया जाएगा| हजारे ने अपनी बात कह कर ये बात जाहिर कर दी कि उनके विचार उनके प्रशांत भूषण से बिल्कुल भी इफ्तेफाक नहीं रखते हैं। प्रशांत भूषण जो कुछ भी कश्मीर के लिए कह रहे हैं ये उनकी अपनी निजी राय है। लेकिन व्यक्तिगत रूप से मैं मानता हूं कि कश्मीर भारत का अंग था, है और हमेशा रहेगा। किसी के कहने से वो अलग नहीं हो जायेगा। मैंने भी कश्मीर को बचाने के लिए वहां का दौरा किया था। १४ अक्तूबर , शुक्रवार को अन्ना हजारे ने मीडिया से बातचीत करते हुये कहा कि कश्मीर को लेकर प्रशांत भूषण ने जो विचार व्यक्त किये थे, ये प्रशांत भूषण के विचार थे और वे उससे सहमत नहीं है. अन्ना हजारे ने कहा कि प्रशांत भूषण के विचार ठीक नहीं हैं. बात यहीं नहीं रुकी. अन्ना हजार

गमों के बादल....kavita

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- अरविन्द सिसोदिया  गमों के बादलों ने, फिर घटाओं का रूप धर कहा,  हम आ गये, हमें बरसना है। बेवसी के लवादे को,  उसकी तरफ उछाल हमनें भी कहा, जिन्दगी एक बार मिली है प्यारे... और हमनें उसे जीना सीख लिया है !! चल भागजा जहां से भी आया है।  ====== - अरविन्द सीसौदिया, कोटा,राजस्थान,  मर्यादा के दिये में, पावनता का तेल भरा, निष्चल प्रेम की बाती से, आशाओं का दीप जला, विष्वास का प्रकाश हुआ, हम जल का बुझ जायें तो क्या, जग देखे भोर का उजियाला....!!  ====== -अरविन्द सीसौदिया जो रात रात भर जाग कर,रात को दिन बना लेते हें।  वे ही फिर उंनींदी आंखों से पूछतें हें कि क्या आप भी जागे थे ??? यदि कोई हमारा सो नहीं पा रहा ..., तो नींद हमें भी कैसे आ पाती !!! फेसबुक ने रातों को दिन बना दिया.. क्या करें? वे भाग्यवान हैं जो काली रात को भी दिन में बदल देते हैं।  उनके साहस को प्रणाम !!!! ======

भैरोंसिंह शेखावत : सम्पूर्ण राजनैतिक व्यक्तित्व के धनी

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- अरविन्द सिसोदिया , कोटा  २३ अक्टूवर भा ज पा के वरिष्ठ  नेता एवं पूर्व उप राष्ट्रपति रहे माननीय भैंरो सिंह शेखावत की जयंती   है...इस अवसर पर उन्हें शत शत नमन........  **** यदि आपके पास कोई प्रकाशित करने योग्य संस्मरण है तो मेरे नीचे लिखे ई मेल पर भेजें चित्र सहित इस ब्लॉग पर प्रकाशित किया जाएगा....  भाजपा की वरिष्ठ त्रिमूर्ति , अटल जी , शेखावत जी और अडवानी जी .... .  सम्मानीय भैरोंसिंह शेखावत सम्पूर्ण राजनैतिक व्यक्तित्व के धनी  - रघुवीरसिंह कौशल     सबसे पहले में एक संस्मरण से अपनी बात प्रारम्भ करता हूं,में बांरा विधानसभा क्षैत्र से विधानसभा का चुनाव बांरा को जिला बनाने की घोषणा के साथ लडा और जीता, हमारी सरकार बनीं,मेंने विधानसभा में प्रश्न पूछा कि सरकार के पास कितने नये जिले बनाने का विचार विचाराधीन हैं ? विधानसभा में उत्तर प्राप्त हुआ कि सरकार के पास नये जिले बनाने का कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। इस उत्तर से में उत्तेजित हो गया और सदन में मैंने सरकार की कडी आलोचना की...! पार्टी के ही कुछ कार्यकता तत्कालीन मुख्यमंत्री भैंरोसिंहजी शेखावत के पास पहुचे और उनसे कहा रघुवीरसिंह

राष्ट्रद्रोही प्रशांत भूषण पर कार्यवाही क्यों नहीं ...?

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- अरविन्द सीसौदिया , कोटा, राजस्थान  दूध मांगो दूध देगें ,  कश्मीर मांगा तो चीर देंगें।। यह नारा हमारे देश में निरंतर गूंज रहा है। यह देश की आवाज है।। जम्मू और कश्मीर, भारत का अभिन्न अंग आज से नहीं हजारों साल से है।  .....जम्मू और कश्मीर,प्रशांतभूषण का बटुआ नहीं है। जो बे किसी को भी दे दें.....!!! जब जम्मू और कश्मीर में कोई शत्रु हमारी सीमा में घुसने की कोशिश करता है तो हमारा सैनिक उसे गोली मार देता है। हमारा सैनिक मर जाता है मिट जाता है मगर जीते जी दुश्मन को देश में घुसने नहीं देता ।  प्रशांत भूषण ने देशहित, संविधन और भारतीय कानूनों की सीमाओं का लगातार उल्लंघन किया है। उन्हे सजा क्यों नहीं दी गई जो जनता को कानून अपने हाथ में लेना पडा.....? कुछ  समय पूर्व प्रशांत भूषण कोटा राजस्थान में आये थे। मीसावंदियों के कार्यक्रम में,तब भी वे इस मुद्दे पर पिटते पिटते बचे थे। अब नई दिल्ली में ही देशद्रोही प्रशांत भूषण की पिटाई हो गई। यह इसलिये हुआ कि दिल्ली  और कई राज्यो में भारत से जम्मू और कश्मीर को आजाद करने की बकालत करते फिर रहे थे । मगर भारत सरकार और राज्य सरकारों को प्रशांत भूषण पर

भुखमरी : दुनिया की एक चौथाई आबादी भारत में

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'ऑन द ब्रिंक : हू बेस्ट प्रिपयर्ड फॉर ए क्लाइमेट एंड हंगर क्राइसिस' हमारे प्रधान मंत्री बड़े अर्थ शास्त्री हैं उन्हें छोटी छोटी जरुरत भी नहीं जुटा पा रही जनता नहीं दिख रही ...बड़े बड़े घोटालों से जो फुर्शत नहीं है... विश्व की एक चोथाई भूखा मारी की कगार पर खडी जन संख्या उन्हें बिचलित नहीं कर पा रही.., इस का एक ही मतलव है की हमारे प्रधान मंत्री असंवेदनशील हैं... जलवायु परिवर्तन और भुखमरी का खतरा झेलने वाले 21 विकासशील देशों में भारत को सातवें स्थान पर रखा गया है। यह खुलासा 10 octbar 2011 सोमवार को एक नए अध्ययन में किया गया है। गैरसरकारी संगठन एक्शनएड द्वारा किए गए अध्ययन 'ऑन द ब्रिंक : हू बेस्ट प्रिपयर्ड फॉर ए क्लाइमेट एंड हंगर क्राइसिस' में भारत को पाकिस्तान और नाइजीरिया से ऊपर रखा गया है। अध्ययन में कहा गया है कि विश्व के सामने आज तीन प्रमुख चुनौतियां हैं- जलवायु परिवर्तन, संसाधन का अभाव और खाद्य मूल्य में अस्थिरता। एक्शनएड के कार्यकारी निदेशक संदीप चचरा ने कहा कि भुखमरी के कगार पर जीवनयापन कर रहे दुनिया की एक चौथाई आबादी भारत में रहती है। अगर यहां हालात में सुधार

हमें भंवरी चाहिए-राजस्थान हाईकोर्ट

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http://www.rajasthanpatrika.com तो कोर्ट की निगरानी में होगी मामले की जांच जोधपुर। अपह्रत एएनएम भंवरी देवी मामले को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने ११ ओक्ट्बर  २०११ मंगलवार को एक बार फिर राजस्थान राज्य की सरकार को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने भंवरी देवी के पति अमरचंद की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई के दौरान सरकार को पूरी तरह विफल करार देते हुए कहा कि प्रदेश के इतिहास में ऎसी नाकारा सरकार कभी नहीं देखी।  कोर्ट ने पुलिस को भंवरी देवी को शीघ्र बरामद कर अदालत में पेश करने के आदेश दिया। न्यायाधीश गोविंद माथुर एवं न्यायाधीश एन के जैन की खंडपीठ ने कहा कि मामले की सीबीआई से जांच कराने की कोई जरूरत नहीं है। मामले की अगली सुनवाई 13 अक्टूबर को होगी।  खंडपीठ ने कहा कि हमें पुलिस पर भरोसा है लेकिन राज्य सरकार पर नहीं है। मामले में राज्य सरकार बहुत ही कमजोर तरीके से कार्रवाई कर रही है तथा आरोपियों को बचाने एवं मामले के तथ्यों को छुपाने का प्रयास कर रही है, इसलिए अब यह उचित होगा की मामले की सुनवाई प्रतिदिन करके न्यायालय निगरानी रखे।  न्यायालय ने कहा कि सरकार मामले में कितनी गंभीर है इसका

लालकृष्ण आडवाणी की जन चेतना यात्रा शुरू

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वर्त्तमान सरकार की भ्रष्टाचार में संलिप्तता और भयावह मंहगाई के कारण देश में अचानक सभी राजनैतिक दलों के प्रति अविश्वास उत्पन्न हो गया है..! बात यहीं खत्म नहीं होती , बल्कि वर्तमान राजनैतिक व्यवस्था को लुटेरी और भ्रष्ट होने की जन धारणा बन गई..,जबकि यह कृत्य कांग्रेस नेतृत्त्व वाली यू पी ए सरकार का है..उनके भ्रष्टाचार हिमालय जैसे बड़े हैं .., विश्व में इससे बड़ा कोई एकाध ही भ्रष्टाचार होगा..! इन परिस्थितियों में लाल कृष्ण अडवानी जी की रथ यात्रा कम से कम राजनेतिक अविश्वाश को दूर करने और देश के सामने एक प्रभावी विकल्प रखनें के लिए उचित कदम है.... ------ भ्रष्टाचार के खिलाफ देशभर में बने माहौल के बीच बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बिहार के सिताब दियारा से अपनी जनचेतना यात्रा शुरू कर दी। उन्होंने दावा किया कि यह यात्रा सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए है। यात्रा का मकसद देश और सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश देना है। यात्रा को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, लेकिन इससे पहले नीतीश ने इशारों में साफ कर दिया कि वह इसलिए इस यात्रा को हरी झ

जयप्रकाश नारायण :JP: सम्पूर्ण क्रांति के जनक

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कांग्रेस को केंद्र की सत्ता से विदा करने वाले प्रथम राजनेता :  जयप्रकाश ना राय ण, सन १९७७ में जनता पार्टी सरकार बनवाने के नायक जयप्रकाश ही थे ........, जन्मदिवस पर शत शत नमन..!  जयप्रकाश नारायण (11 अक्तूबर, 1902 - 8 अक्तूबर, 1979) (संक्षेप में जेपी ) भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता थे। उन्हें 1970 में इंदिरा गांधी के विरुद्ध विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है। वे समाज-सेवक थे, जिन्हें लोकनायक के नाम से भी जाना जाता है। 1998 में उन्हें भारत रत्न से सम्मनित किया गया।   पांच जून के पहले छात्रें-युवकों की कुछ तात्कालिक मांगें थीं, जिन्हें कोई भी सरकार जिद न करती तो आसानी से मान सकती थी। लेकिन पांच जून को जे. पी. ने घोषणा की:- "भ्रष्टाचार मिटाना, बेरोजगारी दूर करना, शिक्षा में क्रान्ति लाना, आदि ऐसी चीजें हैं जो आज की व्यवस्था से पूरी नहीं हो सकतीं; क्योंकि वे इस व्यवस्था की ही उपज हैं। वे तभी पूरी हो सकती हैं जब सम्पूर्ण व्यवस्था बदल दी जाए। और, सम्पूर्ण व्यवस्था के परिवर्तन के लिए क्रान्ति, ’सम्पूर्ण क्रान्ति’ आवश्यक है।" सम्पूर्ण क्रान्ति के आह्वान उन्होने

Karwa Chauth : 15 Oct 2011

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* Karwa Chauth is a festival celebrated by all married Hindu women. They observe a fast for the long life of her husband and in the evening, they adorn bridal makeup. * Karwa Chauth is a festival that provides an opportunity for all married women to get close to their in-laws. All married women observes fast that ensures the well-being, prosperity and longevity of their husbands. This Hindu festival has a cultural and social significance and all Indians celebrate this festival with great enthusiasm. * The festival of Karwa Chauth is celebrated mostly by North India to All India. This event is growing bigger with each passing day. In addition to the traditional items such as henna, beauty products and fashionable clothes, the demand of special eateries are also gearing up. Nowadays, Karwa Chauth is more of fun than a serious festival.

करवाचौथ के दिन बिल्कुल दुल्हन जैसी

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* करवाचौथ के दिन पूजा और विधियों की शुरुआत सुबह सूरज निकलने से पहले शुरू हो जाती है। महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर भगवान शिव, पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा की पूजा करती हैं। रात्रि में चांद निकलने पर छलनी से चांद को देखकर और अघ्र्य चढ़ाने के बाद ही करवाचौथ का व्रत तोड़ा जाता है। *  जरूरी नहीं है कि सभी महिलाएं करवाचौथ के दिन ब्यूटीशियन से मेकअप करवाएं ही, पर वो इनमें से कुछ बॉडी ट्रीटमेंट तो जरूर करवाती हैं। जिन महिलाओं का पहला करवाचौथ होता है, उनके लिए यह मौका लगभग शादी के दिन सजने-संवरने जैसा ही होता है। कई महिलाएं करवाचौथ के दिन बिल्कुल दुल्हन जैसी दिखना चाहती हैं।’ * करवाचौथ से संबंधित कई कथाएं प्रचलित हैं। आज इस त्योहार का मूल भाव भले वही पुराना हो, पर मायने  बदल गए हैं। अब यह पति के लिए अपना प्यार जताने का पर्व बन गया है। .अधिकांश महिलाओं के लिए उनकी जिंदगी पहला करवाचौथ सबसे खास होता है। * अपने पति की लंबी आयु और बेहतर स्वास्थ्य की कामना के लिए? उनके प्रति अपने प्यार को जताने के लिए या फिर परंपरा को कायम रखने के लिए? इस व्रत को रखने का कारण चाहे जो हो, पर यह सालों से भार