प्रधानमंत्री , घोटाला मंत्री कहलाने लगेंगे ..!
- अरविन्द सीसोदिया

मनमोहन सिंह स्वंय कितने भी बड़े ईमानदार हों मगर वे एक भी घोटाला रोकने में विफल रहे और किसी घोटाले का पैसा देश को वापस दिलानें में भी कामयाव नहीं हुए ..! अर्थ क्षत्र की बड़ी बड़ी पदावलियाँ उनकी निश्चित उपलब्धी थी मगर ....सरकार में उन्हें कभी सावित नहीं कर पाए ..! विफलता दर विफलता गई उनकी उपलब्धी है ...!
यू पी ए -२ और टू जी घोटाला एक से हैं ...! यह सरकार घोटाला सरकार ही है ...! विपक्ष भी अपने कर्तव्य में कटोत्री क्यों कर रहा है ....? मामला तो सरकार से इस्तीफा मांगने का बनता है ..??
मुख्यसवाल यह है की इन घोटालों में गायब हुआ पैसा तुरंत वापस प्राप्त किया जाये ..!!
हम तो यही कहेंगे ...
जवाब देंहटाएंकाजल की कोठरी में कैसा भी सयानो जाय
एक लीक काजल की लागी, लागी है पैलागी है ....
बेहद सटीक प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद ...!
जवाब देंहटाएं