हिन्दू एकता क्यों आवश्यक है
हिन्दू अनादि काल से हिन्दुस्तान के स्वामी हैं, हिन्दुओं को बांट कर ही अभी तक बाहरी हमलावरों और बाहरी व्यक्तियों के द्वारा बनाये गये राजनैतिक दल नें भारत पर राज किया और हिन्दुओं के साथ लगातार छल किया है। हिन्दू अब जाग चुका है, उसे पुनः विभक्त करके बाहरी ताकतें अपने एजेंण्डे पर चलने वाले दलों को सत्ताशीन करना चाहते हैं। इसलिये सनातन हिन्दुओं को पूरी तरह एकजुट होना ही चाहिये। हिन्दू पुरुषार्थ आदित्य है, लगातार 3000 वर्षों से हमारे ऊपर विदेशी आक्रमण हो रहे हैं, हमने जमकर के संघर्ष किया है, अपने बलिदान से, अपने खून से, अपनी बहन बेटियों के जौहर से, इस देश की पवित्र धर्म और संस्कृति को सींचा है, उसकी रक्षा की है। सारी दुनिया को अपने पंथ का गुलाम बनाने वाली ताकतों और उनके विश्व विजयी अभियानों को हिंदू सूरवीरों नें ही रोका है। ये ताकतें विदेशी धन बल और अपरोक्ष षड्यंन्त्रों के बल पर अब फिर से सिर उठा रहीं हैँ, इन्हे और इनके मंसूबों को जानना, साझना और परास्त करना हमारा कर्तव्य है। यही हमारा राष्ट्रधर्म भी है। हमें सिर्फ देश बचानें के लिए एक जुट रहना है मात्र इतना नहीं है , हमारे देश को अन्दर से