कांग्रेस में भगदड़ मची , इंडी गठबंधन डूबने की कगार पर - अरविन्द सिसोदिया
कांग्रेस में भगदड़ मची , इंडी गठबंधन डूबने की कगार पर - अरविन्द सिसोदिया
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर लोकार्पण कार्यक्रम के आमंत्रण ठुकराने के बाद, जहां कांग्रेस को डूबता जहाज मान कर कांग्रेस के बड़े नेता छोड़ कर भाग रहे हैँ, वहीं इंडी गठबंधन में दरार पड़ गईं, नीतीश छोड़ कर भाजपा के साथ हो गये, घटक दल कांग्रेस से पूछे बिना ही प्रत्याशी घोषित कर रहे हैँ, तो कई घटक दल कांग्रेस को प्रसाद जितनी सीटे हीं देना चाहते हैँ और अब यह गठबंधन लगभग डूबने की कगार पर है। इस तरह से मोदीजी की घोषणा 400 पार की सत्य प्रतीत होती नजर आरही है।
कांग्रेस सोनिया गाँधी के आगमन के पश्चात् से प्रबल हिन्दू विरोधी पार्टी बन गईं , वह ईसाई मिशनरीज के एजेंडे पर चल रही है, इसी कारण वह कदम दर कदम हिन्दू विरोधी होते हुए, जनता की नजर से उतर गईं।
रही सही कसर राहुल गाँधी के बिगड़े हुए शहजादे जैसे व्यवहार नें पूरी करदी। प्रति दिन भारत के इलेक्टेड प्रधानमंत्री मोदी जी के विरुद्ध अपशब्द, भारत के विरुद्ध अपशब्द बन गये। नासमझी इतनी कि मोदी विरोध में देश विरोधी तक हो गये।
कांग्रेस के क्रिया कलापों के आधार पर यह माना जा सकता है कि राहुल गांधी को उनकी अदृष्य टूलकिट कंपनी पर अत्यधिक भरोषा है। वे षड्यंत्र की राजनीति पर आश्रित हो गये हैँ। उन्हें पार्टी और कार्यकर्ताओं पर भरोषा ही नहीं रहा है और इसीलिए वे पार्टी, पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी के सहयोगी दलों को तब्बजो ही नहीं देते।
राहुल कि हरकतों और कांग्रेस के निर्णयों से स्वयं कांग्रेस नेतागण ही हताश हैँ, उनने कांग्रेस में रह कर भी विरोध किया और अब उसे छोड़ छोड़ कर अधिकांशतः भाजपा में सम्मिलित भी हो रहें हैँ।
कांग्रेस जहां देश धर्म और संस्कृति से विमुख है वहीं भाजपा देश धर्म और संस्कृति के समुचित उत्थान और विकास हेतु समर्पित है। बल्कि वह पूरी ताकत से सभी मोर्चों पर देशहित के लिए ईमानदारी से परिणामदायी साबित हुई है। सभी परिक्षाओं में प्रथम श्रेणी में उर्तीण हुई है। इसीलिए भाजपा सर्वस्विकार्य बनती जा रही है। बहुत शीघ्र ही भाजपा दक्षिण भारत के उन दो प्रांतों में भी नजर आयेगी जहां अभी अभाव है।
2024 का लोकसभा चुनाव एक तरफा होनें जा रहे हैँ। मोदीजी की सरकार तीसरीवार आरही है। सीटों की संख्या कुछ भी रहे, मगर भाजपा पूर्ण बहूमत सरकार बनाने जा रही है। एन डी ए के घटकदलों की सीटें भी बढ़ती दिख रहीं हैँ। कांग्रेस पंजाब की सीटें भी खो रही है वहाँ जन सीटों को आप पार्टी छीनती दिख रही है। असल में इंडी गठबंधन आपस में ही सीटों के लिए लडता दिख रहा है, इनकी आपसी छीना झपटी ही इनके पतन का कारण बनने जा रही है।
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