बिहार : भाजपा की ही आंधी थी ...!
एक मुस्लिम प्रभाव वाले राज्य में
भाजपा की अभूतपूर्व बढ़त
- अरविन्द सीसोदिया
चुनाव आयोग ने २४ नवम्बर २०१० को बिहार के सारे नतीजों की औपचारिक घोषणा कर दी. घोषित नतीजों के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड 115 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को 91 सीटें मिली हैं. 2005 के विधानसभा चुनाव के हिसाब से सबसे ज्यादा फायदे में भारतीय जनता पार्टी रही. उसे पिछली विधानसभा के 55 सीटों के मुकाबले 36 अतिरिक्त सीटें मिली हैं. पिछली बार के मुकाबले नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने अपनी सीटों में 27 का इजाफा किया. लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल की सीटें 54 से घटकर 22 हो गई हैं. राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 7 सीटों का नुकसान हुआ और वह 10 से 3 पर आ गए. कांग्रेस 9 से 4 पर आ गई जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भी अपने दो विधायकों से हाथ धो बैठी. उसे सिर्फ 1 सीट मिली है. हालांकी मीडिया को यह कहनें में आपत्ती हो सकती है कि भाजपा की आंधी थी .., मगर चुनाव परिणाम कह रहे हैं कि भाजपा की ही आंधी थी ...! भाजपा को पीछे धकेलने के लिए नरेंद्र मोदी को नहीं आने दिया ....तब भी यह नतीजे कह रहे हैं कि राष्ट्री स्तर पर भाजपा फिर वापसी करने वाली है ...!!
वर्तमान चुनाव में , कांग्रेस ने सभी २४३ सीटों पर चुनाव लड़ते हुए मात्र ४ पर सफलता पाई है ..? न सोनिया गांधी और न ही राहुल बाबा का जादू चला ...बल्की कांग्रेस की साम्प्रदायिकता और भ्रमित करने की राजनीती को बिहार की जनता ने पूरी तरह से अस्वीकार कर दिया ..!! कांग्रेस जिस भा ज पा को साम्प्रदायिक बताती थी उसे बिहार के लोगों ने खूब गले लगाया ..!! कांग्रेस में कोई दिमाग वाला होतो यह तथ्य पहचाने कि जनता ने हिंदुत्व को आलोचित करने के रवैये को बुरी तरह से ओधे मुंह पटका है ..!! यूं कहिये कि धोवी पछाड़ मारा है ..!! ये देश हिन्दुओं का है , मुसलमानों को उनके साथ मिलकर रहने दो .., कांग्रेस को इन दोनों बड़े समुदायों को मुर्गों की तरह आपस में लड़ाना छोड़ देना चाहिए ...! आज मुसलमान भी सच समझने लगा है ..! अब वह भी खुली आँख देख रहा है ...! यह परिणाम उस राज्य के हैं जहाँ १६ प्रतिशत मुसलमान हैं ...!!
सोनिया और राहुल का प्रचार प्रसार बिहार वोट में सिर्फ खिसियाई बिल्ली खम्भा नोचे वाली थी \ बिहार का विकास दर भारत के किसी भी राज्य से अचिक है फिर भी नितीश जी पर लांछन लगाया था इस लोगो ने | जर अभी समझ होती तो तुलना करते अपने शासित राज्यों से कि किसका विकास दर क्या है?
जवाब देंहटाएंसमझ में नहीं आ रहा है कि ये सब देश का क्या करेंगे| अंधे वोटरों ने इसं सबो को गद्दी दे दी |