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विष्णुदत्त शर्मा, मध्यप्रदेश भाजपा के श्रेष्ठतम संगठक bjp mp

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एक युग नहीं, एक प्रेरणा पुंज— जो हर दिल में जीवित रहेगा। माननीय श्री विष्णु दत्त शर्मा जी (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी — मध्यप्रदेश) आज जब आप प्रदेश अध्यक्ष पद से औपचारिक रूप से विदा ले रहे हैं, तो यह क्षण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि पूरे संगठन, विशेषकर हम जैसे छोटे कार्यकर्ताओं के लिए भावनात्मक विदाई का पल है। आपका नेतृत्व कोई सामान्य कालखंड नहीं था — यह एक स्वर्ण युग था। • 2023 में 230 में से 163 सीटें भाजपा की झोली में • 2024 में फिर से 29 की 29 सीटें जीतकर इतिहास रचना • पार्टी की दो बार सरकार निर्माण में निर्णायक भूमिका • संगठन को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाना, मंडल से लेकर बूथ तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना • युवाओं में जोश और राष्ट्र के लिए कर्मयोग का भाव भरना आपका व्यक्तित्व संयम और साहस का संगम है। विचारों में स्पष्टता, कार्यशैली में पारदर्शिता और लक्ष्य के प्रति अडिगता — यही आपकी नेतृत्व की पहचान रही है मेरे लिए यह व्यक्तिगत गर्व और सौभाग्य की बात है… पहले आपके साथ जहां विद्यार्थी परिषद का कार्य करने का अवसर मिला एवं आप जैसे कर्मठ और दूरदर्शी नेता के ने...

हिंदुत्व का सर्वोच्च अनुसंधान, पूर्णपरब्रह्म ही सत्य है - अरविन्द सिसोदिया Par brahm parmeshwar

हिंदुत्व का सर्वोच्च अनुसंधान, पूर्णपरब्रह्म ही सत्य है - अरविन्द सिसोदिया  भारतीय मानव सभ्यता करोड़ों अरबों वर्ष प्राचीन पूर्ण विकसित मानव सभ्यता है, इसलिए इसके पास ज्ञान का समृद्ध भंडार है, जिसने ईश्वर से लेकर मनुष्य तक, प्रकृति से लेकर सृष्टि तक, आरंभ से लेकर अनंत तक का अनुसंधान किया है। उस ज्ञान से जो पाया, समझा कि जो कुछ भी विद्वमान है, मौजूद है वह अपने आपमें पूर्ण है। मनुष्य है तो पूर्ण है, पशु पक्षी पेड़ पौधे प्रत्येक अपने आप में पूर्ण हैँ और किसी वृहद व्यवस्था जो अपने आप में भी पूर्ण सत्ता है का अंश है या अंग है। यह भी समझा कि सृष्टि में स्वरूप परिवर्तन होता है, समाप्त कुछ भी नहीं होता। परमशक्ति के जीवन की सनातनता में प्राणी सत्ता जन्मदिन जीवन मृत्यु और फिरसे जन्म जीवन और मृत्यु की श्रंखला में चलती रहती है। यह आदि से अनंत की यात्रा है।  सनातन हिंदू संस्कृति के इस महान और संजोकर रखने योग्य ज्ञान को भारत सरकार के संरक्षण में भी रखा जाना चाहिए, क्योंकि यह महान अनुसंधान, आने वाले समय में मानव सभ्यता को दिशा देनें के काम आएगा। विराट विश्व में व्याप्त विज्ञान ही सृष्टि संचालन ...