कागजी शेर,चुहे निकले..... वाह अन्ना टीम, भाग निकले....!!!
- अरविन्द सिसोदिया
कागजी शेर,चुहे निकले.....
वाह अन्ना टीम, भाग निकले....!!!
मैंनें जब बहुत पहले यह कहा था कि अन्ना टीम में दम नहीं है,ये सब एन जी ओ चलाने वाले लोग हैं तब किसी को विश्वास नहीं था, कि ये इस तरह से पीछे हटेंगे कि देश शर्मसार हो जायेगा...। अन्ना और अन्ना टीम में 3 और 6 के अंतर वाली है। अन्ना ने कभी फायदा उठाया नहीं , इन्होने हमेशा ही फायदे के लिये लडाई लडी.....!!! सच यह है कि अन्ना के आंदोलन को इन छदम वेष धारियों से मुक्त करना ही सबसे पहली जरूरत है। कांग्रेस ने बाबा रामदेव और अन्ना हजारे दोनों को ही सब्ज बाग दिखाये, बहलाया फुसलाया, फिर मारा पीटा और भगाया....!!! इनका पहला धर्म था कि भ्रष्टाचार को शिष्टाचार में बदलने वाली कांग्रेस का खुल कर विरोध करते उसे ताकतवर होने से रोकते........!!!! विश्व की सबसे बडी भ्रष्टाचार पोषक इस पार्टी के असली चेहरे को सामने लाते !!!! मगर भयभीत और डरे हुये एन जी ओ वाले अपनी कलई खुलने और नुकसान होने से डर गये और भाग निकले......। अन्ना के आंदोलन को प्रबलता से जारी रखना अब हमारा कर्त्तव्य है और देश को लुटने से बचाने के लिये , देश को लुटवाने वालों को पहले सिंहासन से उतारना होगा।
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किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रचार नहीं करेगी टीम अन्ना
रालेगण सिद्धि/एजेंसी।
Wednesday, January 11, २०१२
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टीम अन्ना ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रचार नहीं करने का फैसला किया है। समझा जाता है कि कांग्रेस विरोधी रुख को लेकर सदस्यों में उभरे मतभेद के चलते उसे यह कदम उठाना पड़ा है। अन्ना हजारे के गृहनगर रालेगण सिद्धि में मंगलवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए अरविंद केजरीवल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, ‘कोर कमेटी की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि हमें विधानसभा चुनाव वाले पांचों राज्यों का दौरा तो करना चाहिए, लेकिन किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रचार नहीं करना चाहिए। अन्नाजी ने अपने विचार रखे।
लोगों को जागरूक करने का काम करेगी
हम किसी भी पार्टी विशेष के खिलाफ प्रचार नहीं करेंगे।’ टीम अन्ना लोकपाल बिल के मुद्दे पर पांच राज्यों में लोगों को जागरूक करने का काम करेगी। गौरतलब है कि टीम अन्ना की कोर कमेटी सोमवार को इस उलझन के बीच दिल्ली में मिली थी कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को किस तरह आगे बढ़ाया जाए। सरकार की ओर से संसद में लाए गए ‘कमजोर’ लोकपाल बिल के खिलाफ मुंबई में अन्ना के आंदोलन को मिले उत्साहहीन जनसमर्थन और कांग्रेस विरोधी रुख को लेकर हो रही आलोचना के चलते टीम असमंजस में है।
अकेले कांग्रेस को निशाना बनाने के खिलाफ
सूत्रों के मुताबिक, लोकपाल के मुद्दे पर टीम का एक वर्ग अकेले कांग्रेस को निशाना बनाने के खिलाफ था। इसमें सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर और कुछ अन्य लोग शामिल हैं। हालांकि मेधा कोर कमेटी की बैठक में शामिल नहीं हुईं, लेकिन उन्होंने इस संबंध में एक नोट भेजा। केजरीवाल और प्रशांत भूषण सहित टीम के प्रमुख सदस्यों ने अन्ना हजारे से भेंट कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
अंतिम फैसला अन्ना पर छोड़ दिया था
कोर कमेटी की बैठक की जानकारी भी उन्हें दी गई। कोर कमेटी ने आगामी विधानसभा चुनावों में किसी एक पार्टी को निशाना बनाने अथवा नहीं बनाने सहित भावी रणनीति पर अंतिम फैसला अन्ना पर छोड़ दिया था। केजरीवाल के अनुसार, अन्ना अभी भी काफी बीमार हैं। वे टीम के साथ चुनावी दौरों में शामिल होंगे या नहीं, यह फैसला उनके पूरी तरह ठीक होने के बाद लिया जाएगा।
टीम अन्ना पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी का समर्थन अथवा विरोध करने के लिए आजाद है। यह उसका अधिकार है।
-राशिद अल्वी, कांग्रेस प्रवक्ता
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नरम पड़ा टीम अन्ना का कांग्रेस विरोध
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किसी के खिलाफ प्रचार नहीं, कोर कमेटी की बैठक में कांग्रेस विरोधी रुख पर सहमति नहीं
आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस विरोधी रुख पर टीम अन्ना में कोई सहमति नहीं बन पाई है। इस वजह से टीम ने फैसला किया है कि वह चुनाव वाले पांच राज्यों का दौरा तो करेगी लेकिन किसी भी राजनीतिक दल के खिलाफ प्रचार नहीं करेगी।
बीमारी से उबर रहे अन्ना हजारे से मंगलवार को रालेगण सिद्धि में मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा कि कोर कमेटी की बैठक में यह सहमति बनी कि हमें चुनावी राज्यों में दौरा जरूर करना चाहिए। लेकिन हमें किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रचार नहीं करना चाहिए। अन्ना के कहने पर हमने किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रचार नहीं करने का फैसला लिया है। कोर कमेटी ने सोमवार को दिल्ली में बैठक की थी।
गौरतलब है कि मुंबई में कमजोर लोकपाल बिल के खिलाफ अन्ना के आंदोलन को कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। इसके बाद से टीम अन्ना यह तय नहीं कर पा रही थी कि आंदोलन की आगे की रणनीति क्या होगी। केजरीवाल ने कहा कि अन्ना अब भी बहुत बीमार हैं।
उनके पूरी तरह ठीक होने के बाद ही चुनावी राज्यों के दौरे में उनके शामिल होने पर फैसला लिया जा सकेगा। केजरीवाल के साथ ही प्रशांत भूषण सहित टीम के प्रमुख सदस्यों ने 74 वर्षीय हजारे की सेहत की जानकारी ली। उन्हें हाल ही में पुणे के एक अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। कोर कमेटी की बैठक में हुई चर्चा से उन्हें अवगत कराया।
टीम अन्ना विरोध करने को स्वतंत्र : कांग्रेस
नई दिल्ली कांग्रेस ने टीम अन्ना के चुनावी राज्यों में किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रचार न करने के फैसले को कोई तवज्जो नहीं दी है। उसने कहा कि टीम अन्ना किसी भी पार्टी को समर्थन देने या विरोध करने के लिए स्वतंत्र है।
कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा, वे ऐसा कर सकते हैं। वह जो चाहे वह कर सकते हैं। कांग्रेस को टीम अन्ना के किसी भी फैसले का फर्क नहीं पड़ता। यदि वे किसी पार्टी का विरोध करना चाहते हैं तो करें। यदि वे किसी पार्टी को समर्थन देना चाहते हैं तो वे ऐसा कर सकते हैं। (एजेंसी)
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