आरएसएस देशहित का प्रबल संकल्प है,उसे तुष्टिकरणवादी कांग्रेस नहीं रोक सकती - अरविन्द सिसोदिया
संघ नें हिंदुत्व को नई प्राणशक्ति दी हैँ - अरविन्द सिसोदिया
आरएसएस देशहित का प्रबल संकल्प है,उसे तुष्टिकरणवादी कांग्रेस नहीं रोक सकती - अरविन्द सिसोदिया
कोटा 5 जुलाई। भाजपा राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविन्द सिसोदिया नें कांग्रेस के आरएसएस के बयानों पर पलटबार करते हुए कहा है कि " राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत का प्रमुख राष्ट्रहित चिंतक नागरिकों का लोकशिक्षण करनें वाला संगठन है, यह विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है। संघ का जन्म स्वतंत्रता संग्राम से ही राष्ट्रहित हेतु हुआ है। जिसने भारतमाता को परम वैभव पर स्थापित करने के लक्ष्य से अपना प्रारंभ किया है और अपनी सौ वर्ष की यात्रा में भारत को विश्व की प्रमुखशक्तियों बना दिया है।"
सिसोदिया नें कहा है कि " कांग्रेस का संघ को प्रतिबंधित करने का विचार पूरी तरह से असंवैधानिक और लोकतंत्र विरोधी, तानाशाही विचार है, कांग्रेस के संस्थापक अंग्रेजों की फिरंगी सोच है,जिसे भारत कतई स्वीकार नहीं करता है। कांग्रेस नें पूर्व में भी कई बार संघ पर प्रतिबंध लगाये और मुंह क़ी खाई है। संघ भारत के लोगों का राष्ट्रहित चिंतक, आदरणीय, पूज्यनीय और प्रेरणापथ संगठन है, पूरा देश इस संगठन के साथ खड़ा है, कांग्रेस और उकसे वैचारिक अन्यायी न इसे रोक पाये, न इसे रोक पाएंगे। "
सिसोदिया नें कहा है कि " संघ को देश का आशीर्वाद और समर्थन प्राप्त है। उसने स्थापना से लेकर वर्तमान तक अनेकानेक बधाएँ, प्रतिबंधों को पार करते हुये देश के सामाजिक ढांचे में सभी क्षेत्रों में योग्य नेतृत्वकर्ता स्वयंसेवक दिये हैँ। जो देश को सही दिशा में ले जानें में लगातार प्रमाणित हो रहे हैँ।"
सिसोदिया नें कहा कि "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नें गुलामी के लंबे दौर से जूझ रहे,निराश हिंदू समाज के मन में स्वाभिमान भरने का काम किया, भारत के सनातन समाज को नई ऊर्जा दी है, नए प्राण दिये हैँ। वहीं कांग्रेस सिर्फ तुष्टिकरण की भेदभाव पूर्ण कायरता में उलझी रही, उसने देश की एकता की कमजोर किया और देश का विभाजन करवा बैठी।"
उन्होंने कहा कि " संघ नें सनातन हिंदू जीवन मूल्यों का उत्थान किया, सांस्कृतिक स्वाभिमान को जाग्रत किया और देश को सिर उठा कर जींनें का साहस दिया। इसी मार्ग पर चल कर देशभक्त स्वयंसेवक विविध क्षेत्रों में भारत की उन्नति, विकास और विजय के नए कीर्तिमान अर्जित कर रहे हैँ, नए इतिहासों का निर्माण कर रहे हैँ।"
भाजपा नेता अरविन्द सिसोदिया नें कहा है कि " कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष लगातार आरएसएस ( संघ ) को लेकर राजनैतिक द्वेष से गलतबयानी आधारित आलोचना करते रहते हैं और उनकी "गुड़ बुक" में आनें के लिए कांग्रेस के कई छूटभैय्या नेता भी संघ के विरुद्ध झूठी बयानीबाजी करते रहते हैँ। किन्तु अडिग संघ मज़बूती से अपने ध्येयपथ पर बढ़ता चला जा रहा है। वह देश के जनमत द्वारा स्वीकार्य राष्ट्रहित चिंतक संगठन है,उसे झूठे बयान बहादुरों को जबाब देनें की जरूरत ही नहीं है। उसकी उपलब्धियां ही उसका जबाब हैँ। "
सिसोदिया नें कहा है कि " कांग्रेस और उसके स्वभाव की पार्टियों को जनता गंभीरता से नहीं लेती हैँ । किन्तु कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के पुत्र प्रियांक खड़गे ने आरएसएस पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध की बात कहकर कांग्रेस की लोकतंत्र और संविधान विरोधी स्वयंभू प्रभुसत्ता की तानाशाही बदनीयत को फिरसे उजागर किया है। इससे देश पूरी तरह अस्वीकार व विरोध करता है और जनमत कांग्रेस के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतेगा।"
सिसोदिया नें कहा है कि " संघ नें राष्ट्र को एकात्मस्वरूप प्रदान करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है,जबकि कांग्रेस नें हमेशा समाज के फिरंगियों की तरह विघटन और तुष्टिकरण को प्रथमिकता देकर, फुट डालो राज करो की नीति को अपनाया है।"
सिसोदिया नें कहा कि " स्वतंत्रता संग्राम में देश के सेंकड़ों छोटे बड़े संगठन और लाखों कार्यकर्ता सम्मिलित रहे हैँ। संघ के संस्थापक डा. केशव बलिराम हेडगेवार भी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारी भी रहे हैँ और जेलयात्रा भी की है। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता में योगदान के लिए ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी और वह अनवरत भारतमाता के हितों के लिए सेवारत है।"
सिसोदिया ने कहा कि " कांग्रेस ने देश विभाजन को स्वीकार किया और नए देश पाकिस्तान के हिंदू नागरिकों को भगवान भरोसे छोड़ दिया। उस समय नए बने पाकिस्तान से आरहे शरणार्थियों की चिंता संघ के स्वयंसेवक ही कर रहे थे,3500 से अधिक शरणार्थी शिविर लगा कर उनके जीवन को पुनः पटरी पर लानें की चिंता संघ के स्वयंसेवक कर रहे थे। वहीं जम्मू और कश्मीर की पाकिस्तान सीमा पर भारतीय सेना के साथ संघ स्वयंसेवक ही खड़ा था। तब कांग्रेस सत्ता सुख भोग रही थी और संघ मातृभूमि की रक्षा के लिए सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा था ।"
सिसोदिया नें कहा कि " जम्मू और कश्मीर के स्वतंत्र भारत में एकीकरण में संघ के तत्कालीन सरसंघचालक गुरु गोलवलकर में महत्वपूर्ण भूमिका तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के आग्रह पर निभाई और महाराजा हरिसिंह को भारत में विलय हेतु राजी किया, जिससे जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना। इस स्वप्न को धारा 370 से मुक्त करने का कार्य भी संसद में एक स्वयंसेवक प्रधानमंत्री मोदीजी नें किया है। "
सिसोदिया नें कहा कि " चीन-भारत युद्ध के दौरान सेना का सक्रिय रूप से समर्थन किया, रसद, प्रशासन और शहीद सैनिकों के परिवारों की देखभाल में सहायता कार्य में संघ के स्वयंसेवक सक्रिय भूमिका में रहे, जिसके परिणामस्वरूप 1963 के गणतंत्र दिवस परेड में संघ को भाग लेने का निमंत्रण नेहरूजी की ओर से मिला और 3500 स्वयंसेवक सम्मिलित हुये।"
सिसोदिया नें कहा कि " पाकिस्तान के साथ 1965 के युद्ध के दौरान, संघ ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने और दिल्ली के यातायात को प्रबंधित करने में सहायता की थी ताकि सैन्य सहायता के लिए पुलिस को मुक्त किया जा सके।आरएसएस के स्वयंसेवक घायल सैनिकों के लिए रक्तदान करने वाले पहले व्यक्ति भी थे और कश्मीर में हवाई अड्डों से बर्फ हटाने में भी मदद की।"
सिसोदिया नें कहा कि " गोवा की मुक्ति आंदोलन, आपातकाल का विरोध व भूमिगत आंदोलन, श्रीराम जन्म भूमि मुक्ति,श्रमिक आंदोलन को राष्ट्रवादी दिशा देना सहित भारतीय राजनीती में राष्ट्रहित चिंतन की स्थापना भी संघ के स्वयंसेवकों के परिश्रम से ही सिद्ध हुआ है। " उन्होंने कहा कि " देश में तुष्टिकरण के सामने नत मस्तक सत्ताओं को उखाड़ फेकनेँ में निश्चित ही स्वयंसेवकों की तेजस्वी भूमिका से रही है , जिससे कांग्रेस संघ विरोधी होकर झूठ फैलाती रहती है। उनसे जलती है, द्वेष रखती है। "
सिसोदिया नें कहा कि " संघ सामाजिक सेवा की गतिविधियों में सबसे अधिक सक्रिय संगठन है जो समाज के संकट में, प्राकृतिक आपदाओं में,सहयोग हेतु सबसे पहले पहुंचता है। चाहे ओडिशा चक्रवात, भोपाल गैस त्रासदी, 1984 के सिख विरोधी दंगे, गुजरात भूकंप, सुनामी, उत्तराखंड बाढ़,कारगिल युद्ध, गुजरात विमान हादसा जैसी घटनाओं के दौरान आपदा राहत में सबसे पहले सहयोग हेतु उपस्थित होनें वाला संगठन है।"
सिसोदिया नें कहा है कि " देश संघ को परमपूज्य आदरणीय संगठन के रुपमें शिरोधार्य करता है और उसके खिलाफ किसी भी षड्यंत्र को स्वीकार नहीं करेगा। "
भवदीय
अरविन्द सिसोदिया
9414180151
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