सभी षड्यंन्त्रों का एक जबाब, चौगुनी ताकत से मोदीजी के साथ - अरविन्द सिसोदिया
सभी षड्यंन्त्रों का एक ही जबाब मोदी जी और भाजपा के साथ चौगुनी ताकत से खड़े हों - अरविन्द सिसोदिया
भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह संयोजक अरविंद सिसोदिया ने कोटा में स्टेशन मंडल में, 44 वे भाजपा स्थापना दिवस आयोजन पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि " 1947 के पूर्व यदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म होते, टि्वटर, व्हाट्सएप, फेसबुक जैसे संसाधन होते,तो देशवासी देश को कभी भी बँटने नहीं देते, अंग्रेज भी काफी समय पहले ही अपना बोरिया बिस्तर बांध के चले जाते। उन्होंने कहा कि देश की जागरूकता में सोशल मीडिया का एक बहुत बड़ा योगदान है, देश अब तकनीकी संसाधनों के कारण बहुत तेजी से हर बात को समझ जाता है। इसीलिए आज पूरा देश मोदी जी के साथ खड़ा है। उन्हें मालूम है कि मोदी जी जो कुछ भी कर रहे हैं, वह सही कर रहे हैं। देशहित के लिए कर रहे हैं।
किन्तु इसी के साथ इन्ही प्लेटफार्मों का दुरूपयोग भी उतनी ही ताकत हो रहा है, छल कपट झूठ और भ्रम की भी कोई कमी नहीं है। इसलिए सावधान भी रहना है, सावचेत भी रहना है। भ्रमकता के दौर में अपनी मोदी सरकार पर, अपने भाजपा नेतृत्व पर पूरा विश्वास रखते हुये, साजिशों को षड्यंन्त्रों को पूरी तरह विफल करते रहना है।
सिसोदिया ने कहा स्वतंत्रता के ठीक पहले और फिर तत्काल बाद से ही, तत्कालीन कांग्रेस नें देश की आवाज को कुचलने का काम किया, देश विभाजन के विरुद्ध था, पर देश बंट गया। उन्होंने राष्ट्र और राष्ट्रहित की विचारधारा को ही समाप्त करने की कोशिश की। तत्कालीन कांग्रेस के अन्याय पूर्ण व्यवहार के कारण ही भारतीय राजनीति में एक नया दल "भारतीय जनसंघ " नाम से जन्मा था, जिसका वर्तमान अपडेट वर्जन "भारतीय जनता पार्टी " है। जिसने कांग्रेस को उसके कुशासन और गलतनीतियों के चलते, जनमत के समर्थन से सत्ता से बाहर कर दिया है।
कांग्रेस अपनी परिवारवाद की संस्कृति और तुष्टिकरण की कार्यप्रणाली के कारण सत्ता से बाहर होगई। जनता की नजर से वह अपनी ही कार्यप्रणाली के कारण उतर गईं है। 2014 में वह चरम भ्रष्टाचार और घोटालों के चलते जनता द्वारा सत्ता से उतारी गई और उस दौरान भारतीय जनता पार्टी को उसकी राष्ट्रभक्ति और देशहित चिंतन की विचारधारा के कारण जनता ने पूर्ण बहूमत से देश की सत्ता सौंपी।
भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, राष्ट्र प्रथम की विचारधारा और उससे जुड़े नैतिक आधारों पर, देशहित व जनहित के तमाम काम कर रही है। देश को वास्तविक उत्थान दे रही है।
भारत का उत्थान होता है तो निश्चित रूप से कुछ विदेशी ताकतों को नुकसान भी होता है। उनके में पेट दर्द भी होता है। जलन ईर्ष्या होती है। जिन ताकतों को भारत के उत्थान से अपना नुकसान होने की डर होता है, वे निश्चित रूप से कुछ षड्यंत्र को, साजिसों को चलाते हैं। अवरोध उत्पन्न करते हैं।
वर्तमान में भारत की मोदी जी की सरकार की स्थिरता को प्रभावित करने के लिए, उनके षड्यंन्त्रों के तय सुदा टूल किट से कुछ विदेशी ताकते काम कर रही है। उन ताकतों का हिस्सा नागरिक नहीं बने, इस तरह की जिम्मेवारी भारत के प्रत्येक नागरिक की स्वतः ही है।
भारत के प्रत्येक नागरिक को, भारत के साथ रहना ही चाहिए, प्रत्येक नागरिक को अपना देश प्रथम होना ही चाहिए। सदियों से विश्वासघात के दुष्परिणामों को हमनें देखा है, भुगता हैं। ऐसे में भारत के नागरिक की और भी बड़ी जिम्मेवारी हो जाती है कि वह देश हित के साथ मजबूती से खड़ा हो और यह हो भी रहा है कि आज " भारत का आम नागरिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ मजबूती से खड़ा हुआ है।"
भारत के नागरिकों का मजबूती से मोदी जी के साथ खड़ा होना ही, कुछ दलों को भा नहीं रहा है, उन्हें अच्छा नहीं लग रहा है।
वहीं भारत के जनमत का मोदी जी के साथ मजबूती से खड़ा होना, देश विरोधी शत्रु ताकतों को भी अच्छा नहीं लग रहा है।इसलिए वे भी निरंतर षड्यंत्र कर मोदी जी को सत्ता से हटाना चाहते हैं। इन परिस्थितियों में प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है कि विदेशी षड्यंन्त्रों को दृड़ता पूर्वक विफल करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश प्रत्येक चुनौती का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है, कठिन से कठिन समस्या का हल कर रहा है। देश की क्षमताएं बड़ी है, जहां कमजोरी थी उन्हें दूर कर के, वहां - वहां मजबूती भी स्थापित की गई है। देश में औद्योगिक एवं सामरिक उत्पादन क्षमता बढ़ रही है।
भारत का विकसित होना कुछ शत्रु देशों को अच्छा नहीं लग रहा। जिन्हें बुरा लग रहा है या जिनको अपना आहित महसूस हो रहा है, वे निश्चित रूप से भारत के विरुद्ध परोक्ष - अपरोक्ष षड्यंत्र भी कर रहे हैं। कई तरह के कई सुनिश्चित टूलकिटों के आधार पर भारत में बाधायँ उत्पन्न करने के काम भी हो रहे हैं। इस तरह की देश विरोधी ताकतों को विफल करना ही है। उन्हें अपने स्वविवेक से जानना - समझना और उन्हें निष्प्रभावी करना है। यह सिर्फ केंद्र सरकार का ही नहीं, बल्कि प्रत्येक भारतीय नागरिक का भी कर्तव्य है।
भारत के प्रधानमंत्री मोदी एवं उनकी सरकार तथा भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध चल रहे तमाम षड्यंन्त्रों का एक ही जवाब है कि देश और देश के नागरिक चौगुनी ताकत के साथ प्रधानमंत्री मोदी जी और भाजपा के साथ खड़े रहें ।
तमाम साजिशों का, तमाम कपट नीतियों का, तमाम छलों का एक ही जवाब है कि सभी भाजपा समर्थक मोदी जी के लिये चौगुनी ताकत से काम करें। प्रत्येक कार्यकर्ता अपनी चौगुनी ताकत से उनके साथ खड़ा हो, उनके साथ साथ रहे।
भारत में जो भी चुनाव हो, चाहे वह विधानसभा चुनाव हो,चाहे वह लोकसभा चुनाव हो, उसमें अपनी पूरी क्षमता के साथ भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दें, समर्थन करें,अपने सामर्थ्य से कई गुना ज्यादा मेहनत करें और स्वयं को मोदी जी मानते हुये, मोदी जी की ही तरह लोकसभा 2024 तक कठोर परिश्रम करें ।
देशभक्त नागरिकों को देश के हित के लिये, "भारतीय जनता पार्टी की जीत - देश की जीत" , " भारतीय जनता पार्टी की विजय - देश की विजय" के रूप में देखनी होगी, जीनी होगी। यही भाव प्रत्येक परिवार में , प्रत्येक नागरिक के मन में होना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी का " कमल " प्रत्येक घर - परिवार से खिले, इस तरह की चिंता करते हुए कार्यकर्ता मोदी जी व भाजपा को मजबूत करने में जुटे रहें । तमाम सारे षड्यंन्त्रों का - साजिसों का, यही एक मात्र जवाब है।
देश व देश की संस्कृति, लोकतंत्र और संविधान के हित के लिए, हम सब संकल्प लें कि "एक वार फिर भाजपा सरकार" , " एक वार फिर मोदीजी की सरकार "
अब यह जरूरी है कि भारत पर भारत के लोगों का, भारत के विचारों का,लगातार लगातार राज रहे। ताकि भारत मजबूत हो, भारत के नागरिक मजबूत हो, भारतमाता परम वैभव पर पहुंचे, भारतमाता परम वैभव के सिंहासन पर बैठे । इसके लिए निरंतर - निरंतर भारतीय जनता पार्टी को विजय बनाते हुए चलना है। तभी 2047 में जब देश आजादी का पहली शताब्दी मना रहा होगा, तब भारत दुनिया के विकसित देशों में सम्मिलित हो, उनकी अगुवाई करेगा। विश्वस्तर पर सर उठा कर खड़ा हुआ होगा, उनका नेता होगा।
इसी के साथ में अपना कथन समाप्त करता हूँ।
जय भारत, जय हिंद।
-- 9414180151
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