असंभव को संभव के पुरषार्थ का नाम इन्द्रेश कुमार

संघ प्रचारक माननीय इंद्रेश कुमार जी का जीवन परिचय

श्री इंद्रेश कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रभावशाली नेताओं में शुमार किए जाते हैं। वे अति आत्मविश्वास से लबालब, इच्छा शक्ति से भरे हुए हैँ। उन्होंने घोषणा की हुईं है की एक दिन वह भी आयेगा जब चीन से तिब्बत आजाद हो जायेगा। चीन के अतिक्रमण से कैलाश मानसरोवर मुक्त होकर भारत को मिल जायेगा, भारत भी अखण्ड होगा।

उनका कथन था की चीन की अर्थ व्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा रही है, चीन के अंदरूनी हालात भी ठीक नहीं है। यह सच साबित हुआ, चीन से विदेशी निवेश लगातार निकल रहा है, शेयर बाजार डूब रहा है।

इन्द्रेश कुमार वह पहले व्यक्ती हैँ जिन्होंने असंभव जैसे विषयों को हाथ में लिया और सफल किया,राष्ट्रीय मुस्लिम मंच खड़ा किया, भारत तिब्बत सहयोग मंच खड़ा किया। सबसे बड़ी बात वे 10 - 20 साल नहीं बल्कि हजार पांच सौ वर्षों तक की सोचते हैँ और असंभव जैसे विषयों को संभव बनाने की प्रेरणा देते हैँ।
वरिष्ठ प्रचारक माननीय इन्द्रेश कुमार के जन्मदिवस 18 फरवरी के शुभअवसर पर पूरा देश उनका अभिनन्दन करता है। हजारों सेवा कार्यों एवं पुण्य कार्यों के द्वारा पूरे देश में जन्मदिन मनाया जा रहा है। वे जन जन के आदर्श एवं प्रेरणास्रोत हैँ। 
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जीवन परिचय 
जन्म: 18 फ़रवरी 1949 
स्थान: कैथल, हरियाणा
कुल छह भाई 
संघ प्रवेश -1970 में संघ प्रचारक में बने

शिक्षा - इंद्रेश कैथल जिले के प्रसिद्ध सराफ परिवार से हैं। चंडीगढ़ स्थित पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से बी.ई. (मैकेनिकल) करने के बाद संघ प्रचारक बन गए।

असंभव को संभव के प्रयास -
1- संघ से मुसलमानों को जोड़ने के लिए इन्द्रेश कुमार ने 24 दिसंबर 2002 को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नाम का संगठन बनाया।
2- आपातकाल में भूमिगत आंदोलन में भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई।
3- संघ के आनुषांगिक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अलावा वह जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से विस्थाति कश्मीरियों के पुनर्वास, ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन, पूर्व सैनिक सैल की स्थापना, हिमालय परिवार, समग्र राष्ट्रीय सुरक्षा मंच, भारत- तिब्बत सहयोग मंच, राष्ट्रीय कवि संगम, अमरनाथ यात्रियों के लिए सरकार से ज़मीन दिलाने वाले आंदोलन के अगुआ रहे हैं।
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आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार के बारे में 10 प्रमुख बातें

आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का नया नाम नहीं हैं। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नामक संगठन के मार्गदर्शक की भूमिका में वे राष्ट्रभक्त मुस्लिम आबादी को संघ से जोड़ने का काम कर रहे हैं।

1. इंद्रेश कुमार का जन्म 18 फरवरी सं 1949 में समाना, पंजाब में श्रीमती पदमवती एवं श्री चमन लाल जी के घर हुआ था।

2. जन्म के लगभग पंद्रह दिन बाद उनका परिवार कैथल, हरियाणा में स्थानांतरित हो गया था।

3. इंद्रेश कुमार ने यांत्रिक अभियांत्रिकी की पढ़ाई एवं शिक्षा पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से पूर्ण की।

4. इंद्रेश कुमार 16 जुलाई 1960 को दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में शामिल हुए।

5. इंद्रेश कुमार मुसलमानों को एक जुट करने मे सफल रहे ।

6. इन्द्रेश कुमार ने मुसलमानों को सही रास्ते पर लाने का काम किया है, मुसलमान इन्हें काफ़ी प्यार और सम्मान देते हैं।

7. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से मुसलमानों को जोड़ने के लिए इंद्रेश कुमार ने 24 दिसंबर 2002 को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नाम का संगठन बनाया।

8. 1975 के आपातकाल में भूमिगत आंदोलन में भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई।

9. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अलावा वे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से विस्थापित कश्मीरियों के पुनर्वास, ग्राम सुरक्षा समितियों के गठन, पूर्व सैनिको के लिए संगठन की स्थापना, हिमालय परिवार की स्थापना, समग्र राष्ट्रीय सुरक्षा मंच, भारत- तिब्बत सहयोग मंच, राष्ट्रीय कवि संगम, अमरनाथ यात्रियों के लिए सरकार से भूमि दिलाने वाले आंदोलन का भी नेतृत्व किया 

10. इंद्रेश कुमार अपने बयानों को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं।
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स्वतंत्रता दिवस से पहले आरएसएस (RSS) नेता इंद्रेश कुमार ने महात्मा गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया है. शनिवार को जयपुर में एक कार्यक्रम में इंद्रेश कुमार ने कहा कि 75 साल पहले भारत (India) को विभाजन (Partition) के रूप में आजादी मिली थी.

उन्होंने कहा कि उस वक्त अगर अंग्रेजों से वार्ता के लिए बापू (महात्मा गांधी) ने नेहरू (जवाहरलाल नेहरू) और जिन्ना को अपना एडीसी (ADC) नहीं चुना होता तो भारत के टुकड़े नहीं होते.

इंद्रेश कुमार ने कहा कि अगर बापू सरदार वल्लभ भाई पटेल और सुभाष चंद्र बोस को एडीसी चुनते तो भारत का विभाजन नहीं होता. बापू की छोटी सी भूल ने भारत के टुकड़े करा दिए. इससे पहले भी इंद्रेश कुमार अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. उन्होंने हाल ही में हर घर तिरंगा यात्रा को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा था. 

कांग्रेस पर भी साधा था निशाना
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने इस बयान को लेकर कहा था कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेता पहले हमारी माननीय राष्ट्रपति का अपमान करते हैं और फिर हर घर तिरंगा आंदोलन में शामिल ना होकर तिरंगे का भी अपमान करते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग आरएसएस को गाली देना फैशन मानते हैं उनको इस फैशन से मुक्त होना चाहिए. 

जामिया में.....
इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया और उन्होंने बताया कि नए नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन नें दुनिया को गलत संदेश दिया।  प्रदर्शनकारियों को पड़ोसी देशों से सताए गए अल्पसंख्यकों को स्वीकार करने की विनम्रता होनी चाहिए। 
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