सुनो केंद्र सरकार,मोदी की जान को खतरा वास्तव में है
सुनो केंद्र सरकार , मोदी की जान को खतरा वास्तव में है ………………
यह तो सच ही हे कि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने व्यक्तीगत द्वेष के चलते , राजधर्म निभाने में कोताही बरती , जो उन्हें बहुत महंगा पड़ा , आज उनकी निंदा का मुख्यकारण यही रहा कि , उन्होंने अपनी जिम्मेवारी को गंभीरता से नहीं लिया !! केंद्र सरकार भी यह कह कर पल्ला नहीं झाड़ सकती कि हमनें एलर्ट जारी कर दिया था , आप पर सूचना थी तो आपनें रोकने के लिए क्या किया !! सो गए या भूल गए !!!
अब यह भी ध्यान रहे कि " आप राजनैतिक द्वेष में यह मत भूल जाना कि मोदी जी की जान को बाकई में खतरा है और उनकी रक्षा करना आपका राजधर्म है !!!!!"
'मोदी आतंकियों के निशाने पर, 23 को बिहार पुलिस को भेजा गया अलर्ट'
2013-10-28
नई दिल्ली: बिहार में नरेंद्र मोदी की रैली में हुए सीरियल ब्लास्ट को लेकर नीतीश सरकार की पोल खुल गई है। जांच एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के मुताबिक 23 अक्टूबर को बिहार पुलिस को आगाह किया गया था। आईबी के मुताबिक कई आतंकी संगठनों के निशाने पर मोदी हैं। आईबी ने बताया ये सुराग आईएम के पकड़े गए लोगों के जरिए मिले थे। आईबी के मुताबिक मोदी की रैली में गडबड़ी की आशंका पहले से ही थी।
अब सवाल ये है कि अगर बिहार पुलिस को मोदी की रैली के पहले से ही आईबी का अलर्ट था तो पुलिस ने कड़े सरक्षा के बंदोबस्त क्यों नहीं किए। उधर बिहार के मुक्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसा क्यों कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं जारी किया गया था।
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धमाकों पर भाजपा ने खोली नीतीश सरकार की पोल
2013-10-28
नई दिल्ली: पटना में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली से पहले हुए सीरियल बम ब्लास्ट को लेकर भाजपा ने बिहार की नीतीश सरकार की पोल खोल कर रख दी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने दावा किया है कि नीतीश सरकार को 23 तारीख को ही केंद्र सरकार से सुरक्षा का अलर्ट जारी कर दिया गया था, उसके बावजूद बिहार सरकार ने मोदी की रैली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए, जिसकी वजह से इन धमाकों को एक के बाद एक अंजाम दिया गया।
अरूण जेटली ने कहा कि अलर्ट के बाद भी नीतीश कुमार सोते रहे। इससे पहले नीतीश कुमार ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा था कि उनको किसी प्रकार का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया था। लेकिन भाजपा ने नीतीश के इस बयान पर नीतीश सरकार पर हमला करते हुए उनकी पोल खोल दी है। इस घटना में 6 लोगों की मौत और 102 लोग घायल अभी तक घायल हैं।
उन्होंने कहा कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने 1 अक्तूबर को बिहार के पुलिस महानिदेशक सहित विभिन्न राज्यों को लिखे पत्र में आम चेतावनी जारी की थी कि इंडियन मुजाहिदीन कुछ शहरों पर हमले की योजना बना रहा है। उनके अनुसार, ‘‘23 अक्तूबर को आईबी ने बिहार पुलिस को खासतौर पर चेतावनी दी कि नरेन्द्र मोदी की पटना रैली को इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी निशाना बना सकते हैं।’’
‘‘रैली स्थल, गांधी मैदान में ना मेटल डिटेक्टर लगाए गए, ना जैमर और ना ही वहां आने वालों की जामा तलाशी ली गई, जबकि ऐसे बड़े आयोजनों में यह प्रक्रिया अपनाया जाना सामान्य बात है। मोदी की दिल्ली और राजस्थाना रैलियों तक में वहां की सरकारों ने यह प्रक्रिया अपनाई, लेकिन पटना में ऐसा नहीं किया गया।’’ नीतीश सरकार पर उन्होंने मोदी रैली की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ‘‘संवेदनहीन, लापरवाह और उदासीन रवैया’’ अपनाने का आरोप लगाया।
उधर ब्लास्ट को लेकर सुशील मोदी ने कहा नरेंद्र मोदी को नीतीश राजनीतिक विरोधी नहीं समझते बल्कि उन्हें नीतीश राजनीतिक दुश्मन समझते हैं। सुशील ने कहा आतंकियों का निशाना केवल भीड़ नहीं था बल्कि नरेंद्र मोदी भी आतंकियों के निशाने पर थे। उन्होंने कहा नीतीश का राग द्वेष की राजनीति है। उन्होंने इस मामले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जवाब मांगा।
यह तो सच ही हे कि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने व्यक्तीगत द्वेष के चलते , राजधर्म निभाने में कोताही बरती , जो उन्हें बहुत महंगा पड़ा , आज उनकी निंदा का मुख्यकारण यही रहा कि , उन्होंने अपनी जिम्मेवारी को गंभीरता से नहीं लिया !! केंद्र सरकार भी यह कह कर पल्ला नहीं झाड़ सकती कि हमनें एलर्ट जारी कर दिया था , आप पर सूचना थी तो आपनें रोकने के लिए क्या किया !! सो गए या भूल गए !!!
अब यह भी ध्यान रहे कि " आप राजनैतिक द्वेष में यह मत भूल जाना कि मोदी जी की जान को बाकई में खतरा है और उनकी रक्षा करना आपका राजधर्म है !!!!!"
'मोदी आतंकियों के निशाने पर, 23 को बिहार पुलिस को भेजा गया अलर्ट'
2013-10-28
नई दिल्ली: बिहार में नरेंद्र मोदी की रैली में हुए सीरियल ब्लास्ट को लेकर नीतीश सरकार की पोल खुल गई है। जांच एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के मुताबिक 23 अक्टूबर को बिहार पुलिस को आगाह किया गया था। आईबी के मुताबिक कई आतंकी संगठनों के निशाने पर मोदी हैं। आईबी ने बताया ये सुराग आईएम के पकड़े गए लोगों के जरिए मिले थे। आईबी के मुताबिक मोदी की रैली में गडबड़ी की आशंका पहले से ही थी।
अब सवाल ये है कि अगर बिहार पुलिस को मोदी की रैली के पहले से ही आईबी का अलर्ट था तो पुलिस ने कड़े सरक्षा के बंदोबस्त क्यों नहीं किए। उधर बिहार के मुक्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसा क्यों कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं जारी किया गया था।
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धमाकों पर भाजपा ने खोली नीतीश सरकार की पोल
2013-10-28
नई दिल्ली: पटना में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली से पहले हुए सीरियल बम ब्लास्ट को लेकर भाजपा ने बिहार की नीतीश सरकार की पोल खोल कर रख दी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने दावा किया है कि नीतीश सरकार को 23 तारीख को ही केंद्र सरकार से सुरक्षा का अलर्ट जारी कर दिया गया था, उसके बावजूद बिहार सरकार ने मोदी की रैली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए, जिसकी वजह से इन धमाकों को एक के बाद एक अंजाम दिया गया।
अरूण जेटली ने कहा कि अलर्ट के बाद भी नीतीश कुमार सोते रहे। इससे पहले नीतीश कुमार ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा था कि उनको किसी प्रकार का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया था। लेकिन भाजपा ने नीतीश के इस बयान पर नीतीश सरकार पर हमला करते हुए उनकी पोल खोल दी है। इस घटना में 6 लोगों की मौत और 102 लोग घायल अभी तक घायल हैं।
उन्होंने कहा कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने 1 अक्तूबर को बिहार के पुलिस महानिदेशक सहित विभिन्न राज्यों को लिखे पत्र में आम चेतावनी जारी की थी कि इंडियन मुजाहिदीन कुछ शहरों पर हमले की योजना बना रहा है। उनके अनुसार, ‘‘23 अक्तूबर को आईबी ने बिहार पुलिस को खासतौर पर चेतावनी दी कि नरेन्द्र मोदी की पटना रैली को इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी निशाना बना सकते हैं।’’
‘‘रैली स्थल, गांधी मैदान में ना मेटल डिटेक्टर लगाए गए, ना जैमर और ना ही वहां आने वालों की जामा तलाशी ली गई, जबकि ऐसे बड़े आयोजनों में यह प्रक्रिया अपनाया जाना सामान्य बात है। मोदी की दिल्ली और राजस्थाना रैलियों तक में वहां की सरकारों ने यह प्रक्रिया अपनाई, लेकिन पटना में ऐसा नहीं किया गया।’’ नीतीश सरकार पर उन्होंने मोदी रैली की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ‘‘संवेदनहीन, लापरवाह और उदासीन रवैया’’ अपनाने का आरोप लगाया।
उधर ब्लास्ट को लेकर सुशील मोदी ने कहा नरेंद्र मोदी को नीतीश राजनीतिक विरोधी नहीं समझते बल्कि उन्हें नीतीश राजनीतिक दुश्मन समझते हैं। सुशील ने कहा आतंकियों का निशाना केवल भीड़ नहीं था बल्कि नरेंद्र मोदी भी आतंकियों के निशाने पर थे। उन्होंने कहा नीतीश का राग द्वेष की राजनीति है। उन्होंने इस मामले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जवाब मांगा।
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