क्या यह कांग्रेस व राहुल गांधी का अदालत पर गैर जरुरी हल्ला बोल था - अरविन्द सिसौदिया Rahul Gandhi defamation case
क्या यह कांग्रेस व राहुल गांधी का अदालत पर गैर जरुरी हल्ला बोल था - अरविन्द सिसौदिया
गैर जरुरी कोई भी कार्य सिर्फ समय की हानी और व्यवस्था की परेशानी होता हैं। जैसे अरविन्द केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मार्कसीट मांग रहे थे और हाई कोर्ट नें 25 हजार जुर्माना लगाया।
मेरा मानना स्पष्ट है कि सूरत की ट्रायल कोर्ट में गैर जरूरी हठधार्मिता के चलते, सजा हुई और सजा के विरुद्ध तुरंत जरुरी कार्यवाही नहीं करने की हठधर्मिता से लोकसभा की सदस्यता गई। यह दूसरी बात है कि कांग्रेस एक राजनैतिक दल है और यह उसका राजनैतिक फायदा उठानें का तरीका हो ...!
और अब वही सब किया जा रहा है, जो तब तत्काल करना था। मगर इस बार फिरसे गैर जरुरी ताकत दिखानें सूरत की अदालत कांग्रेसजन और राहुल गांधी पहुंचे।
3अप्रैल 2023 को सूरत की Surat District and Sessions Court अदालत में 2 साल की सजा के विरुद्ध और जमानत को स्थाई रूप से लेनें के अपील व आवेदनों को तो तभी लगने थे मगर अब इसके लिये राहुल गाँधी सूरत अदालत पहुंचे। हलाँकि ये अपील और आवेदन उनके वकील भी लगा सकते थे।
राहुल गाँधी के साथ अब एक बात जुड़ती जा रही है की वे कुछ येशा जरूर करते हैं जो अलग दिखे, अतिरिक्त दिखे या वह चोंकाने वाला हो...
यही सब उनके द्वारा सूरत अदालत में भी किया गया कि राहुल के साथ तीन मौजूदा मुख्यमंत्री,कुछ पूर्व मुख्यमंत्री और कुछ कांग्रेस के बड़े नेतागण सूरत अदालत पहुचे। गैर जरूरी इस कांग्रेस नेताओं के इस भारी भरकम लवाजमें से कुछ प्रश्न उठे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के सी वेणुगोपाल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी सूरत में हैं।
1- क्या यह परिवार भक्ती का प्रगटीकरण है ?
2- क्या यह अदालत पर दवाब बनाने का कृत्य है ?
3- क्या यह मीडिया में सुर्खियां बटोरने कि कोशिश है ?
4- क्या यह गाँधी परिवार को विशिष्ट दिखानें की कोशिश है ?
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सूरत कोर्ट में राहुल गांधी की व्यक्तिगत पेशी पर भाजपा ने कसा तंज, कहा- कांग्रेस कर रही है ड्रामा
राहुल गांधी के लिए कांग्रेस कर रही है नाटक-रिजिजू
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को अदालत द्वारा दोषी ठहराया गया तो कांग्रेस चुप थी। पी. चिदंबरम और डीके शिवकुमार को भी समर्थन नहीं मिला, जो जमानत पर बाहर हैं। केवल राहुल गांधी के लिए कांग्रेस नाटक कर रही है, क्योंकि वे एक परिवार को भारत और उसके कानूनों से ऊपर मानते हैं। अपील के लिए व्यक्तिगत पेशी पर भी सवाल खड़े किए।
न्यायालय पर दबाव के लिए कांग्रेस कर रही है ड्रामा
कानून मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी अब तक न्यायालय में व्यक्तिगत पेशी से बचने के लिए वकील खड़े करते रहे हैं और अब सूरत की कोर्ट में खुद पहुंचे हैं, जबकि यहां व्यक्तिगत पेशी की आवश्यकता नहीं थी। आरोप लगाया कि कांग्रेस न्यायालय को दबाव में लेने के लिए ड्रामा कर रही है।
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