कल्याणसिंह : श्रीरामजन्म भूमि के संकट मोचक हनुमान - अरविन्द सिसौदिया Kalyan Singh & Ramjanm Bhoomi

- अरविन्द सिसौदिया 9414180151 अब कल्याणसिंह जी नहीं रहे, एक कारसेवक के नाते मेरे मन में भी इच्छा थी कि कल्याणसिंह जी किसी तरह श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण तक जीवित रहें। किन्तु "हरी" इच्छा बलवान । कल्याणसिंह जी यह देख कर गये हैं कि उनके जीते जी श्रीराम जन्म भूमि मुक्त हो गई और उस पर भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रारम्भ भी हो गया है। एक श्रृद्धांजली सभा में मेरे मन में बार बार विचार आ रहा था कि कल्याणसिंह जी को उपमा क्या दी जाये, उन्होने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुये जो कर दिखाया वह असामान्य था, पद पर बनें रहने की इच्छा किसकी नहीं होती। इस तरह के निर्णय अदम्य साहस के होते है। हलांकी कल्याण सिंह जी एक स्वंयसेवक भी थे। एक स्वंयसेवक किस तरह के अदम्य साहस से भरा रहता है। यह भी कल्याणसिंह जी ने प्रमाणित किया। यह तो सर्वोच्च न्यायालय की भी महानता है कि उन्होने कल्याणसिंह जी को ढ़ाचे की रक्षा नहीं कर पाने की सजा मात्र कुछ घंटों की दी,लम्बी सजा भी दे सकता था,चुनाव लडने पर रोक भी लगा सकता था । खैर सवाल था उपमा क्या दी जाये, उन्हे किस तरह के शब्दों से अंलकृत ...