चीन ने नरेंद्र मोदी के बयान को खारिज किया
असल मे भारत का चीन के साथ कोई सीमा ही नही मिलती है , भारत की सीमा पर तो तिब्बत हे नेपाल हे भूटान हे ! चीन ने अनधिकृत रूप से तिब्बत को हथिया लिया है । जिस सीमा को चीन अपनी बता रहा है वह उसकी कभी भी थी ही नही न वह आधिकारिक टूर से है । वह तो उसका विस्तारवाद है जो तिब्बत को निंगल कर प्राप्त किया है ।
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चीन ने नरेंद्र मोदी के बयान को खारिज किया
पीटीआई | Feb 24, 2014
चीन ने नरेंद्र मोदी के 'विस्तारवादी मानसिकता' वाले बयान को खारिज कर दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने कभी किसी की एक इंच जमीन हड़पने के लिए भी हमला नहीं किया।
बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल में अपनी रैली में चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह अपनी विस्तारवादी मानसिकता से बाज आए। मोदी ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और चीन विस्तारवादी रवैये से दूर रहे।
इसके जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चिनयुंग ने कहा, 'आप चीन के विस्तारवाद की बात कर रहे हैं। आप देख सकते हैं कि चीन ने कभी किसी मुल्क की एक इंच जमीन हड़पने के लिए भी हमला नहीं किया।'
हुआ ने कहा कि इतने सालों में सीमा पर कभी कोई हिंसक विवाद नहीं हुआ, जो इस बात का पुख्ता सबूत है कि हम वहां शांति बनाए रखने की काबिलियत रखते हैं। हुआ ने कहा, 'हम हमेशा कहते हैं कि हम असली कामों के जरिए शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर बढ़ना चाहते हैं। हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्तों के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
चीन और भारत के बीच 4000 किलोमीटर लंबी सीमा है। तिब्बत की तरह ही चीन अरुणाचल को भी अपना हिस्सा बताता है और दोनों देशों के बीच इसे लेकर विवाद चल रहा है।
चीन ने नरेंद्र मोदी के 'विस्तारवादी मानसिकता' वाले बयान को खारिज कर दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने कभी किसी की एक इंच जमीन हड़पने के लिए भी हमला नहीं किया।
बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल में अपनी रैली में चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह अपनी विस्तारवादी मानसिकता से बाज आए। मोदी ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और चीन विस्तारवादी रवैये से दूर रहे।
इसके जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चिनयुंग ने कहा, 'आप चीन के विस्तारवाद की बात कर रहे हैं। आप देख सकते हैं कि चीन ने कभी किसी मुल्क की एक इंच जमीन हड़पने के लिए भी हमला नहीं किया।'
हुआ ने कहा कि इतने सालों में सीमा पर कभी कोई हिंसक विवाद नहीं हुआ, जो इस बात का पुख्ता सबूत है कि हम वहां शांति बनाए रखने की काबिलियत रखते हैं। हुआ ने कहा, 'हम हमेशा कहते हैं कि हम असली कामों के जरिए शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर बढ़ना चाहते हैं। हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्तों के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
चीन और भारत के बीच 4000 किलोमीटर लंबी सीमा है। तिब्बत की तरह ही चीन अरुणाचल को भी अपना हिस्सा बताता है और दोनों देशों के बीच इसे लेकर विवाद चल रहा है।
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