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जनवरी, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सदियों बाद राम मंदिर का सपना पूरा हुआ - राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

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  भारत के राष्ट्रपति ने कहा- सदियों बाद राम मंदिर का सपना पूरा हुआ President of India said- After centuries the dream of Ram temple has been fulfilled -------------------------- माननीय सदस्यगण,  1. इस नए संसद भवन में यह मेरा पहला संबोधन है। आज़ादी के अमृतकाल की शुरुआत में यह भव्य भवन बना है। यहां एक भारत श्रेष्ठ भारत की महक भी है। भारत की सभ्यता और संस्कृति की चेतना भी है। इसमें, हमारी लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं के सम्मान का प्रण भी है। साथ ही, 21वीं सदी के नए भारत के लिए, नई परंपराओं के निर्माण का संकल्प भी है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद होगा। ऐसी नीतियां जो आज़ादी के अमृतकाल में विकसित भारत का निर्माण करेंगी। मैं आप सभी को अपनी शुभकामनाएं देती हूं। माननीय सदस्यगण, 2. यह हमारे संविधान के लागू होने का भी 75वां वर्ष है। इसी कालखंड में आज़ादी के 75 वर्ष का उत्सव, अमृत महोत्सव भी संपन्न हुआ है। इस दौरान देश भर में अनेक कार्यक्रम हुए। देश ने अपने गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। 75 साल बाद युवा पीढ़ी ने फिर स्वतन्त्रता संग्राम के उस कालखंड को

बौखलाहट और विक्षिप्तता में कांग्रेसी नेता -सुधांशु त्रिवेदी Sudhanshu Trivedi

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भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी जी लगभग प्रतिदिन ही पत्रकार वार्ता करते हैं टीवी डिबेट में आते हैं अपने शानदार तथ्यों और तर्कों के द्वारा वह विपक्ष को मौन कर देते हैं। प्रस्तुत पत्रकार वार्ता का एक-एक शब्द महत्वपूर्ण है पठनीय है हमारे ज्ञान को नई समझ और विराट समझ देने वाला है। राष्ट्रवादी राजनीति के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रत्येक कार्यकर्ता को इसको अक्षर से पढ़ना चाहिए। - अरविंद सिसोदिया    Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Dr Sudhanshu Trivedi द्वारा डॉ. सुधांशु त्रिवेदी  30-01-2024   भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद श्री सुधांशु त्रिवेदी की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु- हाल ही संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में करारी हार का सामने करने और विपक्ष के तथाकथित घमंडिया गठबंधन के छिन्न भिन्न होने के बाद कांग्रेसी नेता बौखला गए हैं। इस बौखलाहट और विक्षिप्तता में कांग्रेसी नेता आपत्तिजनक और अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। ******************** कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आधारहीन और अनर्गल बया

सुनिश्चित हार सामनें देख,कांग्रेस के नेताओं का मानसिक सन्तुलन बिगडा - अरविन्द सिसोदिया congress & bjp

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Seeing certain defeat, the mental balance of Congress leaders got disturbed - Arvind Sisodia सुनिश्चित हार सामनें देख,कांग्रेस के नेताओं का मानसिक सन्तुलन बिगडा - अरविन्द सिसोदिया जगत के स्वामी और जन जन के आराध्य प्रभु श्रीराम का आमंत्रण अस्विकार करने के साथ ही कांग्रेस भारत के जन मन से उतर गई है, अस्विकृत हो गई है। अब पूरी तरह कांग्रेस के सामने सुनिश्चित हार खडी है ! दुनिया के सबसे नासमझ व्यक्ति भी कांग्रेस की जीरो होती स्थिती को समझ रहा है। गठबंधन की डूबती नाव से कूद कूद कर भाग रहे हैं। दूसरी यात्रा पचास से शून्य की ओर चल रही है !! कांग्रेस नेता तेजी से गिर रही साख और अस्विकार्यता को समझ रहे हैं और बौखलाहट में मानसिक सन्तुलन खो बैठे हैं। जनता जानती है इन्हे चुनाव की नहीं चिकित्सा की जरूरत है। उनकी यह दुर्गती देश विरोधी और जनविरोधी नीतियों से ही हुई है। By rejecting the invitation of Lord Shri Ram, the master of the world and the beloved of the people, the Congress has fallen out of the minds of the people of India and has been rejected. Now Congress faces certain defeat. Even the mos

हिन्दू महात्मा गांधी - अरविन्द सिसौदिया hindu mahatma gandhi

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हिन्दू महात्मा गांधी को स्थापित करनें की जरूरत है - अरविन्द सिसौदिया हिन्दू महात्मा गांधी को स्थापित करनें की जरूरत है - अरविन्द सिसौदिया जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस ने जिस महात्मा गांधी को सामनें रखा,वह महात्मा गांधी थे ही नहीं । महात्मा गांधी ने तो शुद्ध रूप से रघुपति राघव राजा राम गाया था और रामराज्य की कल्पना की थी। महात्मा गांधी तो सनातन महात्मा गांधी थे, हिन्दू महात्मा गांधी थे भारतीय संस्कृित को आगे रख कर चलने वाले महात्मा गांधी थे। श्रीराम, अहिंसा, सत्य, मानवता, रामराज्य और क्षमा हिन्दू संस्कृति से ही उन्होने लिये थे । गीता उनको सबसे प्रिय थी। महात्मा गांधी जिस तरह की शासन व्यवस्था चाहते थे, उसमें भारतीय ग्राम स्वराज की कल्पना थी। किन्तु प्रधानमंत्री बनते ही सबसे पहले नेहरूजी नें गांधी जी से ही छुटकारा पाने के जतन किये, उनकी जान को खतरा होते हुए भी सुरक्षा नहीं करवाई, उन्हे भगवान भरोषे छोड दिया...जो आशंका थी वह पूरी हुई।   हिन्दू महात्मा गांधी को स्थापित कर उन्हे सच्ची श्रृद्धांजल दी जानी चाहिये। ------------- गांधीजी को भुनाने से बाज आएं राहुल : महात्मा गांधी के प्रपौत्र श्री