आई लव यू से, आई किल यू तक आखिर पूर्व मंत्री मदेरणा गिरिफतार....
राज रोग,भोगा और मरवा दिया
आई लव यू से आई किल यू तक
आखिर पूर्व मंत्री मदेरणा गिरिफतार....
भंवरी मामले में पूर्व मंत्री मदेरणा गिरफ्तार, आरोप पत्र दाखिलhttp://www.livehindustan.com
लापता नर्स भंवरी देवी प्रकरण में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को राजस्थान के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और सत्तारूढ कांग्रेस के एक विधायक के भाई को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने गिरफ्तारी से पहले तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।सीबीआई सूत्रों ने कहा कि इस मामले में नाम उछलने के बाद 16 अक्तूबर को अशोक गहलोत कैबिनेट से निष्कासित किये गये मदेरणा (59) और विधायक मलखान सिंह के भाई पारसराम बिश्नोई को पूछताछ के बाद आज शाम हिरासत में लिया गया।
इससे पूर्व सीबीआई ने यहां अदालत में इस मामले के तीन आरोपियों शहाबुद्दीन, बलदेव जाट और सोहन लाल के खिलाफ पहला आरोप पत्र दाखिल किया जिसमें उन पर हत्या के इरादे से 36 वर्षीय नर्स का अपहरण करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया। ये तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
न्यायाधीश जगदीश ज्ञानी के सामने अपने आरोप पत्र में सीबीआई ने आरोपियों पर हत्या के इरादे से नर्स का अपहरण करने (आईपीसी की धारा 364), आपराधिक साजिश (120 बी) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की विभिन्न धाराएं लगाईं।
सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में मदेरणा और फरार संदिग्ध सहीराम का नाम भी शामिल किया है। सीबीआई अब तक एक सितंबर से लापता नर्स को खोज नहीं पाई है। जांच एजेंसी ने इस मामले में आरोप पत्र दाखिल किया क्योंकि तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आरोप पत्र दाखिल करने की 90 दिन की समयसीमा अगले सप्ताह खत्म होने वाली थी।
भंवरी के पति अमर चंद ने आरोप लगाया था कि मदेरणा के इशारे पर उसका अपहरण किया गया था। मदेरणा ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया था। जोधपुर के बिलारा क्षेत्र से भंवरी के लापता होने के बाद एक सीडी सामने आई थी जिसमें कथित रूप से मदेरणा को भंवरी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था।
अदालत ने आज सीबीआई को सोहन और शाहबुददीन की आवाज रिकार्ड करने की अनुमति दी ताकि उसे आडियो क्लिप से मिलाया जा सके। सीबीआई ने कल एक आवेदन दायर करके वीडियो क्लिप की विश्वसनीयता की जांच करने के लिए अदालत की अनुमति मांगी थी। सीबीआई को आज अनुमति मिल गई।
सीबीआई के वकील एसएस यादव ने कहा कि अदालत ने सीबीआई को सात दिसंबर को जेल में दो आरोपियों की आवाज रिकार्ड करने की अनुमति दी।
भंवरी के अपहरण के बाद शाहबुददीन फरार हो गया था और उसने 22 अक्तूबर को जोधपुर के मेट्रोपोलियन मजिस्ट्रेट के सामने आत्मसमर्पण किया था। शहाबुद्दीन की आपराधिक पष्ठभूमि रही है और वह मदेरणा परिवार का करीबी रहा है जबकि बलिया उर्फ बलदेव मादक पदार्थों का तस्कर है और शाहबुद्दीन के लिए काम करता था। उसे छह सितंबर को गिरफ्तार किया गया।
सोहन लाल जन स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग विभाग में ठेकेदार के तौर पर काम करता था। भंवरी ने उसके जरिए अपनी कार बेची थी और लापता होने से पहले वह कार के पैसे लेने गई थी।
-----
मदेरणा के इशारे पर रची गई साजिशः सीबीआई
http://www.livehindustan.com
सीबीआई ने आपे आरोप-पत्र में कहा है कि भंवरी देवी को अपहरण करने की साजिश राजस्थान के मंत्री महिपाल मदेरणा के इशारे पर सहीराम विश्नोई ने रची। भंवरी की हत्या कर दिये जाने की आशंका है।सीबीआई ने आज शाम मदेरणा को गिरफ्तार किया जो भंवरी देवी के बेहद करीब थे और उनकी मुलाकात 2005 में विधायक मलखान सिंह विश्नोई ने कराई थी। जांच एजेंसी ने दावा किया कि मदेरणा और नर्स की एक सीडी जुलाई में आने के बाद पूर्व मंत्री ने मामले को निपटाने के लिए सहीराम को तैनात किया।
सीबीआई अदालत में दायर 42 पन्नों के अपने आरोप-पत्र में एजेंसी ने कहा कि सहीराम ने सोहन लाल और शहाबुददीन के साथ बैठक की और 50 लाख रुपये देकर भंवरी से सीडी वापस लेने की योजना बनाई। इस पूरी योजना में शहाबुद्दीन को भंवरी के सामने मुंबई में रहने वाले मदेरणा के एक अमीर दोस्त राजू भाई के तौर पर पेश किया गया।सीबीआई के मुताबिक, भंवरी को कहा गया कि सीडी के लिए वह रुपये देंगे क्योंकि भंवरी को सोहन और सहीराम पर भरोसा नहीं था। सीबीआई ने अपने आरोप-पत्र में बताया कि सोहन लाल ने भंवरी को एक सितंबर को राशि लेने और उसके द्वारा बेची गई कार की राशि को लेने के लिए बिलारा बुलाया।
आरोप-पत्र के मुताबिक, उन्होंने भंवरी के साथ एक कार में बिलारा के आसपास का सफर किया जिसका महिला ने विरोध किया। जिसके बाद सोहन और शहाबुद्दीन ने बलिया की सहायता से कार में उसका गला घोंट डाला।
भंवरी मामले में CBI को मिले खून से सने कपड़े
भंवरी देवी मामले में सीबीआई को एक अहम सबूत हाथ लगा है। सीबीआई को खून से सने कपड़े मिले हैं। ये कपड़े आरोपी सोहनलाल और खून भंवरी का होने की आशंका है। खून का मिलान भंवरी के ब्लड ग्रुप से कराया जाएगा। इसके लिए सीबीआई ने उम्मेद अस्पताल से भंवरी का प्रसव का टिकट भी लिया है, जिसमें उसका ब्लड ग्रुप ओ-नेगेटिव है।
सीबीआई ब्लड ग्रुप के अलावा भंवरी के चेन व लॉकेट की केमिकल टेस्ट रिपोर्ट से यह सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही तो भंवरी की हत्या नहीं कर दी। सीबीआई अब तक की जांच से यह मान रही है कि एक सितंबर को सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने अपहरण के बाद भंवरी को खत्म कर दिया। सोहनलाल ने पीपाड़ में एक रेडीमेड शोरूम से शर्ट खरीदा था। सीबीआई ने उस शोरूम संचालक से भी पूछताछ की है।
सरकारी गवाह बन सकता है निलंबित थानेदार भंवरी मामले में फंसा निलंबित थानेदार लाखाराम संभवतया सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है। बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रहने के दौरान उसका संपर्क भंवरी से हुआ था। ओसियां ट्रांसफर होने पर भी उसका भंवरी से संपर्क लगातार बना हुआ था।
लाखाराम ने भंवरी और बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा में सुलह कराने के लिए भी मध्यस्थता की थी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आता है और पूरे दिन सीबीआई की मदद करता है। गुरुवार को लाखाराम के अलावा दो-तीन ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें