कांग्रेस घोषणापत्र,खोखले वादे, झूठ और भ्रम का पुलिंदा - राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी BJP Rajasthan Kota
Congress Manifesto 2024: अक्ल बड़ी या भैंस? कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बफेलो नदी की फोटो देख बीजेपी ने पूछा सवाल
Congress Manifesto: सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो में पर्यावरण न्याय के सेक्शन में राहुल गांधी के पसंदीदा डेस्टिनेशन थाईलैंड की एक तस्वीर है. यह सब घोषणापत्र में कौन डाल रहा है?
Congress Manifesto for 2024 Lok Sabha Election BJP national spokesperson Sudhanshu Trivedi has criticised
congress Manifesto 2024: अक्ल बड़ी या भैंस? कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बफेलो नदी की फोटो देख बीजेपी ने पूछा सवाल
Congress Manifesto 2024 : - भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने लोकसभा चुनाव के लिए जारी कांग्रेस के मेनिफेस्टो की आलोचना की है. बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि इस मेनिफेस्टो में न्यूयॉर्क और राहुल गांधी के पसंदीदा डेस्टिनेशन थाईलैंड की तस्वीरें हैं.
त्रिवेदी ने कहा, "मेनिफेस्टो में पर्यावरण न्याय के सेक्शन में राहुल गांधी के पसंदीदा गंतव्य थाईलैंड की एक तस्वीर लगाई गई है. यह सब उनके घोषणापत्र में कौन डाल रहा है?" शुक्रवार (5 अप्रैल) को मीडिया को संबोधित करते हुए त्रिवेदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र में छपी कुछ तस्वीरों के स्रोत पर सवाल उठाया.
'किसी ने नहीं किया अक्ल का इस्तेमाल'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में जल प्रबंधन की एक तस्वीर है. यह तस्वीर न्यूयॉर्क राज्य में बफेलो नदी की है. बफेलो शब्द को हिंदी में भैंस कहा जाता है और हिंदी में एक कहावत है कि 'अकल बड़ी या भैंस?' तो मुझे नहीं लगता कि इस स्थिति में भी किसी ने ज्यादा अक्ल का इस्तेमाल किया होगा. अब तक वे यह पता नहीं लगा पाए हैं कि उनके सोशल मीडिया चेयरपर्सन के एक्स अकाउंट से कौन पोस्ट कर रहा था.-
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Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sudhanshu Trivedi
द्वारा डॉ. सुधांशु त्रिवेदी - 05-04-2024
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु-
139 वर्ष पुरानी आजादी के बाद देश पर 4 पीढ़ियों तक (60 वर्षों) शासन करने वाली कांग्रेस अब देश में बदलाव लाने के लिए मौका देने की बात की बात कर रही है।
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कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र का नाम न्याय पत्र रखा है, क्योंकि इन्होंने 55 वर्ष देश के साथ केवल अन्याय किया।
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कांग्रेस के घोषणा पत्र की कई घोषणाओं पर स्वयं कांग्रेस के नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी को कहकर तालियां बजवानी पड़ीं।
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कांग्रेस द्वारा भ्रम फैलाने के लिए जारी किए गए घोषणापत्र का कोई भी वादा न कभी केन्द्र में और न कभी राज्य में पूरा किया गया है।
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कांग्रेस ने भारत की युवा, आर्थिक, औद्योगिक, सैन्य क्षमता, सामाजिक सहभागिता और सुरक्षा के साथ कभी न्याय नहीं किया और अब तथाकथित न्याय का ढोंग रच रही है।
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कांग्रेस पर विदेशी प्रभाव इतना भारी हो गया है कि इन्होंने घोषणापत्र में भी विदेशी तस्वीरों का उपयोग किया है।
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कांग्रेस के घोषणा पत्र के पर्यावरण अनुभाग में इस्तेमाल की गई तस्वीर भारत की नहीं है, बल्कि थाईलैंड की है, जो राहुल गांधी के ध्यान करने के लिए पसंदीदा स्थान है।
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हाल ही में कांग्रेस के सोशल मीडिया चेयरपर्सन ने कहा था कि उन्हें नहीं पता कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट कौन संभाल रहा है। कम से कम पार्टी को तो पता होना चाहिए कि उनका घोषणापत्र कौन बना रहा है।"
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एक ओर भ्रम और झूठ का पुलिंदा है और दूसरी ओर मोदी के भरोसे की गारंटी है।
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देश की साक्षरता दर पहली बार 50% के पार होने पर 1998 में पहली बार भाजपा सरकार बनी, 60% होने पर 2014 में मोदी जी की स्पष्ट बहुमत की सरकार बनी और आज जब देश की साक्षरता दर 75% हो गई, तो इस बार एनडीए की 400 सीटों के साथ सरकार बनने जा रही है।
डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कहा स्वतंत्रता के बाद देश पर लगभग 60 वर्ष तक प्रत्यक्ष रूप से शासन करने वाली कांग्रेस आज कह रही है कि अब सत्ता में आने पर वे देश में बड़े बदलाव लायेंगे । भाजपा की नीतियों के कारण आज महंगाई दर लगभग 5 प्रतिशत और बेरोजगारी दर 3 प्रतिशत है और पिछले 50 वर्षों में न्यूनतम मंहगाई दर वाले वर्ष 2017, 2019, 2004, 2001 और 2003 थे जिनमें महंगाई दर क्रमशः 3.3, 3.73, 3.77, 3.78, 3.81 प्रतिशत थी और इन सभी वर्षों के दौरान देश में भाजपा सरकार थी। लेकिन 1974 में कांग्रेस सरकार के दौरान मंहगाई दर 26% के उच्चतम स्तर पर थी और विकास दर मात्र 1.19% पर थी। कांग्रेस के फर्जी दावे सबके सामने है।
डॉ त्रिवेदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर छपी तस्वीरों का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र की गंभीरता को इस बात से समझा जा सकता है कि कांग्रेस के घोषणापत्र में जल प्रबंधन, पर्यावरण स्वच्छता के साथ लगाई गईं अन्य तस्वीरें फर्जी है, जैसे न्यूयॉर्क की बफेलो नदी और थाईलैंड के पर्यावरण के चित्रों को अपने घोषणापत्र में पेश किया है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में पर्यावरण अनुभाग में इस्तेमाल की गई तस्वीर दिखाते हुए त्रिवेदी ने कहा कि यह तस्वीर राहुल गांधी के पसंदीदा स्थान थाईलैंड की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कांग्रेस के सोशल मीडिया चेयरपर्सन ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट कौन संभाल रहा है। कम से कम पार्टी को तो पता होना चाहिए कि उनका घोषणापत्र कौन बना रहा है।"
डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान का उल्लेख करते हुए कहा उनका कथन है कि कांग्रेस के हाथ में सत्ता आने पहले देश में एक सुई तक नहीं बनती थी। डॉ त्रिवेदी कांग्रेस पर टिप्पणी करते हुए कहा भारत की पहला बिजली परियोजना शिव समुन्द्रम परियोजना 1902 में ही शुरू हो गई थी, भारतीय विज्ञान संस्थान 1916 में तैयार हो गया था, पहला बांध विश्वेश्वरैया जी ने मैसूर में आजादी से बहुत पहले बना दिया था, बेंगलुरु में भारत का पहला मिंटो नेत्र अस्पताल आजादी से पहले ही बनाया गया था, इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी का मानना है देश में विकास के कोई कार्य नहीं होते थे। डॉक्टर, इंजीनियरिंग पेशेवर सब लोग आजादी के बाद नेहरू जी के कृपया से बने थे। संघ के संस्थापक डॉ हेडगेवार डॉक्टरी कर लिए थे, कांग्रेस को तमाम चीजें विरासत में मिली है, उन्हे लगता है कि लोगों को यह मालूम नहीं है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस ने तब तक जनता को भ्रमित किया, जब तक मीडिया स्वतंत्र नहीं था, साक्षरता दर कम थी और संचार के साधन प्रबल नहीं थी। देश की साक्षरता दर जब पहली बार 50 प्रतिशत के पार हुई तो 1998 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, जब साक्षरता दर 60 प्रतिशत के पार हुई तो 2014 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की स्पष्ट बहुमत की सरकार बनी और आज जब देश की साक्षरता दर 75 प्रतिशत हो गई तो इस बार एनडीए की 400 सीटों के साथ सरकार बनने जा रही है क्योंकि अब जनता को झूठ बोलकर गुमराह करना संभव नहीं है।
कांग्रेस पर घोषणापत्र में खोखले वादे करने का आरोप लगाते हुए डॉ त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं को एक लाख रुपए प्रतिवर्ष देने का वादा किया है और 2019 में भी कांग्रेस ने किसानों को 72 हजार रुपए प्रतिवर्ष देने का वादा किया था लेकिन सत्य तो यह है कि काग्रेस ने अपनी राज्य सरकारों में भी ये वादा पूरा नहीं किया है। इसलिए इस घोषणापत्र पर लोग वांछित प्रतिक्रिया तक नहीं दे रहे थे और मल्लिकार्जुन खड़गे को कहकर तालियां बजवानी पड़ीं, इसे एक पंक्ति में कहा जा सकता है कि
“वो पैरवी तो झूठ की करता चला गया,
बस उसका चेहरा उतरता चला गया।“
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र का नाम ‘न्याय पत्र’ रखा है अर्थात ये मान चुके हैं इन्होंने 55 वर्ष देश पर अन्याय किया है। कांग्रेस ने भारत के युवा, आर्थिक, औद्योगिक, सैन्य क्षमता और सुरक्षा के साथ कभी न्याय नहीं किया और अब न्याय पत्र लेकर तथाकथित न्याय का ढोंग रच रही है। कांग्रेस शासन में कहा जाता था कि फौज न हारी, कौम न हारी, हार गई सरकार हमारी क्योंकि सेना ने बलिदान देकर भारत की रक्षा की और अपने इलाकों पर कब्जा जमाया लेकिन कांग्रेस ने अपनी कमजोरी विदेश नीति के नाम पर अपने क्षेत्रों को पड़ोसी देशों को दे दिया। कांग्रेस की विदेश नीति को एक पंक्ति में कहा जा सकता है कि तीन बड़े राज्यों का आधा हिस्सा गंवा बैठे, “पंजाब गया, कश्मीर गया और चला बंगाल गया और चीन के हाथों मानसरोवर का वह ऊंचा भाल गया”। जिन्होंने भारत के सांस्कृतिक गौरव, सामाजिक समरसता और योग्यता के साथ कभी न्याय नहीं किया वह अब भेष बदल कर न्याय देने की बात करते हैं तो देश की जनता उनके आश्वस्त है कि ये फिर खोखले वादे कर रहे हैं।
डॉ त्रिवेदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एक ओर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के खरे नेतृत्व में एकजुटता और श्रेष्ठता के साथ हर गरीब को न्याय देता हुआ, देश को विकास के नए पथ पर ले जाता हुआ, सुरक्षा को सुदृढ़ करता हुआ और राष्ट्र के गौरव को मजबूत करने वाला एनडीए गठबंधन है और दूसरी ओर आपसी अंतर्विरोधों और एक दूसरे प्रति अविश्वास, निजी स्वार्थ के लक्ष्य के साथ एक दूसरे को मात देने के लिए खड़े हुए नेताओं, अपने अपने परिवारों और भ्रष्टाचारों को बचाने वाली पार्टियों और भ्रम से भरा हुआ इंडी गठबंधन है। एक तरफ भ्रम और झूठ का पुलिंदा है और दूसरी तरफ मोदी की भरोसे की गारंटी है। कांग्रेस ने अपनी फितरत के अनुरूप एक बार फिर भ्रम पैदा करने के लिए ही ये घोषणापत्र जारी किया जिसमें से कोई भी वादा न उन्होंने केन्द्र में रहते हुए और न कभी राज्य सरकारों रहते हुए पूरा किया है।
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