CARAVAN पत्रिका : आपराधिक , मनगढ़ंत और बकबास पूर्ण फर्जी इंटरब्यू




आपराधिक , मनगढ़ंत और बकबास पूर्ण फर्जी इंटरब्यू
संघ के सरसंघचालक पर लगाया आरोप बड़ी दुर्भावना से प्रेरित - भाजपा
भारत के राजनैतिक माहौल को खराब करने का बड़ा षड़संत्र चल रहा है - भाजपा

कोटा 06 फरवरी । भाजपा के  जिला उपाध्यक्ष अरविन्द सिसोदिया ने कई वर्षों से जेल में बंद असीमानंद के नामसे एक पत्रिका के द्वारा राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरसंघचालक परमपूज्य मोहन भागवत जी पर लगाये आरोपों को सिरे से खारिज करते हुये कहा ” लोकसभा चुनावों में राष्ट्रवादी संगठनों को दबाव में लेने का यह कुत्सित षड़यंत्र प्रतीत होता है। देश में संघ के  स्वंयसेवक रहे नरेंद्र मोदी की जबरदस्त लहर हे , इसी से घबराई भारत विरोधी ताकतें मिडिया की स्वतंत्रता का गलत और आपराधिक दुरूपयोग कर रहे हैं ।  संघ नागरिकों को देशभक्ती सिखाता है। उनका चरित्र निर्माण करता है। “

 सिसोदिया ने कहा कि ” इस प्रकार के आरोप पहले भी लगाए गए हैं। आरोप निराधार हैं और संघ को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। असीमानंद ने पहले भी अदालत में खड़ा हो कर कहा कि संघ का इससे कुछ लेना-देना नहीं है। कल भी उन्होने बोला कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा। “

भाजपा नेता ने कहा कि  संघ का कार्य व्यक्ति निर्माण का है। जैसे-जैसे चुनाव पास आएंगे, ऐसी मनगढ़ंत बातें बनती रहेंगी। उन्होने कहा कि ये पूरी तरह बकवास है। बिना सच्चाई जाने इंटरव्यू प्रकाशित कर दिया गया। इस पर सवाल खड़े होते हैं। हम इसे पूरी तरह खारिज करते हैं। संघ के सरसंघचालक पर लगाया आरोप बड़ी दुर्भावना से प्रेरित है। ये किसी गुप्त षड़यंत्र का हिस्सा प्रतीत होते हैं।

अरविन्द सिसोदिया
जिला उपाध्यक्ष भाजपा
जिला कोटा देहात
9414180151 / 9509559131
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RSS चीफ को धमाकों के पीछे बताने वाले इंटरव्यू के बाद 
CARAVAN को धमकी, दफ्तर के बाहर प्रदर्शन
dainikbhaskar.com|Feb 07, 2014,
नई दिल्ली. समझौता बलास्ट के मुख्य आरोपी असीमानंद के CARAVAN मैगजीन में प्रकाशित इंटरव्यू मामले ने तूल पकड़ लिया है। असीमानंद ने इस बात से साफ इन्कार किया है कि उन्होंने कभीCARAVAN पत्रिका को कोई इंटरव्यू दिया। वहीं, सं घ प्रमुख को धमाकों के पीछे बताने वाले इंटरव्यू के बाद पत्रिका के दिल्ली स्थित ऑफिस के आरएसएस और हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। पत्रिका के दफ्तरों में धमकी भरे कॉल्स भी आ रहे हैं। पत्रिका के संपादक विनोद जोज ने ट्वीट किया है, ' CARAVAN के दिल्ली और मुंबई ऑफिस में धमकी भरे कॉल्स आ रहे हैं'

CARAVAN पत्रिका में जो इंटरव्यू प्रकाशित  हुआ है, उसमें असीमानंद ने कहा है कि समझौता बलास्ट संघ प्रमुख मोहन भागवत की सहमति से हुआ था। 2007 में समझौता एक्सप्रेस, हैदराबाद की मक्का मस्जिद और अजमेर दरगाह में

एक अंग्रेजी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक असीमानंद अब कह रहे हैं कि एक पत्रकार वकील के भेष में उनसे कोर्ट में मिलने आया था और जो कुछ बाते हुईं उसका एक हस्तलिखित नोट भी है। असीमानंद ने कहा कि उन्होंने कभी मोहन भागवत का नाम नहीं लिया। वहीं,CARAVAN पत्रिका के संपादक विनोद जोज का कहना है कि इंटरव्यू बिल्कुल सही है और पत्रिका जल्द ही असीमानंद से हुई बातचीत का टेप रिलीज करेगी। जोज ने इस बात से इन्कार किया है कि पत्रकार वकील की भेष में असीमानंद से मिलने पहुंचा था। साथ ही कहा कि इंटरव्यू कोई स्टिंग नहीं था, बल्कि असीमानंद ने खुद CARAVAN से बातचीत की सहमति व्यक्त की थी।

गौरतलब है कि मैगजीन ने दावा किया है कि असीमानंद ने उसे एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि ये तीनों धमाके आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मंजूरी पर किए गए थे। मैगजीन की रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि मोहन भागवत ने असीमानंद को यह भी कहा था कि इन धमाकों में संघ का नाम नहीं आना चाहिए। CARAVAN पत्रिका के मुताबिक, भागवत ने असीमानंद को यह भी कहा था कि यह हिंसा होनी चाहिए लेकिन याद रहे कि इसमें किसी भी तरह से संघ का नाम न आए। '

हालांकि, आरएसएस के पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण दिया था कि संघ का इससे कोई लेना देना नहीं है। संघ का काम चरित्र निर्माण और देश निर्माण करना है।
 'कारवां' पत्रिका में प्रकाशित इंटरव्यू में असीमानंद ने साफ कहा है कि भागवत को ब्‍लास्‍ट की जानकारी थी और मुस्लिम ठिकानों पर धमाकों की योजना को उन्‍होंने ही मंजूरी दी थी।

इंटरव्यू करने वाली लीना गीता रघुनाथ ने लिखा है- असीमानंद ने एक मीटिंग के बारे में मुझे बताया, जो कथित तौर पर जुलाई 2005 में हुई थी। सूरत में आरएसएस के सम्‍मेलन के बाद संघ के बड़े नेता भागवत (मोहन) और इंद्रेश कुमार डैंग (गुजरात) के एक मंदिर में गए थे। असीमानंद वहीं रहा करते थे। मंदिर से कई किलोमीटर दूर एक तंबू में भागवत और कुमार ने असीमानंद और उनके सहयोगी सुनील जोशी से मुलाकात की। जोशी ने भागवत को देश भर में मुस्लिम ठिकानों पर बम धमाके की योजना बताई। असीमानंद के मुताबिक आरएसएस के दोनों नेताओं ने योजना पर सहमति जताई और भागवत ने उनसे कहा, 'आप सुनील के साथ मिल कर इस पर काम कर सकते हैं। हम शामिल नहीं होंगे। लेकिन, आप इसे कर रहे होगे तो यह समझना कि हम आपके साथ हैं।' असीमानंद ने बताया, 'उन्‍होंने मुझसे कहा कि स्‍वामी अगर आप यह करते हो तो हम आपके साथ हैं। कुछ गलत नहीं होगा। क्रिमिनलाइजेशन नहीं होगा। आप इसे करते हो तो लोग यह नहीं कहेंगे कि हमने अपराध करने के मकसद से किया है। यह हमारे सिद्धांतों से जुड़ेगा। यह हिंदुओं के लिए बेहद अहम है। कृपया इसे कर लें। हमारा आशीर्वाद आपके साथ है।'
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असीमानंद का दावा- आरएसएस चीफ ने धमाकों को दी थी हरी झंडी
dainikbhaskar.com|Feb 07, 2014
नई दिल्‍ली. समझौता ब्‍लास्‍ट केस के मुख्‍य आरोपी स्‍वामी असीमानंद के एक इंटरव्यू से आरएसएस और इसके प्रमुख मोहन भागवत की मुश्‍किल बढ़ सकती है। इस इंटरव्यू में असीमानंद ने साफ कहा है कि भागवत को ब्‍लास्‍ट की जानकारी थी और मुस्लिम ठिकानों पर धमाकों की योजना को उन्‍होंने ही मंजूरी दी थी। यह इंटरव्यू 'कारवां' पत्रिका में छपा है।

इंटरव्यू करने वाली लीना गीता रघुनाथ ने लिखा है- असीमानंद ने एक मीटिंग के बारे में मुझे बताया, जो कथित तौर पर जुलाई 2005 में हुई थी। सूरत में आरएसएस के सम्‍मेलन के बाद संघ के बड़े नेता भागवत (मोहन) और इंद्रेश कुमार डैंग (गुजरात) के एक मंदिर में गए थे। असीमानंद वहीं रहा करते थे। मंदिर से कई किलोमीटर दूर एक तंबू में भागवत और कुमार ने असीमानंद और उनके सहयोगी सुनील जोशी से मुलाकात की। जोशी ने भागवत को देश भर में मुस्लिम ठिकानों पर बम धमाके की योजना बताई। असीमानंद के मुताबिक आरएसएस के दोनों नेताओं ने योजना पर सहमति जताई और भागवत ने उनसे कहा, 'आप सुनील के साथ मिल कर इस पर काम कर सकते हैं। हम शामिल नहीं होंगे। लेकिन, आप इसे कर रहे होगे तो यह समझना कि हम आपके साथ हैं।' असीमानंद ने बताया, 'उन्‍होंने मुझसे कहा कि स्‍वामी अगर आप यह करते हो तो हम आपके साथ हैं। कुछ गलत नहीं होगा। क्रिमिनलाइजेशन नहीं होगा। आप इसे करते हो तो लोग यह नहीं कहेंगे कि हमने अपराध करने के मकसद से किया है। यह हमारे सिद्धांतों से जुड़ेगा। यह हिंदुओं के लिए बेहद अहम है। कृपया इसे कर लें। हमारा आशीर्वाद आपके साथ है।'

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