संघ से नेहरु कांग्रेस की वंशानुगत शत्रुता
संघ - संघ कोसे जाओ..!
खाओ - पियो - माल उडाओ...!!
- अरविन्द सीसोदिया
आज जब देश में कांग्रेस की सरकार है वह संघ को कोसती है तो सबसे ज्यादा खुशी किसी मुसलमान को या किसी समाजवादी को नही होती .., सबसे ज्यादा खुशी होती है ईसाई मिशनरियों को.., रोम को , पोप को , क्यों कि ये ही इस देश को इसाई देश बनाना चाहते हैं , ईसाई देश बनाने कि खुली घोषणा करते हैं .., उनकी राह रोकने की ताकत और किसी में तो है नहीं ..!! यह पुरुषार्थ सिर्फ संघ के स्वंयसेवक ही करते हैं कि उन्होंने अपने प्रयासों से मिशनरियों के द्वारा किये जा रहे धर्मान्तार्ण को लगभग रोक दिया है...!! पूरे देश में एकमात्र संघ ही इस तरह का संगठन है जो देश के हिंदुत्व को बचाने में लगा हे .. इसीलिए उसे बार बार बदनाम करके रोकने के प्रयास कांग्रेस कर रही ..!
कांग्रेस यह कार्य संघ के विरुद्ध है पहली बार नहीं कर रही ! बल्की वह उसके प्रती शत्रुता पूर्ण कार्य लगभग १९४५/४७ से ही रही है ! तब जवाहर लाल नेहरु भी येशी ही भाषा बोलते थे | जब सरदार पटेल संघ का विलय कांग्रेस में चाहते थे तब भी संघ विलय का विरोध करने वाले नेहरु जी थे ..!! नेहरु जी ने संघ को गांधी वध में भी इसी लिए डाला था कि उसे बदनाम किया जा सके मगर संघ को करार दिया गया था ! मगर संघ को आतंकवादीयों से जोड़ने कि जो साजिश चल रही है .., वह बहुत खतरनाक खेल है इस षड्यंत्र के नतीजे अच्छे नहीं हो सकते...!!! ईसाई मिशनरियां खुश हो सकतीं हैं .. , मगर यह देश इसे बर्दास्त नहीं करेगा !! सिम्मी के कार्यों के सामने संघ के कार्य रख कर बात करो राहुल जी ..,
कांग्रेस के सालाना अधिवेशन (२ नवम्बर २०१० ) में अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि संघ का असली चेहरा पूरे समाज के सामने है. उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराये जाने को भी गलत ठहराया. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में AICC की बैठक में कांग्रेस ने बड़ी ही सफाई से लोगों का ध्यान भ्रष्टाचार से हटाकर स्वंय घोषित सांप्रदायिक ताकतों ( वास्तविकता में राष्ट्रहित चितक ताकतें ) के तरफ खींचने की कोशिश की। सोनिया ने इशारों-इशारों में संघ पर निशाना साधा तो प्रणब मुखर्जी ने सीधे आरएसएस के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की बात कह डाली। उन्होंने कहा कि जांच में आरएसएस का असली चेहरा सामने आ गया है।लेकिन कांग्रेस ने राष्ट्रीय अधिवेशन में सोनिया गांधी ने भ्रष्टाचार पर चुप्पी साध ली। अपने भाषण में सोनिया ने न तो आदर्श सोसायटी घोटाले का जिक्र किया और न ही कॉमनवेल्थ घोटाले का। उम्मीद थी कि सोनिया इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखेंगी, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। राष्ट्रीय अधिवेशन में आदर्श सोसायटी घोटाले में फंसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति के चेयरमैन सुरेश कलमाडी मौजूद थे।कांग्रेस यह कार्य संघ के विरुद्ध है पहली बार नहीं कर रही ! बल्की वह उसके प्रती शत्रुता पूर्ण कार्य लगभग १९४५/४७ से ही रही है ! तब जवाहर लाल नेहरु भी येशी ही भाषा बोलते थे | जब सरदार पटेल संघ का विलय कांग्रेस में चाहते थे तब भी संघ विलय का विरोध करने वाले नेहरु जी थे ..!! नेहरु जी ने संघ को गांधी वध में भी इसी लिए डाला था कि उसे बदनाम किया जा सके मगर संघ को करार दिया गया था ! मगर संघ को आतंकवादीयों से जोड़ने कि जो साजिश चल रही है .., वह बहुत खतरनाक खेल है इस षड्यंत्र के नतीजे अच्छे नहीं हो सकते...!!! ईसाई मिशनरियां खुश हो सकतीं हैं .. , मगर यह देश इसे बर्दास्त नहीं करेगा !! सिम्मी के कार्यों के सामने संघ के कार्य रख कर बात करो राहुल जी ..,
कांगेस अपनी गिरेवान में झांके....
* देश को विभाजित करवाने वाली कांग्रेस
* पाकिस्तान के कब्जे में कश्मीरी भू भाग छोड़ कर युद्ध विराम करने वाली कांग्रेस
* चीन के पक्ष में तिब्बत पर हांसिल भारतीय अधिकार छोड़ने वाली कांग्रेस
* चीन के द्वारा तिब्बत निन्गालने का विरोध तक नहीं करने वाली कांग्रेस
* देश के लोकतंत्र का गला घोटनें वाला आपातकाल लगाने वाले
* स्विस बैंकों में जमा धन पर चुप्पी साध जाने वाले
* कश्मीर को देश से अलग करने की सजिसा करने वाले शेख अब्दुल्ला से लेकर उमर अब्दुल्ला तक को साथ देने वाले ..!!
देश के दुश्मनों का तो कुछ बिगाड़ नहीं पाते .., निर्दोष संगठनों पर लांछन उछालते रहते हैं ..!!
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