भीषण गर्मी से मानव सभ्यता बचाने, समुद्र में बसेंगी मानव बस्तीयां save human civilization
Arvind Sisodia 9414180151
प्रश्न - पृथ्वी पर तापमान बहुत अधिक हो चुका है, मनुष्य समुद्र के अंदर बस्ती बसाने में जुट गये, एलिन्स भी सहयोग कर रहे हैँ,यह दृश्य अच्छे स्वरूप में कैसा होगा।( - यह एक समय होगा, क्यों कि किसी भी तारे का अंत, एक भयानक गर्मी से होता है, यही हमारे सूर्य का भी होगा, इससे कुछ पूर्व पृथ्वी की मानव सभ्यता समुद्र में रह कर प्राण बचाएगी और अंत में पृथ्वी से प्रकृति सत्ता समाप्त हो जाएगी, हो सकता है तब तक कोई दूसरा ग्रह हमें रहने को मिल जाये, यह सब अभी नहीं बल्कि कुछ अरब वर्ष बाद होगा।)
- यह दृश्य अभी वास्तविकता पर आधारित नहीं है।
वर्णित परिदृश्य, जिसमें पृथ्वी का तापमान अत्यधिक बढ़ चुका है और मनुष्य समुद्र के अंदर बस्तियाँ बसाने में जुट गए हैं, साथ ही पृथ्वी के मनुष्यों से अधिक बुद्धिमान एलियंस (परग्रही जीव) भी इसमें सहयोग कर रहे हैं, यह एक काल्पनिक या विज्ञान-कथा (science fiction) पर आधारित विचार हीं माना जायेगा । वास्तविक जीवन में इस प्रकार की घटनाओं का कोई वैज्ञानिक प्रमाण या तथ्य उपलब्ध नहीं है। किन्तु यह भी सत्य है कि आग का गोला सूर्य जैसे जैसे अपना दायरा बढ़ायेगा, वैसे वैसे तापमान पृथ्वी की प्रकृति को झुलसाएगी और समाप्त भी करेगी।
नीचे इस विषय को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने का प्रयास किया गया है।
1. पृथ्वी के तापमान में वृद्धि: जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
पृथ्वी के तापमान में वृद्धि एक वास्तविक समस्या है, जिसे “ग्लोबल वार्मिंग” और “जलवायु परिवर्तन” कहा जाता है। यह मुख्य रूप से ग्रीनहाउस गैसों (जैसे कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन) के उत्सर्जन के कारण हो रहा है।
इसके परिणामस्वरूप:-
ध्रुवीय बर्फ पिघल रही है।
समुद्र का जल स्तर बढ़ रहा है।
मौसम की चरम घटनाएँ (जैसे सूखा, बाढ़, तूफान) अधिक हो रही हैं।
हालांकि, वैज्ञानिक समाधान जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की कोशिशें जारी हैं। लेकिन समुद्र के अंदर मानव बस्तियाँ बसाने की योजना अभी तक केवल कल्पना मात्र है। किन्तु यह भी एक परम सत्य है कि समुद्र के अंदर एक पूरी पूरी प्रकृति सभ्यता मौजूद है।
2. समुद्र के अंदर बस्ती बसाने की संभावना
समुद्र के अंदर मानव बस्तियाँ बसाने का विचार विज्ञान-कथा और भविष्यवादी परियोजनाओं में देखा गया है। इसे “अंडरवाटर हबिटेट्स” या “सी स्टेडिंग” कहा जाता है। हालांकि, वर्तमान तकनीकी सीमाओं और आर्थिक चुनौतियों के कारण यह अभी तक व्यावहारिक नहीं हुआ है।
प्रमुख चुनौतियाँ:-
दबाव और ऑक्सीजन: समुद्र की गहराई में पानी का दबाव बहुत अधिक होता है। वहाँ रहने वाले लोगों को सांस लेने के लिए कृत्रिम ऑक्सीजन प्रणाली चाहिए होगी।
ऊर्जा स्रोत: बिजली उत्पादन और वितरण एक बड़ी चुनौती होगी।
खाद्य आपूर्ति: समुद्र के अंदर खेती करना या भोजन लाना कठिन होगा।
संरचनात्मक मजबूती: पानी के नीचे संरचनाओं को भूकंप, सुनामी आदि से सुरक्षित रखना मुश्किल होगा।
वर्तमान प्रगति:-
कुछ प्रयोगात्मक परियोजनाएँ जैसे जूल्स अंडरसी लॉज (Jules’ Undersea Lodge) फ्लोरिडा में मौजूद हैं, लेकिन ये केवल छोटे पैमाने पर हैं और स्थायी आवास नहीं हैं।
3. एलियंस का सहयोग: क्या यह संभव है?
एलियंस या परग्रही जीवन का अस्तित्व अब तक सिद्ध नहीं हुआ है। खगोलविद और वैज्ञानिक ब्रह्मांड में अन्य ग्रहों पर जीवन खोजने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है कि एलियंस मौजूद हैं या वे पृथ्वी पर आकर मनुष्यों की मदद कर सकते हैं।
SETI परियोजना:
SETI (Search for Extraterrestrial Intelligence) जैसी परियोजनाएँ रेडियो सिग्नल्स के माध्यम से ब्रह्मांड में बुद्धिमान जीवन खोजने का प्रयास करती हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली।
इसलिए एलियंस द्वारा सहयोग करने वाला भाग पूरी तरह से काल्पनिक कथा पर आधारित प्रतीत होता है। किन्तु अधिकांश प्राचीन ग्रंथ इस तथ्य को भी मानते हैँ कि अन्य कहीं भी प्रकृति प्राणी सभ्यता है।
4. संभावित दृश्य:- यदि ऐसा संभव हो
यदि हम कल्पना करें कि मनुष्य समुद्र के अंदर सफलतापूर्वक बस्तियाँ बसाते हैं और एलियंस भी इसमें सहयोग करते हैं, तो इसका स्वरूप कुछ इस प्रकार हो सकता है।
पारदर्शी गुंबद संरचनाएँ: समुद्र तल पर बड़े पारदर्शी गुंबद बनाए जा सकते हैं जो दबाव सह सकें।
प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था: सूर्य की रोशनी को सतह से नीचे लाने वाली तकनीकें विकसित होंगी।
समुद्री जैव विविधता संरक्षण: मानव गतिविधियों से समुद्री पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे इसके लिए विशेष उपाय किए जाएंगे।
एलियन तकनीक: यदि एलियंस वास्तव में सहयोग करते तो वे उन्नत तकनीकों द्वारा ऊर्जा उत्पादन, परिवहन और संचार को आसान बना सकते थे।
लेकिन यह सब केवल कल्पना मात्र ही रहेगा जब तक हमारे पास ठोस वैज्ञानिक आधार न हो। किन्तु अंडर वाटर कई प्रोजेक्टस पर होने वाले कार्य, इस संभावाना को असंभव भी नहीं ठहराते हैँ।
निष्कर्षतः- वर्णित दृश्य वर्तमान समय में पूरी तरह काल्पनिक और विज्ञान-कथा आधारित प्रतीत होता है क्योंकि न तो मनुष्य ने अभी तक समुद्र के अंदर स्थायी बस्तियाँ बनाई हैं और न ही एलियंस के अस्तित्व या उनके सहयोग का कोई प्रमाण उपलब्ध हुआ है।
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