इन भ्रष्टाचारों की राजमाता कौन ..!
- अरविन्द सीसोदिया
आज ही १ लाख ७६ हजार करोड़ के घोटाले के लिए कांग्रेस की सहायक पार्टी के केन्द्रीय मंत्री ए राजा का इस्तीफा आ गया है ...! हाल ही में ७०,०० करोड़ से अधिक के घोटाले के लिए जिम्मेवार सुरेश कलमाडी और आदर्श सोसायटी घोटाले के लिए जिम्मेवार महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री अशोक चव्हाण के इस्तीफे आये थे ....! इससे पहले केन्द्रीय मंत्री शशी थरूर का इस्तीफा लिया गया था ..!! ये सब कांग्रेस के थे ....! अटल जी की सरकार के बाद से केंद्र सरकार की मालिक तो सोनिया जी हैं ... नो डाउट ...!! ये राशीयाँ कोई अठन्नी - चवन्नी तो हैं नहीं जो गुप्त रह जातीं ...!! सब कुछ हाई कमान की सहमती के बिना संभव नहीं था ! कोई तो मिली भगत थी सोनिया जी ...!! हो सकता हो साथ दे रहे दलों को मासिक देना पड़ता हो ...!! साथ देने के लिए खरीद फरोख्त करनी पड़ती हो .. कुछ भी संभव है !!!
स्विस बैंकों के गुप्त खातों में धन छुपाना
जब से देश ने स्विस बैंकों के गुप्त खातों में धन छुपाना सिखा है तब से देश में बड़े घोटालों की बाढ़ आ गई है ...!
इटली निवासी और राजमाता सोनिया के अभिन्न मित्र , जो भारत में ख्याती प्राप्त लुटेरे हुए हैं उनका नाम क्वात्रोची है .., { उन्हें भारत की सी बी आई ने किसके दवाब में बचाया है इस पर कोई नाम बताने की जरूरत नही है सब जानते हैं...! } उन्होंने यह विधा ज्ञात की थी , कि कैसे देश का भारी भरकम धन स्विस बैंकों में जमा कर पचाया जाता है ! तब से लेकर आजतक देश में बहुत बड़े बड़े घोटाले और देश के धन की लूट देखी है ..! सिर्फ अटल जी की सरकार को छोड़ दिया जाये तो कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित सरकारों का हाल बेहाल कर देने वाला रहा है ! इस बात की जांच भी होनी चाहिए देश का यह धन जो भ्रष्टाचार में लूटा गया वह कहाँ जमा होता है कौन इन्हें संभालता है !
भ्रष्टाचार का गठबंधन मजबूत रहे
- आरोप है कि ए. राजा ने वित्त और कानून मंत्रालय के सुझावों को ताक पर रखते हुए 2जी स्पेक्ट्रम का आवंटन किया। इससे सरकार को 170,000 करो़ड रूपये की चपत लगी। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) गत बुधवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील को अपनी रिपोर्ट सौंप चुका है। रिपोर्ट में कहा गया है " कुछ चुनिंदा कंपनियों को आवंटन का फायदा पहुंचाने के लिए राजा ने अनुचित और लचीली प्रक्रिया अपनाई। "
द्रवि़ड मुनेत्र क़डगम (डीएमके) के प्रवक्ता और सांसद टी.के.एस. एलानगोवन ने एक समाचार चैनल को बताया कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें पद से हटने की सलाह दी है, ताकि संसद की कार्यवाही शांतिपूर्वक चल सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि डीएमके और कांग्रेस के बीच गठबंधन "मजबूत" है। उधर, कांग्रेस प्रवक्ता जयंती नटराजन ने भी राजा के इस्तीफे की पुष्टि की है।
फोटो लिंक
http://www.rambhai.com/tag/ottavio+quattrocchi
क्वात्रोची
http://en.wikipedia.org/wiki/Ottavio_Quattrocchi
आज ही १ लाख ७६ हजार करोड़ के घोटाले के लिए कांग्रेस की सहायक पार्टी के केन्द्रीय मंत्री ए राजा का इस्तीफा आ गया है ...! हाल ही में ७०,०० करोड़ से अधिक के घोटाले के लिए जिम्मेवार सुरेश कलमाडी और आदर्श सोसायटी घोटाले के लिए जिम्मेवार महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री अशोक चव्हाण के इस्तीफे आये थे ....! इससे पहले केन्द्रीय मंत्री शशी थरूर का इस्तीफा लिया गया था ..!! ये सब कांग्रेस के थे ....! अटल जी की सरकार के बाद से केंद्र सरकार की मालिक तो सोनिया जी हैं ... नो डाउट ...!! ये राशीयाँ कोई अठन्नी - चवन्नी तो हैं नहीं जो गुप्त रह जातीं ...!! सब कुछ हाई कमान की सहमती के बिना संभव नहीं था ! कोई तो मिली भगत थी सोनिया जी ...!! हो सकता हो साथ दे रहे दलों को मासिक देना पड़ता हो ...!! साथ देने के लिए खरीद फरोख्त करनी पड़ती हो .. कुछ भी संभव है !!!
स्विस बैंकों के गुप्त खातों में धन छुपाना
जब से देश ने स्विस बैंकों के गुप्त खातों में धन छुपाना सिखा है तब से देश में बड़े घोटालों की बाढ़ आ गई है ...!
इटली निवासी और राजमाता सोनिया के अभिन्न मित्र , जो भारत में ख्याती प्राप्त लुटेरे हुए हैं उनका नाम क्वात्रोची है .., { उन्हें भारत की सी बी आई ने किसके दवाब में बचाया है इस पर कोई नाम बताने की जरूरत नही है सब जानते हैं...! } उन्होंने यह विधा ज्ञात की थी , कि कैसे देश का भारी भरकम धन स्विस बैंकों में जमा कर पचाया जाता है ! तब से लेकर आजतक देश में बहुत बड़े बड़े घोटाले और देश के धन की लूट देखी है ..! सिर्फ अटल जी की सरकार को छोड़ दिया जाये तो कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित सरकारों का हाल बेहाल कर देने वाला रहा है ! इस बात की जांच भी होनी चाहिए देश का यह धन जो भ्रष्टाचार में लूटा गया वह कहाँ जमा होता है कौन इन्हें संभालता है !
भ्रष्टाचार का गठबंधन मजबूत रहे
- आरोप है कि ए. राजा ने वित्त और कानून मंत्रालय के सुझावों को ताक पर रखते हुए 2जी स्पेक्ट्रम का आवंटन किया। इससे सरकार को 170,000 करो़ड रूपये की चपत लगी। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) गत बुधवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील को अपनी रिपोर्ट सौंप चुका है। रिपोर्ट में कहा गया है " कुछ चुनिंदा कंपनियों को आवंटन का फायदा पहुंचाने के लिए राजा ने अनुचित और लचीली प्रक्रिया अपनाई। "
द्रवि़ड मुनेत्र क़डगम (डीएमके) के प्रवक्ता और सांसद टी.के.एस. एलानगोवन ने एक समाचार चैनल को बताया कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें पद से हटने की सलाह दी है, ताकि संसद की कार्यवाही शांतिपूर्वक चल सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि डीएमके और कांग्रेस के बीच गठबंधन "मजबूत" है। उधर, कांग्रेस प्रवक्ता जयंती नटराजन ने भी राजा के इस्तीफे की पुष्टि की है।
फोटो लिंक
http://www.rambhai.com/tag/ottavio+quattrocchi
क्वात्रोची
http://en.wikipedia.org/wiki/Ottavio_Quattrocchi
Ottavio Quattrocchi is an Italian businessman who was being sought until early 2009 in India for criminal charges[1] for acting as a conduit for bribes in the Bofors scandal.
Quattrocchi's role in this scandal, and his proximity to Indian prime minister Rajiv Gandhi through his Italian wife Sonia Gandhi (Antonia Maino), is thought to have contributed to the defeat of the Congress Party in the 1989 elections. Ten years later (1999), the Central Bureau of Investigation (CBI) named Quattrocchi in a chargesheet as the conduit for the Bofors bribe. The case against him was strengthened in June 2003, when Interpol revealed two bank accounts, 5A5151516M and 5A5151516L, held by Quattrocchi and his wife Maria with the BSI AG bank, London, containing Euros 3 million and $1 million, a "curiously large savings for a salaried executive". In January 2006, these frozen bank accounts were unexpectedly released by India's law ministry, apparently without the consent of the CBI which had asked for them to be frozen.
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