गहलोत सरकार का गजब खेल - बागेश्वरधाम पर एफआईआर और सीरियल बम ब्लास्ट के सारे आतंकी बरी
राजस्थान में वोट बैंक की पॉलिटिक्स में गजब का दुसाहस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का माना जायेगा कि उनके पास जो गृह मंत्रालय है उसकी ओर से अधिकतम गैर जिम्मेवारी का परिचय देते हुये, ट्रायल कोर्ट द्वारा फांसी की सजा दिये गये सभी आरोपी पूरी तरह बरी कर दिये गये। गहलोत के गृह विभाग की ओर से जानबूझ कर इतनी बड़ी लापरवाही बरती गई की केस की सुनबाई तक में लगातार अतिरिक्त महाधिवक्ता गये ही नहीं। जिसके चलते फांसी की सजा वाले आरोपी जबावी तर्कोँ की अनुपस्थिति के कारण निर्दोश करार दिये गये। इससे प्रश्न यह उपस्थित हो गया की इस जघन्य आतंकी हमले का दोषी कौन था।
मुख्यमंत्री पर वोट बैंक की राजनीति का भी आरोप लग रहा है वहीं उनकी ही पार्टी के उपमुख्यमंत्री रहे नेता नें भी प्रश्न उठाया है।
देखने वाली बात यह है की एक तरफ हिन्दू संत धीरेन्द्र शास्त्री बाबा बागेश्वरधाम पर एफ आई आर दर्ज की जा रहीं हें ओर दूसरी तरह 80 लोगों की हत्या करने वाले बरी हो रहे हैं?
Bageshwar Dham Sarkar: राजस्थान के उदयपुर जिले में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। यह केस कथित रुप से भड़काऊं भाषण देने के मामले में दर्ज किया गया है।
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि कुंभलगढ़ के किले पर लगे हरे झंडों की जगह भगवा झंडे लगाने की बात धीरेंद्र शास्त्री की ओर से कही गई थी। इसी भड़काऊ बयान पर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की एफआईआर संख्या 62/2023 है। एसपी ने बताया कि सभा के संबोधन के दौरन धीरेन्द्र शास्त्री के कई बाते ऐसी रखीं, जिससे शहर के लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़की हैं। ऐसे में पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
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सीरियल बम ब्लास्ट के सभी आरोपी बरी
जयपुर । 2008 के जयपुर सीरियल ब्लास्ट मामले में हाईकोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने के खिलाफ, राजस्थान कि गहलोत सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी। राज्य सरकार इस संबंध में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर करेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केआवास पर हुई बैठक में यह निर्णय लिया।
अतिरिक्त महाधिवक्ता की सेवा समाप्त
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर बताया है कि , ''उच्च स्तरीय बैठक में परीक्षण के बाद जयपुर बम ब्लास्ट के मामले में हाईकोर्ट के निर्णय के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में अपील का फैसला लिया है। राज्य सरकार सर्वश्रेष्ठ वकील लगाकर पीड़ितों के साथ न्याय सुनिश्चित करेगी। इस केस में हाईकोर्ट में प्रभावी पैरवी करने में विफल रहे अतिरिक्त महाधिवक्ता की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय किया है। राज्य सरकार की मंशा है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।''
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भाजपा नें गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया
Jaipur : जयपुर बम ब्लास्ट आरोपियों के बरी होने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया है. राजे ने कहा है कि गुलाबी नगर को रक्त रंजित कर 80 लोगों की जान लेने और कई लोगों को अपाहिज बनाने वाले जयपुर बम ब्लास्ट मामले में कांग्रेस सरकार ने ढंग से पैरवी नहीं की,हाई कोर्ट का यह फ़ैसला उसी का परिणाम है.
उन्होंने बयान जारी कर कहा कि घटना के बाद आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने इसकी ज़िम्मेदारी ली थी. ऐसे गम्भीर प्रकरण को सरकार ने जान बूझ कर हल्के में लिया वरना निचली अदालत का फ़ैसला बरकरार रहता. इस केस में तो सरकार के अतिरिक्त महाअधिवक्ताओं ने कई दिनों तक पैरवी ही नहीं की.कहीं सरकार के इशारे पर तो ऐसा नहीं हुआ ?
उन्होंने कहा कि आज उन परिवारों पर क्या बीती होगी जिनके अपने उस वक्त हुए धमाकों में जान गंवा बैठे. किसी का सुहाग उजड़ा तो किसी का भाई उससे जुदा हुआ. किसी का पिता,किसी की मां, किसी की बहन, किसी के बच्चे इस हादसे में चल बसे. क्या उनकी चीखें इस सरकार के कानों तक नही पहुंच रही.कहीं सरकार ने तुष्टिकरण के चलते तो ऐसा नहीं किया ? पूर्व सीएम ने कहा कि इस प्रकरण में सरकार दोषी है.सरकार की मंशा के अनुरूप जयपुर में हुए बम ब्लास्ट के आरोपी भले ही फ़िलहाल बरी हो गए हों,लेकिन जनता समय पर इसका जवाब देगी.
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Jaipur: बम ब्लास्ट के आरोपियों के बरी होने के मामले में भाजपा अब सड़क पर उतर आई है. बीजेपी ने साफ कर दिया है कि जब तक पीड़ित व उनके परिवारजनों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक प्रदर्शनों का दौर जारी रहेगा. इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा की आतंकी मरते थे तो सोनिया गांधी के आंसू नहीं रुकते थे, लेकिन ऐसे में सवाल खड़ा होता है जयपुर को छलनी करने वाले आतंकियों को सजा कैसे मिले?
इस दौरान बम्ब ब्लास्ट पीड़ित व उनके परिवाजन भी पहुंचे. धरने में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी ने कहा कि, ऐसे आतंकवादियों ने ही बाटला हाउस और सूरत बम में भी ब्लास्ट किया. इसमें दो एनकाउंटर में मारे गए. इसके बाद आपको सलमान खुर्शीद का बयान याद होगा. उन्होंने कहा था कि आतंकवादी मारे गए तो सोनिया गांधी की आंख के आंसू नहीं रुके.
ये वही आतंकवादी हैं. इसलिए प्रश्न खड़ा होना स्वभाविक है कि उन्हें सजा कैसे मिले. जयपुर की जनता पूछ रही है कि बम ब्लास्ट में 71 लोगों ने जान गंवा दी, फिर आरोपी-दोषी कैसे छूट गए. दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री ने सरकार बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के नामी वकील लाकर खड़े कर दिए गए, लेकिन बम ब्लास्ट के लोगों की पैरवी के लिए कोई वकील सरकार को नहीं मिलता है. जब तक न्याय नहीं मिलता भाजपा पीछे हटने वाली नहीं है.
वोट बैंक के लिए कांग्रेसी कर रही तुष्टिकरण- राठौड़
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति और अनुसंधान की कमी के चलते गुनहगारों को बरी कर दिया गया, जो बहुत ही दुखद विषय है, अब तो जनता इसका जवाब कांग्रेस सरकार को देगी. हनुमान जी मंदिर में मानवता के हत्यारों ने बम ब्लास्ट कर कई लोगों को मौत के घाट उतारा और वहीं दूसरी ओर इन अपराधियों को कांग्रेस के कुशासन में निर्दोष मान छोड़ देना क्या प्रदर्शित करता है. वोट बैंक के लिए किया जा रहा तुष्टिकरण, अब अति हो चुकी है, जिसके परिणाम 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 5-6 सीटों के साथ विधानसभा में जाना पड़ेगा.
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