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कविता - कार्यकर्ता तो ठगा जाता है

कविता - कार्यकर्ता तो ठगा जाता है  खूब भागा, खूब दौड़ा, अपनों को छोड़ भगवान भरोसे, नेताओं की जयकारों में रमता रहा, झूठे सपनों के पीछे भागता रहा। कार्यकर्ता था भूखा प्यासा डटा रहा। पर सच यही था कि वह ठगा गया। ===1=== चिल्लाते नारों में उसका जोश था, भीड़ में रहकर संख्या बढ़ाता रहा, तालियों की गड़गड़ाहट में खोता रहा, जीवन नेताओं के लिए पिरोता रहा। तब पता नहीं था कि वह ठगा गया। ===2=== पर दर्द में कोई साथ न आया , जब मुश्किल ने दरवाज़ा खटखटाया, न नेता था, न लेता था , न वादे थे न भाषण था, न राशन था, न आसन था। तब समझ आया कि वह ठगा गया। ===3=== वक्त के संग वे झूठे साबित हुए, साँसें बोझिल, राह अकेले हुये, आँखें जब सहारे को ढूंढें रहीं थीं, तब समझ आया जीवन का सार, कार्यकर्ता भ्रम में फंसा न समझा कि वह ठगा गया, ===4=== कुल मिला कर अब पार्टी नहीं, परिवार ही आधार है, दुःख दर्द में खडे होकर वे ही करते प्यार हैँ, नारे जयजयकारे नीति सिद्धांत तो सिर्फ बातें हैँ, जो पैसा कमा कर लाता है वही नेताजी को भाता है। कार्यकर्ता तो ठगा गया,कार्यकर्ता तो ठगा जाता है। ===समाप्त===

कविता - अखण्ड भारत का पूरा करो सपना

कविता - अखण्ड भारत का पूरा करो सपना देश अपना था, बाँट गये अंग्रेज! स्वतंत्रता के नाम पर, देश तोड़ गये अंग्रेज!! भागते भागते,सदियों लंबा क्लेश दे गये अंग्रेज!! किस बात की शाबासी दें तुम्हें, देश था अपना और तोड़ गये अंग्रेज!!! ===1=== देश अपना था, हमें वे बांटते रहे, नेता हमारे उनके आगे झुकते रहे, एकता की कोशिश करते रहे, वे इसे हमारी कमजोरी मानते रहे। हमारे नेताओं ने वफादारी भी की ,  पर गद्दारी कर देश तोड़ गये अंग्रेज । ===1=== स्वतंत्रता का सपना सबका था, पर कीमत चुकाई हमने। नेताओं ने हर तरह की मिन्नतें कीं, और जख़्म भी झेल  हमनें ॥ लकीर खींची गैरों ने काग़ज़ पर, खून बहाया गया सड़कों पर हमारा । ===2=== नफ़रत उनकी विरासत, पर क्यों मिली हमें, देश हमारा और सिर भी हमनें ही झुकाया॥ सदियों का क्लेश देकर वे चले अंग्रेज , मुठ्ठी भर थे वे और हम अपार थे, वे डरा कर जीत गये, हमें हरा कर चले गये अंग्रेज ¡ ===3=== आज भी जब दोष ढूँढते हैं हम, आईने से नज़र चुराते हैं। अंग्रेज गए, पर उनके छोड़े हुए विभाजन हम अब भी निभाते हैं॥ अब तो अंग्रेज नहीं हैँ,शौर्य जगाओ अपना  अखण्ड भारत का पूरा करो सपना।...

भजनलाल शर्मा सरकार की ठोस उपलब्धियों से राजस्थान वास्तविक विकास के अग्रपथ पर – अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

भजनलाल शर्मा सरकार की ठोस उपलब्धियों से राजस्थान वास्तविक विकास के अग्रपथ पर – अरविन्द सिसोदिया कोटा, 18 दिसंबर। भाजपा मीडिया विभाग के कोटा संभाग संयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्याशी अरविन्द सिसोदिया नें कहा कि " राजस्थान में भाजपा की लोकप्रिय भजनलाल शर्मा सरकार ठोस उपलब्धियों के साथ निरंतर आगे बढ़ रही है। सरकार की नीतियां और निर्णय प्रदेश को स्थाई, समावेशी एवं दूरगामी विकास की दिशा में ले जा रहे हैं, जिससे राजस्थान वास्तविक विकास की राह पर अग्रसर हुआ है। " सिसोदिया नें कहा कि " राजस्थान–मध्यप्रदेश सिंचाई परियोजनाओं सहित सभी लघु एवं मध्यम सिंचाई योजनाओं के माध्यम से प्रदेश को कृषि के लिए पर्याप्त पानी, औद्योगिक आवश्यकताओं हेतु जल और आमजन के लिए पेयजल की सुविधा में बहुअयामी वृद्धि  की व्यवस्था की जा रही है । यह परियोजनाएं राजस्थान की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ-साथ जल संकट का स्थायी समाधान प्रदान करेंगी और प्रदेश को दीर्घकालीन समृद्धि की ओर ले जाएंगी।" सिसोदिया ने बताया कि " सरकार ने पिछले दो सालों में कैनाल सिस्टम...

" प्रधानमंत्री मोदीजी की मृत्यु-कामना " वाली कांग्रेस की हिंसक मानसिकता अक्षम्य अपराध है — अरविंद सिसोदिया bjp rajasthan kota

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" प्रधानमंत्री मोदीजी की मृत्यु-कामना " वाली कांग्रेस की हिंसक मानसिकता अक्षम्य अपराध है — अरविंद सिसोदिया कोटा, 16 दिसंबर। भाजपा राजस्थान के मीडिया विभाग के कोटा संभाग संयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्याशी अरविंद सिसोदिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध प्रयोग की जा रही आपत्तिजनक एवं हिंसक भाषा की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि " यह कांग्रेस की अराजकतावादी और लोकतंत्र विरोधी मानसिकता को दर्शाती है,जो पूर्णतः अक्षम्य अपराध है। " सिसोदिया ने कहा कि "लोकतांत्रिक प्रक्रिया से निर्वाचित प्रधानमंत्री के विरुद्ध मृत्यु-कामना, हिंसक शब्दावली और अमर्यादित बयानबाजी न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि यह समाज में घृणा, उकसावे और अस्थिरता फैलाने का कुत्सित प्रयास है। इस प्रकार की भाषा का भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई स्थान नहीं है।"  उन्होंने कहा कि " कांग्रेस जनता द्वारा लगातार अस्वीकृत होने के कारण हताशा और निराशा में अराजकतावादी भाषा का प्रयोग कर रही है। उनकी यह रणनीति संवैधानिक व्यवस्था, लोकतंत्...

शानदार और जानदार भजनलाल शर्मा सरकार से कांग्रेस में भारी बौखलाहट – अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

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शानदार और जानदार भजनलाल शर्मा सरकार से कांग्रेस में भारी बौखलाहट – अरविन्द सिसोदिया " बाड़ेबंदी, लाल डायरी, सत्ता संघर्ष और कुर्सी की सौदेबाजी वाली कांग्रेस को " जनता सबक सिखा चुकी है " – अरविन्द सिसोदिया कोटा, 14 दिसंबर। राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्याशी एवं भाजपा राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के सह-संयोजक अरविन्द सिसोदिया ने भजनलाल शर्मा सरकार के ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरपूर , शानदार - जानदार और जनहितकारी दो वर्ष पूर्ण होने पर कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही बौखलाहट भरी बयानबाजी पर करारा पलटवार करते हुए कहा कि “पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हों, गोविंद सिंह डोटासरा हों या कोई अन्य कांग्रेसी नेता, उन्हें कोई भी उपदेश देने से पहले यह याद रखना चाहिए कि राजस्थान की जनता ने केवल दो वर्ष पहले ही कांग्रेस को उसके कुशासन, भ्रष्टाचार, सत्ता लोभ, कुर्सी युद्ध और आपसी खींचतान की सजा देते हुये सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है।” उन्होंने कहा कि “आज जब भजनलाल शर्मा सरकार पारदर्शिता, सुशासन और जनकल्याण के साथ मजबूती से काम कर रह...

कविता - भ्रष्टाचार की गंगा ऊपर से नीचे आती है

भ्रष्टाचार की गंगा भ्रष्टाचार की गंगा ऊपर से नीचे आती है, मैदानों में महानद बन,खेतों तक फैल जाती है! सेवा शुल्क, सुविधा शुल्क भी नाम है इसका, हर उल्टे काम की सीधी चाबी, यह कहलाती है। भ्रष्टाचार की गंगा ऊपर से नीचे आती है!! ===1=== सेवा के नाम पर सौदा, सुविधा का व्यापार है, फ़ाइल–फ़ाइल घूम रहा बस, रिश्वत अब अधिकार है। हर उल्टे काम की चाबी, यही सीधा हथियार है, न्याय भी आँखें मूँद लेता, बस पैसा असरदार है। ===2=== मैदानों में महानद बन, खेतों तक फैल जाती है, मेहनत की हरियाली पर, लूट की रेत बिछाती है। गरीब की सूनी थाली से, पहला निवाला जाती है, दलाल की तिजोरी में, चुपचाप जगह बनाती है। ===3=== आओ अब भ्रष्टाचार से लड़ें, ऊपर से नीचे तक सच की मशाल बनें , हर दरवाजे पर ईमान की पहरेदारी हो, जो इस पाप को रोके, उसकी भागेदारी हो। === समाप्त ===

कविता - चमचा पुराण

शीर्षक : चमचा पुराण  चमचों को छोड़ो, चमचे ही खाली करते हैं, राजनीति के रंगमंच पर,चमचे ही कालिख भरते हैं। ====1==== नेता तो बस मुखौटा है, असली खेल है चमचों का, सच बोले तो भारी उपेक्षा,चुगलखोर की मौज महान है , असली खेल हे चमचों का। ====2==== ये चमचे न विचार न प्रचार, बस स्वार्थ का सवाल, जिसकी दाल में घी ज़्यादा, उसकी जिंदाबाद का नारा, यही खेल हे चमचों का। ====3==== आज इधर, कल उधर,इनका न कोई झंडा न कोई ईमान, जहाँ दिखी मलाई,वहीं लार टपकाई,वहीं  वंदन वहीं अभिनन्दन, यही सच हे चमचों का। ====4==== सच को गाली, झूठ की जयकार,चमचों के स्वार्थधर्म का यही सार। जब नेता गिरता है,संभालते चमचे हैं!ज्योंहि नेता की चलती कम होती, सबसे पहले चमचा फरार। ====5==== ये साथ नहीं, बंटवारा है,ये भीमकाय माया है। नेता की कमजोरी, झूठी जय जयकार, हर साजिश में इनकी लीला अपार, जिस नेता के पास बैठे करता उसकी खाली है, चमचे की चाल निराली है। ====6==== चमचों की जब तक़ होती पहचान, तब तक़ रंगमच बन जाता शमशान, सच का उजाला जब आता सामने, तब तक़ तोता उड़ जाता आसमान में। ====7==== चमचों को छोड़ो, सत्य से स्वयं की जोड़ो, चमचे नेत...

कविता - भारत माँ शर्मिंदा है, राजनीति अब धंधा है।

कविता - भारत माँ शर्मिंदा है, राजनीति अब धंधा है। लोकतंत्र बदल गया, लूटतंत्र की माया है। कमीशन खोरी में पूरा प्रजातंत्र समाया है, भारत माँ शर्मिंदा है, राजनीति अब धंधा है। संविधान किताबों में, सड़कों पर सौदा है। न्याय अंधा नहीं अब, बस चुन चुन कर देता है। कुर्सी की हवस में अब सारे सिद्धांत तार-तार हुये , जनसेवा के मुखौटे रह गये, गिद्धों के व्यापार हुये । सच बोलो तो देशद्रोही, चुप रहो तो समझदार, सवाल पूछना गुनाह है, लूट को कहते उपकार। भूख को आँकड़ों में बाँधा, लाशें फाइल बन गईं, सेवा शुल्क के लालच में, सारी नैतिकता जल गई। कलम की स्याही बिक गई, मीडिया बना दलाल, चीख़ें टीआरपी में डूबीं, मरा ज़मीर बेहाल। शर्म भी अब शर्मिंदा है, आईना झुकने लगा, सत्ता के दरबारों में, सच फाँसी चढ़ने लगा। लेकिन अभी कहानी में, अंतिम अध्याय नहीं, हर ज़ुल्म की उम्र होती है, अंधेरा स्थायी नहीं। जिस दिन जनता जाग उठे, सिंहासन हिल जाएँगे, लूटतंत्र के महलों पर, सच के झंडे लहराएँगे। फिर राजनीति सेवा होगी, फिर बोलेगा संविधान, भारत माँ के माथे पर, लौटेगा फिर से सम्मान।

भजनलाल शर्मा सरकार राजस्थान के लिए गौरवशाली नवयुग साबित हो रही है – अरविन्द सिसोदिया

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भजनलाल शर्मा सरकार राजस्थान के लिए गौरवशाली नवयुग साबित हो रही है – अरविन्द सिसोदिया प्रतिपल राजस्थान की सेवा को समर्पित भजनलाल शर्मा सरकार के दो वर्ष अभिनंदनीय – अरविन्द सिसोदिया कोटा, 12 दिसंबर। राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन न्यासी एवं भाजपा राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया ने भाजपा सरकार के राजस्थान में दो वर्ष होने के अवसर पर कहा कि “मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में बनी राज्य सरकार ने केवल दो वर्षों में जनसेवा को केंद्र में रखकर सुशासन और विकास की नई मिसाल कायम की है। सरकार ने पारदर्शी एवं जनसमर्पित कार्यशैली से प्रशासन को अधिक संवेदनशील, जवाबदेह और परिणामोन्मुख बनाया है। विकास और उत्थान हेतु किए गए भगीरथ प्रयासों से वे राजस्थान को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं।” सिसोदिया ने भजनलाल शर्मा सरकार की जनसेवी प्रतिबद्धताओं की सराहना करते हुए कहा कि “पल-प्रतिपल जनसेवा को समर्पित भजनलाल शर्मा सरकार, राजस्थान में नया इतिहास लिख रही है। यह राजस्थान के मान, सम्मान और स्वाभिमान के साथ–साथ विकास के नवयुग का सशक्त निर्माण ...

भजनलाल शर्मा सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक़ पहुंचाएँ – डॉ. अरुण चतुर्वेदी BJP RAJASTHN KOTA

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भजनलाल शर्मा सरकार के दो वर्ष पूर्ण होनें पर भाजपा मीडिया विभाग सक्रिय भूमिका निभायेगा  भजनलाल शर्मा सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक़ पहुंचाएँ – डॉ. अरुण चतुर्वेदी कोटा, 12 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राजस्थान राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने राजस्थान भाजपा मीडिया विभाग के संभाग एवं जिला संयोजकों की वर्चुअल बैठक को शुक्रवार को सायंकाल में संबोधित किया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश मीडिया संयोजक प्रमोद वशिष्ठ ने की। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार एवं भाजपा मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक आनंद शर्मा तथा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने भी अपने विचार व्यक्त किए। बैठक का संचालन आकाश शर्मा द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मनीषा सिंह द्वारा किया गया। कोटा संभाग के मीडिया संयोजक अरविन्द सिसोदिया ने बताया कि डॉ. अरुण चतुर्वेदी, जो लंबे समय से भाजपा मीडिया विभाग का मार्गदर्शन करते रहे हैं, उन्होंने वर्चुअल बैठक संबोधित करते हुये कहा है कि " राजस्थान में भाजपा सरकार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सफल ...

मोदीजी का अनंत धन्यवाद, “वन्दे मातरम्” की अद्भुत शौर्य शक्ति से नई पीढ़ी हुई अभिभूत – अरविन्द सिसोदिया

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मोदीजी का अनंत धन्यवाद, “वन्दे मातरम्” की अद्भुत शौर्य शक्ति से नई पीढ़ी हुई अभिभूत – अरविन्द सिसोदिया त्याग, तपस्या और बलिदान की महान प्रेरणा है वन्देमातरम - अरविन्द सिसोदिया  " वन्दे मातरम् " भारत की प्राण-शक्ति है, यह सदैव सर्वोच्च रहेगी – अरविन्द सिसोदिया कोटा, 10 दिसंबर। राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविन्द सिसोदिया ने कहा कि “वन्दे मातरम् भारत की अमर प्राणशक्ति है। इसकी सर्वोच्चता को कभी कोई डिगा नहीं सकता । यह हमारी मातृभूमि की अमरता और अखंडता की दिव्य आत्मा है।” उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को अनंत धन्यवाद है, जिन्होंने स्वतंत्रता, स्वाभिमान और राष्ट्रभावना के इस महामंत्र के अद्वितीय शौर्य से, भारत की नई पीढ़ी को, भारत के जन जन को परिचित करवाया। संसद में हुई बहसों से लेकर सार्वजनिक आयोजनों तक, ‘वन्दे मातरम्’ की अलौकिक शक्ति को नई पीढ़ी की चेतना के केंद्र में स्थापित किया और तुष्टिकरण की नापाक राजनीति करने वालों की सच्चाई को बेनक़ाब कर दिया।” सिसोदिया ने कहा कि “भारत की ओजस्विता, तेजस्विता और असीम ऊर्जा का स्रोत ‘वन्दे ...

कविता - अंग्रेजों की पार्टी कांग्रेस नें क्या क्या गुल खिलाये,

अंग्रेजों की पार्टी कांग्रेस नें, क्या क्या गुल खिलाया, बहादुर सुभाष भगाया, देश का विभाजन करवाया, आज़ाद भारत को भी अदृश्य इस्लामी नक़ाब पहनाया। शाही परिवार की खातिर सारा राष्ट्र दाव पर लाया। अंग्रेजों की पार्टी कांग्रेस नें क्या क्या गुल खिलाया। ===1=== लाठी से सत्याग्रह चलाया, जन जन को अखंडता पर भरमाया। राजतिलक के लालच में, अंग्रेजों की हर इच्छा के आगे शीश छुकाया । सत्ता की कुर्सी आते ही सबसे पहले गाँधी की सीखों को भुलाया , अंग्रेजों की पार्टी कांग्रेस नें क्या क्या गुल खिलाया। ===2=== नेहरू की भूलों से भारत का नक्सा घायल हुआ,  विभाजन की विभीषिका में नरसंहारी रुदन हुआ। हिन्दी चीनी भाई भाई का नारा भी घायल हुआ, पड़ोसियों नें आँखें दिखलाईं, देश नें नजरें झुकाई थीं। अंग्रेजों की पार्टी कांग्रेस नें क्या क्या गुल खिलाया। ===3=== सैनिक सीमा पर लहू बहाते, सत्ता ने शत्रु को मखमल फैलाया, हजारों कैदी सैनिक छोड़े उनके, पर अपनों को नहीं छुड़ाया। लोकतंत्र की बंदी बना कर क्या खूब आपातकाल लगाया। आज़ादी के रक्षक बनकर,भारत की आज़ादी को ही धमकाया, अंग्रेजों की पार्टी कांग्रेस नें क्या क्या गुल खिलाया।...

कविता - वन्देमातरम फांसी के फंदों पर भारी था vndematram

कविता वन्देमातरम फांसी के फंदों पर भारी था राष्ट्रधर्म की ज्वाला बन कर, धधक उठी चिंगारी थी, वन्देमातरम वन्देमातरम वन्देमातरम फांसी के फंदों पर भारी था। शब्द बृह्म के जयघोष से अंग्रेजों की सत्ता हारी थी , आजादी के महामंत्र की अमृत वर्षा आज भी सब पर भारी है। राष्ट्रधर्म की ज्वाला बन कर धधक उठी चिंगारी थी, वन्देमातरम वन्देमातरम वन्देमातरम फांसी के फंदों पर भारी था। ===1=== क्रांति-वीर नें उँगली थामी, जनता भी हुंकार उठी , मातृ भूमि से उठा जनपथ, स्वाभिमान की शंखनाद सुनी । मां के चरणों में सर्वस्व रखा, भय का नाम न भारी था, अग्नि-पथों पर चलने वालों ने, इतिहास में बलिदान लिखा था । ===2=== छाती तान सभी बढ़ चले थे, लक्ष्य स्वतंत्रता के गंतव्य को , अमर शहीदों ने रक्त से मातृभूमि को तिलक लगाया था। धर्म नहीं, मजहब नहीं, भाषा नहीं! सब एक सूत्र में चले थे, वन्देमातरम के जयकारों ने,युग युग को आजादी का दीप जलाया था। ===3=== गूँज रहा है अब भी हर कोने में, त्याग-तपस्या और बलिदान ! एकता की वह शक्ति जिसने किया हर संकट का निदान । नये भारत की राहों में कर लें हम संकल्प नया, स्वाधीनता का पावन अमृत युगों युगों...

कविता - असली सरकार तो हैँ दलाल जी

कविता - असली सरकार तो हैँ दलाल जी  दलाल भी कमाल है, कमाल है दलाल जी, व्यवस्था की ठसक पर सवाल है, दलाल जी! सरकारी काम काज की चाल ढाल हैँ दलालजी, लूटतंत्र का असली धमाल है दलाल जी। ==1== नियम-कानून किताब में सोते रहते हैं, जब जेब में नोट जाएँ तो बवाल है दलाल जी। कागज़ की फाइलें बरसों धूप सेंकती रहें, पर सुपरफ़ास्ट गति कि बुकिंग बिंडो है दलाल जी। ==2== कुर्सी पर बैठे कर्मचारी भी जानते हैं, राज़-काज क्या,सबकी देखभाल है दलाल जी। अटके हुये काम में इशारा दीजिए, हर समस्या का ‘प्रोविडेन्स हॉल’ है दलाल जी। ===3=== पुलिस की दहलीज़ पर डर बड़ा भारी , पर मधुर व्यवहार की गारंटी दलाल जी। तारीख़ तारीख बढ़ती रहें, पर मनचाहा निर्णय दलालजी, तमाम काम काजों की उलझनों में, आसान हल है दलालजी, ====4=== घूस को ‘प्रोसेस फ़ीस’ कहकर सुंदर बना दें, सेवा शुल्क कह कर इज्जत बढ़ा दें, ईमानदारी लाख रोती रहे कतार में , पर भ्रष्ट व्यवस्था के सरताज हैँ दलाल जी। ====5==== रिश्वत देना लेना दोनों गलत है, भाई, पर यही रामवाण इलाज है भाई, सबको पता है कि ये गलत हैं, पर सही भी यही है भाई , लोकतंत्र का सबसे अनोखा मिसाल है दलाल जी। ...

कविता - मोदीजी तुम पर नाज हमें,तुमने असली भारत दिखलाया है।

शौर्य जहां की परपरा, बलिदान जहां की धर्मध्वजा, उस भारत का फिरसे मान बढ़या है, मोदीजी तुम पर नाज हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। सीना तान के चलते सैनिक, सीमाओं पर अडिग खड़े, उनकी वीर गाथाओं को तुमने नव सम्मान से जग में पढ़े। भारत की उन्नति का दीप प्रज्वलित, नव युग का तुमने द्वार खुलाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। गाँव–गाँव तक पहुँची रोशनी, किसानों में फिर उत्साह जगा, नव भारत के सपनों को तुमने जन–जन का संकल्प बना दिया। आत्मनिर्भरता के इस पथ पर तुमने स्वाभिमान जगाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है। विश्व–मंच पर भारत की आवाज़ बुलंद दिखाई दी, सत्य-अहिंसा की ध्वजा लिए नई राहें भी पाई गईं। जन-जन के अधिकारों को तुमने नया विश्वास दिलाया है, मोदीजी तुम पर नाज़ हमें, तुमने असली भारत दिखलाया है।

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प्रधानमंत्री ने कहा-  वंदे मातरम ने हमारे स्वतंत्रता आंदोलन को बल दिया प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होते देखना हम सभी के लिए गर्व की बात है प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम वह शक्ति है जो हमें, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करती है प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम ने भारत में हजारों वर्षों से गहराई से जड़ें जमाए विचार को फिर से जागृत किया प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम में हजारों वर्षों की सांस्कृतिक ऊर्जा भी समाहित होने के साथ-साथ स्वतंत्रता का उत्साह और स्वतंत्र भारत का दृष्टिकोण भी शामिल था प्रधानमंत्री ने कहा- लोगों के साथ वंदे मातरम का गहरा सम्‍बंध हमारे स्वतंत्रता आंदोलन की यात्रा को दर्शाता है प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम ने हमारे स्वतंत्रता आंदोलन को बल और दिशा दी प्रधानमंत्री ने कहा- वंदे मातरम के सर्वव्यापी मंत्र ने स्वतंत्रता, त्याग, शक्ति, पवित्रता, समर्पण और लचीलेपन को प्रेरित किया प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर आयोजित विशेष चर्चा की शुरुआत की। प्रध...

कविता - राष्ट्र प्रथम

कविता - राष्ट्र प्रथम  राष्ट्र प्रथम का भाव लिए जब आई भाजपा सरकार , भारत ने नयी दिशा पकड़ी; मातृभूमि का ऊँचा हुआ भाल। अटल-मोदी लाये दृढ़ नेतृत्व, राष्ट्र-गौरव का हुआ प्रबल उत्थान । पोखरण की धरती गूँजी, परमाणु शक्ति बनी कवच; विश्व मंच पर भारत बोला, स्वाभिमान का गौरवशाली उत्थान। कारगिल की बर्फ़ीली चोटियाँ, वीरों के साहस से चमकीं; अटल के अडिग निर्णयों ने, देशभक्ति नें शौर्यगाथा लिखी । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, गाँवों में नव पथ लाई; हर पथ पर विकास की धारा, भारत की गति और बढ़ाई। फिर आया समय दृढ़ इरादों का,नये नेतृत्व ने कमान संभाली; मोदी के संकल्पों ने फिर, राष्ट्र-सेवा की नई राह निकाली। सर्जिकल–एयर स्ट्राइक के दम पर, भारत ने दिखलाई ताकत; घर में घुसकर दुश्मन को दी, न्यायपूर्ण, निर्णायक सीख-सूरत। स्वच्छ भारत की हवा बहायी, जन-जन में जागा दायित्व भाव ; आयुष्मान ने जीवन छुआ,उज्ज्वला ने धुयें के आंसू पोंछे । डिजिटल भारत की उड़ान से, नई पीढ़ी ने पाया आकाश; आत्मनिर्भरता के स्वप्न सजाकर, राष्ट्र ने पाई नई पहचान। अटल से मोदी तक, दो ध्रुव, पर लक्ष्य रहा सदैव समान,  राष्ट्र हित सर्वोपरि ...

कविता - लोकतंत्र की अभिलाषा थी

लोकतंत्र की अभिलाषा थी, जग के आंसू पोंछू, घर-घर में खुशहाली दूँ, मानवता का गगन चुमू, पर भ्रष्टाचार ने नस-नस में  लूटतंत्र का कैंसर फैलाया है, खुशियों की चाह को ग्रहण लगाया है। विश्वास की नींव हिलाकर, सपनों का आकाश जलाया है, जन-जन की उम्मीदों को लोभ की दीमक खाती है, न्याय के मंदिर की मुर्तियों को  अब नोटों की अधजली गड्डीयां चिढ़ाती है, पर फिर भी एक दीपक मन में सत्य की लौ का जगा है, हर अन्याय के अंधेरे को मानवता का धर्म मिटाता है, एक दिन फिर से जनशक्ति की ताकत पर्वत हिलाएगी, प्रधान से लेकर पटवार तक़  जनता ही व्यथा मिटाएगी! अभी लड़ाई जारी है, जमे हुये भ्रष्टाचारी तंत्र से,  उम्मीदों का सूरज निकलेगा, सत्य की राह पकड़ेगा, लूट तंत्र हारेगा, लोकतंत्र ही फिर फूलेगा-फलेगा। लोकतंत्र की अभिलाषा थी, जग के आंसू पोंछू, घर-घर में खुशहाली दूँ, मानवता का गगन चुमू, पर भ्रष्टाचार ने नस-नस में  लूटतंत्र का कैंसर फैलाया है, खुशियों की चाह को ग्रहण लगाया है। कुर्सियों के सौदागर अब जनता की पीठ पर चढ़ते हैं, रोजी रोटियों के वादे करके महलों में चैन से पड़ते हैं, सच की आवाज़ दबाने को झूठ के...

तीन तलाक हटानें पर,धन्यवाद मोदीजी

तीन तलाक हटानें पर,धन्यवाद मोदीजी तीन तलाक के अपमान को, सदियों से सहती थी बेटियां, डरती थीं बेटियां, खून के आंसू पीती थी बेटियां, नर्क जैसा जीवन जीती थीं बेटियां। किया तुमने बड़ा उपकार, धन्य हुआ संसार। तीन तलाक के अपमान को हटानें पर धन्यवाद मोदीजी , अब बेटियों की मुस्कान पर नाज है मोदीजी  । ====1==== सदियों के आँसू पोंछे,अन्याय की जंजीरें तोड़ीं, तलाक के अंधकूप को,पूरी तरह पाट किया कमाल । धन्य है मोदी सरकार, जिसने खत्म किया अत्याचार , मिला मुस्लिम महिलाओं को सम्मान,  उनका जीवन को मिला नया सौभाग्य । ====2==== हक़ की राह से जो डरी थीं, अब निर्भय चलती हैं वे, जो कभी डरी सहमी सी रहती थीं,अब निर्भय मुस्कान जीती है वे। आज हर बेटी के चेहरे पर अभिनंदन की रौशनीयां है तमाम, उनकी हर दुआ में गूंजता है, धन्यवाद, मोदीजी… आपके नाम। इस बदलते दौर की धूप में, अब उजियारा फैला है चारों ओर, अन्याय की बेड़ियाँ टूटीं, खुल गए नए सपनों के द्वार। जो आवाज़ें दबती थीं कल तक, आज गर्व से गूंज रही हैं, सम्मान के नए अध्याय में, बेटियों की ख़ुशी खुल कर गूंजती हैं। धन्य धन्य मोदी सरकार, आपके निर्णयों ने दिया संब...

मृत शरीर सम्मान

जयपुर: राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने के बाद पूर्ववर्ती सरकार के कई फैसलों को रोक दिया गया। साथ ही कई योजनाओं के नाम भी बदल दिए गए। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के राज में बने एक कानून को अब भाजपा सरकार प्रदेश में लागू कर रही है। हालांकि कानून अस्तित्व में आ चुका है लेकिन इस कानून के तहत बने नियमों को भजनलाल सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस कानून का नाम है राजस्थान मृत शरीर सम्मान अधिनियम। मृत शरीर के सम्मान में ऐसा कानून लागू करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है। bhajanlal sharma ashok gehlot राजस्थान सरकार ने मृत शरीर सम्मान अधिनियम के नियमों को मंजूरी देकर देश में पहली बार शव सम्मान से जुड़े सख्त प्रावधान लागू किए हैं। सड़क पर शव रख कर प्रदर्शन किया तो होगी जेल अमूमन ऐसी घटनाएं देखने को मिलती है कि किसी मृत्यु हो जाती है तो परिजन और समाज के लोग विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हैं। सरकार से मांगें मनवाने के लिए शव को सड़क पर रखकर धरने प्रदर्शन किए जाते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि 10 से 20 दिन तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होता। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूर्ववर्ती कां...

Tital

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             (1) में हारा सब जीते  मेरा कविता संग्रह  अरविन्द सिंह सिसोदिया                   (2) में हारा सब जीते  @ लेखक को सर्वाधिकार सुरक्षित है। पता -    अरविन्द सिंह सिसोदिया             राधाकृष्ण मंदिर रोड़,           ड़ड़वाडा, कोटा जंक्शन            कोटा, राजस्थान  पिन 324002 मूल्य - 250 रूपये  प्रथम संस्करण        2025  --------- मेरा कविता संग्रह  में हारा सब जीते  लेखक - अरविन्द सिंह सिसोदिया  9414180151          (3)   मेरी धर्मपत्नी भंवर बाई जो दौलत कंवर के नाम से जानी जाती है।  सौ सीताओं से ज्यादा जिसने कष्ट सहे, मुंह से कभी उफ़ नहीं... यह कविता संग्रह उन्हें ही समर्पित है... चित्र  L आत्मकथन  मैं अपने जीवन को अभाग्य की परिभाषा न...

अनुक्रमिणिका

अनुक्रमिणिका                            पृष्ठ संख्या  01-   माँ  02-  गणेशजी का सन्देश 03-  करुण कहानी विभाजन की  04-  जौहर की ज्वालाएं कहतीं  05-  जब नेता बेईमान हो जाता है  06-  युगों युगों में एक ही मोदी आता है 07-  मोदी जी महान हैँ  08-  कोटि कोटि धन्यवाद मोदी जी 09-  युग निर्माता महामानव मोदी 10- शाबास मोदी जी जांबाज मोदी जी 11- वाह वाह मोदी जी जय हो मोदीजी  12- मोदी जी के रूप में वह महामानव आया है 13- अजि हिन्दुस्तान है मोदी 14- मोदीजी के युग परिवर्तन से 15- महा मानव मोदी  16- राष्ट्रधर्म का सारथी  17- युग परिवर्तन करता हिन्दुस्तान देखा 18- मोदी जी के शासन में कांप रहा है आतंकवाद का नाम 19- डटे हुये हैँ मोदीजी  20- जय जय सेना जय जय मोदी  22- नरेंद्र मोदी प्रखर  21- मोदीजी का सफर मोदीजी का जज्बा  23-   तीन तलाक  24-   बैंक की चौखट / जनधन खाते खुले अपार  25- अजय विजय का द...

भजनलाल सरकार के दो साल पूरे, 15 दिनों तक प्रदेश भर में होंगे कई कार्यक्रम BJP Rajasthan Kota

2 साल पूरे होने का जश्न मनाएगी भजनलाल सरकार, 15 दिनों तक प्रदेश भर में होंगे कई कार्यक्रम 11 दिसंबर को प्रदेश स्तरीय रक्तदान शिविर से समारोह की शुरुआत होगी. पंद्रह दिसंबर को मुख्य आयोजन होगा. Bhajanlal Sharma government प्रदेश की भजनलाल सरकार के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण होने के मौके पर सरकार की ओर से जश्न मनाए जाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. राज्य सरकार 11 से 25 दिसंबर तक प्रदेश और जिला स्तर पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करेगी. इन कार्यक्रमों के जरिए राज्य सरकार कई विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण करेगी. साथ ही सरकार के 2 साल के शासन के दौरान किए गए कामकाज का बखान भी किया जाएगा. ये आयोजन राज्य और जिला स्तर पर 15 दिन तक चलेगा. कार्यक्रमों की तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है. प्रभारी मंत्री करेंगे जिलों के दौरे:सरकार के कार्यकाल के 2 साल पूरे होने के मौके पर राज्य सरकार के तमाम मंत्री भी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. साथ ही सरकार के 2 साल के कामकाज को लेकर बुकलेट भी जारी करेंगे और आगे शेष बचे 3 साल का रोडमैप भी जनता के सामने पेश करेंगे....

कविता - कारसेवक kar sevk

कविता - कारसेवक  केसरिया बाना पहन कर निकले थे कारसेवक, परिजन की आँखों में आंसू छोड़ कर,  लक्ष्य की और बढ़ गये थे कारसेवक, कार्यपूर्ण करेंगे केशव ! माधव की सौगंध उठाई थी। गुलामी के प्रतीक को,ध्वस्त कर, आजादी प्रगटाई थी। रामजन्मभूमि की मुक्ती के साथ ही, असली स्वतंत्रता की धर्म ध्वजा लहराई थी। केसरिया बाना पहन कर निकले थे कारसेवक, परिजन की आँखों में आंसू छोड़ कर,  लक्ष्य की और बढ़ गये थे कारसेवक, कार्यपूर्ण करेंगे केशव ! माधव की सौगंध उठाई थी। ===1=== पता था लहू से सरयू लाल हुई थी, छातियों नें गोली खाई थी। आहुतियों की गाथा लेकर,  बलिदानी पथ कर चुन आए थे, धर्म-धरा के अपमान की पुकार थी, दृढ़ संकल्प की ऊर्जा भाई थी। हर बाधा पर सिंहनाद कर, आगे ही बढ़ते जाना था, अन्याय के अत्याचार को, बलिदानी शौर्य से हटाना था। केसरिया बाना पहन कर निकले थे कारसेवक, परिजन की आँखों में आंसू छोड़ कर,  लक्ष्य की और बढ़ गये थे कारसेवक, कार्यपूर्ण करेंगे केशव ! माधव की सौगंध उठाई थी। ===2=== संगठन शक्ति की लहरों से, परिवर्तन का जनउफान था , राष्ट्र मन के उद्गारों से, इतिहास नया बनाना था । एक-एक कण म...

घुसपैठियों का पक्ष लेते हुये सुप्रीम कोर्ट पर दबाब बनाना पूरी तरह राष्ट्रविरोधी कृत्य - अरविन्द सिसोदिया

पूर्व जजों, वकीलों ने रोहिंग्याओं...  पूर्व जजों, वकीलों ने रोहिंग्याओं पर टिप्पणियों पर आपत्ति जताते हुए CJI सूर्यकांत को लिखा पत्र   5 Dec 2025  पूर्व जजों, प्रैक्टिशनर वकीलों और कैंपेन फॉर ज्यूडिशियल अकाउंटेबिलिटी एंड रिफॉर्म्स ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) सूर्यकांत को एक खुला लेटर लिखा, जिसमें उन्होंने हाल ही में हुई सुनवाई में CJI की बेंच द्वारा रोहिंग्या शरणार्थियों के बारे में की गई “बेबुनियाद टिप्पणियों” पर अपनी चिंता जताई। बता दें, 2 दिसंबर को रोहिंग्याओं के संबंध में दायर याचिका पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए CJI कांत की अगुवाई वाली बेंच ने पूछा था कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को 'शरणार्थी' घोषित करने का कोई आदेश जारी किया।  सुप्रीम कोर्ट CJI ने कहा, "भारत सरकार का उन्हें (रोहिंग्याओं को) रिफ्यूजी घोषित करने का ऑर्डर कहां है? रिफ्यूजी एक अच्छी तरह से तय कानूनी शब्द है और उन्हें घोषित करने के लिए सरकार की तरफ से एक तय अथॉरिटी है। अगर किसी रिफ्यूजी का कोई कानूनी स्टेटस नहीं है, और कोई घुसपैठिया है, और वह गैर-कानूनी तरीके से घुसता है तो क्या हमारी ...