संघ के माननीय विभाग संघचालक श्री तैलंग जी ने हजारों को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित किया
पुण्य स्मरण -
श्री तैलंग ने हजारों को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित किया - अरविन्द सिसोदिया
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक माननीय प्रभाषचन्द्र तैलंग की पुण्यतिथि पर पुण्य स्मरण -
“ दादा के नाम से सब दूर लोकप्रिय , हमारे प्रेरणा स्त्रोत स्व0 प्रभाषचन्द्र जी तेलंग 7 अप्रेल 2015 को हम सभी के बीच से देवलोक गमन कर गये थे। उनकी पुण्य स्मृति हमें सहज ही शोकमग्न कर देती है। उनके जैसा स्वभाव, सहजता और सृदृड़ता की कोई शानी नहीं है। उनके आसपास भी किसी को हम नहीं पाते है। सहज ही आंखें भर आती हैं। भारतमाता इस महान सपूत को गोधरा नृशंस हत्याकाण्ड के दिन बहुत ही व्यथित अवस्था में मेनें देखा है। हिन्दू समाज की कमजोरियों को दूर करनें और उसे स्वाभिमान से भरने की दिशा में दादा ने विराट काम किया है। हजारों स्वयंसेवक और समाज बन्धुओं को भारतमाता की सेवा हेतु प्रेरित किया। उन जैसा कोई लाखों करोडों में एकाध ही होता है। मन यही कहता है कि दादा देव लोक में बैठनें वाले नहीं हैं, वे किसी न किसी अन्य स्वरूप में भारत माता की सेवा में फिर से जुटे हुये होंगे ।
‘‘श्री तैलंग जी ने पूरा जीवन भारतमाता की सेवा में समर्पित कर दिया, उन्होंने राष्ट्र सेवा के विचारों से हजारों लोगों को देश सेवा के लिए प्रेरित किया,उनकी सादगी, सहजता एवं अनुशासनप्रियता हमेशा ही अनुकरणीय रहेगी, समाज को उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से लम्बे समय पर प्रेरणा प्राप्त होती रहेगी।’’
संघ के माननीय विभाग संघचालक श्री तैलंग जी ने हजारों को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित किया - सिसौदिया
The Honorable RSS Kota Vibhag Sanghchalak Shri Tailang ji inspired thousands to serve the nation - Sisodia
भारतमाता के जयकारों के बीच की गई अन्त्योष्टि
कोटा, 7 अप्रैल।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक प्रभाषचन्द्र तैलंग का मंगलवार को प्रातः 9 बजे कैथूनीपोल स्थित स्वनिवास पर निधन हो गया। वे गत 5-6 माह से कैंसर से पीडि़त थे। 68वर्षीय तैलंग विद्यार्थी काल से ही स्वयंसेवक बन गए थे तथा मुख्यशिक्षक और कार्यवाह जैसे प्रारंभिक दायित्वों को वहन करते हुए कोटा बूंदी जिलों को मिलाकर संध दृष्टिसे बनाए गए विभाग के संघचालक थे।
उन्होंने बताया कि प्रभाष तैलंग का मूल जन्मस्थल बस्सी जयपुर में है। वे अपने पीछे पत्नी दो पुत्र, पौत्र समेत भरापूरा परिवार छोड़कर गए हैं। उनके छोटे भाई डाॅ. भालचन्द्र तैलंग संघ के विभाग कार्यवाह हैं। छह माह पूर्व उनकी बीमारी का पता लगने के बाद काफी समय तक एमबीएस में भी भर्ती रहे थे।
प्रातः 9 बजे उनकी मौत के बाद दोपहर को किशोरपुरा मुक्तिधाम पर पूर्ण विधिविधान से अन्त्येष्टि की गई। उनके पुत्रों निखिल और केशव ने शव को अन्त्येष्टि दी। तैलंग की मौत का समाचार मिलते ही हाड़ौती भर से संघ के कार्यकर्ता, शहर के प्रबुद्ध जन, राजनैतिक क्षैत्र के कार्यकर्ताओं समेत बड़ी संख्या में लोग अन्तिम दर्शनों के लिए मुक्तिधाम और उनके आवास पर पहुंचे।
पुष्टिमार्गीय थे तैलंग
पं. राधेश्याम शर्मा ने बताया कि प्रभाष के साथ काम करने में बहुत आनन्द आया करता था। उन्होंने संघ को कोटा में खड़ा करने में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे बताते हैं कि तैलंग पुष्टिमार्गीय ब्राह्मण थे, जिनमें छूआछूत बड़ी मात्रा में माना जाता है। इसके बावजूद स्वयंसेवक होने के कारण प्रभाष तैलंग के पूरे परिवार में कईं भी छूआछूत का कहीं भी नामोनिशान नहीं था। उन्होंने सही अर्थाें में संघमय जीवन को अपनाया था।
शोकसभा गुरुवार को
राष्ट्र चेतना अभियान समिति की ओर से भी तैलंग को श्रद्धांजलि दी गइ है। समिति के मंत्री बाबूलाल रेनवाल ने बताया कि प्रभाषचन्द्र तैलंग की तीये की बैठक तथा शोकसभा गुरूवार को गीताभवन पर शाम को 5.30 बजे आयोजित की जाएगी।
'आरएसएस के विभाग संघचालक तैलंग का निधन भारतमाता के जयकारों के बीच की गई
तैलंग की मौत का समाचार मिलते ही हाड़ौती भर से संघ के कार्यकर्ता, शहर के प्रबुद्ध जन, राजनैतिक क्षैत्र के कार्यकर्ताओं समेत बड़ी संख्या में लोग अन्तिम दर्शनों के लिए मुक्तिधाम और उनके आवास पर पहुंचे। पुष्टिमार्गीय थे तैलंग पं. राधेश्याम शर्मा ने बताया कि प्रभाष के साथ काम करने में बहुत आनन्द आया करता था। उन्होंने संघ को कोटा में खड़ा करने में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे बताते हैं कि तैलंग पुष्टिमार्गीय ब्राह्मण थे, जिनमें छूआछूत बड़ी मात्रा में माना जाता है। इसके बावजूद स्वयंसेवक होने के कारण प्रभाष तैलंग के पूरे परिवार में कईं भी छूआछूत का कहीं भी नामोनिशान नहीं था। उन्होंने सही अर्थाें में संघमय जीवन को अपनाया था। शोकसभा कल राष्ट्र चेतना अभियान समिति की ओर से भी तैलंग को श्रद्धांजलि दी गइ है।
समिति के मंत्री बाबूलाल रेनवाल ने बताया कि प्रभाषचन्द्र तैलंग की तीये की बैठक तथा शोकसभा गुरूवार को गीताभवन पर शाम को 5.30 बजे आयोजित की जाएगी।'
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तैलंग के अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोटा विभाग के सरसंघचालक प्रभाषचन्द्र तैलंग का निधन मंगलवार को हो गया, उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर 2 बजे किशोरपुरा मुक्तिधाम में किया गया जहां संघ परिवार के साथ विविध क्षेत्र सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए। भारतीय जनता पार्टी की ओर से महापौर महेश विजय, शहर जिलाध्यक्ष हेमन्तकृष्ण विजयवर्गीय, वरिष्ठ भाजपा नेता अरविंद सीसौदिया, जटाशंकर शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रह्लाद पंवार, नेता खण्डेलवाल, पूर्व पार्षद रामबाबू सोनी, किशन पाठक, दिनेश सोनी, ललित किशोर शर्मा, प्रताप सिंह तोमर, डॉ. गोपाल सिंह भाटी, गिरिराज सिसोदिया सहित प्रमुख पदाधिकारी व पार्षद अंतिम संस्कार में सम्मिलित हुए।
अरविन्द सिसोदिया
9414180151
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