हिन्दू के जले पर नमक मत छिडको ...

हिन्दुस्तान में हिन्दू को ही चुनौती .... 
गांधी का राम .., साम्प्रदायिक हो गया...?
-- अरविन्द सीसोदिया 
हिन्दू - मुस्लिम लड़ाओ और अपना साम्राज्य चलाओ , क़ी नीति पर ही अंग्रेजों ने १८५७ के बाद का राज्य किया और वही खेल वर्तमान नेहरु वंश  कांग्रेस पार्टी खेल  रही है..., इसे समझना होगा..!! देश बंटवाया; लाखों हिन्दू वे मौत मारे गए; करोड़ों के घर छूटे..! कांग्रेस पर नेहरु वंश का कब्ज़ा और इसकी प्रेरणा से देश में बहुत से वंशवादी दलों का उदय हुआ और लोकतंत्र खतरे में है ! आपातकाल लगा कर देश के लोकतंत्र का गला घोंटा..! स्विश बैंकों में जमा रकम  भारत लानें में टाल मटोल करना,  भ्रष्टाचार , घोटाले , भेदभाव , भाई भतीजा वाद ,  देशहित से पीछे हटाना, इतिहास के सही पहलुओं को कपट पूर्ण ढंग से नजर अंदाज करना,   हिन्दुओं के साथ दोगला व्यवहार करना, हिन्दू मान बिन्दुओं के साथ सौतेला व्यवहार करना.., विदेश नीति के हर मोर्चे पर फेल होना.., विदेश व्यापार में निरंतर घटा कहना,  इत्यादी  इत्यादी ...!!  
     कांग्रेस यह प्रचारित कर रही  है कि 2007 में हैदराबाद की मक्का मस्जिद, सितंबर 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव और उसी समय मोदासा में बम धमाकों के पीछे अभिनव भारत संगठन का ही हाथ था। यह संदेह भी है कि समझौता एक्सप्रेस पर भी इसी संगठन ने हमला किया, जिसमें पाकिस्तान जा रहे 68 लोग मारे गए थे। इनमें ज्यादातर मुसलमान थे। यह हिन्दू आतंकवाद है....!! 
* कांग्रेस इस मुद्दे पर चुप है कि भारत सरकार मुम्बई सीरियल बम ब्लास्ट कांड के मुख आरोपी दाउद  को वे गिरिफ्तार करने और पाकिस्तान से भारत लाने में विफल रहे..! 
* कांग्रेस यह भी देश को नही बता पा रही कि ज्यादातर आतंकवादी घटनाएँ पाकिस्तान प्रेरित होने पर भी वह न तो रोक पाती  और न ही उन लोगों पर कार्यवाही कर पाती जो उससे देश में  अन्दर से जुड़े हैं ! अफजल गुरु को तीन न्यायालयों नें फांसी की सजा दी है.., मगर कांग्रेस सरकार उसकी फांसी  टाले  जा रही है..,  जब कि  महात्मा गांधी और इंदिरा गांधी के हिन्दू हत्यारों की फांसी टली नहीं गई थी ..!  
* जिन मामलों में अदालत ने आतंकवादियों को सजा दी हुई है .., उन्हें आप सही सजा देने से बचते हैं ..! 
* भारत माता को डायन  कहने वाले सम्मानित होते हैं , उन्हें टोका रोका नही जाता.., और जय श्री राम कहने वालों को आप साम्प्रदायिक कहते नहीं थकते...!   
*  केरल क़ी ईसाई माता कि पुत्री अरूधंती रॉय , भारत की अखंडता  को , संविधान को ख़ारिज करती है और उस पर राष्ट्रद्रोह नहीं बनता..., यही बात हिन्दू ने कही होती तो उस पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर  की तरह मकोका लगता..!  उस व्यक्ती पर २० बार सच बोलने के नार्कोटेस्ट  करवाए जाते..! और फिर भी उसे जेल में रखा  जाता...!
* गुजरात दंगों पर तूफान लाते रहते हो.., गोधरा में चलती सवारमती ट्रेन  में पेट्रोल डाल कर  जलाये गए हिन्दुओं कि चर्चा तक नहीं ..! वे हिन्दू अयोध्या से राम लला के दर्शन करके लौट रहे थे .., यही उनका अपराध था..?????
* वन्देमातरम पर आपत्ती करने वाले पाकिस्तान बनवा चुके.., जा चुके .., जिन्हें वन्दे मातरम पशन्द नहीं है वे अब भी जा सकते हैं..., वन्दे मातरम राष्ट गीत है उसके खिलाफ बकवास अपराध क्यों नहीं ..! 
* भारत का झंडा कश्मीर में जलाने पर अपराध क्यों नहीं ...? कश्मीर को बचाने में और बाद में लगातार रक्षा करने में हमारी सेना का लहू बहता है...! कश्मीर हमारा और हमारे बाप का यह बात क्यों नहीं कही जाती...! हम युगों युगों से इसके मालिक हैं ...!! 
* गांधी जी को स्वतंत्रता आन्दोलन में अपेक्षित सफलता नही मिली थी.., तब उन्होंने आधी धोती ( पंचा  ), लाठी और मुंह में राम का नाम अपनाया .., तब देश उनके साथ खड़ा हुआ...! उसी रामलला की जन्म भूमी को स्वत्रंतता का अधिकार क्यों नही भाई...? जिस नाम से स्वत्रन्त्रता ली उसके भी सगे नहीं ..!! 
* बाबरी मस्जिद के ढहने की तो निंदा.., हमलावर बाबर क़ी न निंदा और न आलोचना...!!
लम्बी कहानीं है ........... भेदभाव और अनाधिकार कब्जे तथा देश की लूटपाट की ..........
सोनिया जी मुस्लिमों के शुभ चितक दिखने से पहले यह भी समझलो क़ी , मुसलमानों के खलीफा का पद इसाई साम्राज्यवाद ने ही हिंसा के वल पर समाप्त करवाया था..!! बहुत सारे धर्म युद्ध भी मुसलमानों से  ईसाईयों नें ही लडे थे.., आज जो आतंकवाद विश्व स्तर पर खड़ा है उसके लिए भी भावी इसाई साम्राज्यवाद का लक्ष्य जिम्मेवार है..!!       

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

इंडी गठबन्धन तीन टुकड़ों में बंटेगा - अरविन्द सिसोदिया

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी