पटना हुंकार रैली में : विस्फोट से अप्रभावित नरेन्द्र मोदी
पटना में मोदी ने नीतीश को अवसरवादी कहा
पटना, 27-10-13 एजेंसी
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रैली स्थल गांधी मैदान के पास विस्फोट से अप्रभावित नरेन्द्र मोदी ने अपने घोर विरोधी नीतीश कुमार पर करारा प्रहार करते हुए उनपर अवसरवादी तथा प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा करने के लिए जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया तथा राज्य के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया।
राजग गठबंधन में जदयू के साथ रहने तक नीतीश कुमार द्वारा बिहार से दूर रखे जाने के बाद पहली बार बिहार आने पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के लिए नीतीश को बार बार निशाना बनाया और कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री, कांग्रेस के साथ आंख मिचौली खेल रहे हैं जिसके खिलाफ उनके गुरु जयप्रकाश नारायण और लोहिया जीवन भर संघर्ष करते रहे क्योंकि वह प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।
लोगों से खचाखच भरे गांधी मैदान में हुंकार रैली को संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जिसने जेपी (जयप्रकाश नारायण) को छोड़ दिया हो, वह बीजेपी को क्यों नहीं छोड़ सकता है। जिस व्यक्ति (जेपी, लोहिया) ने जीवन भर देश को कांग्रेस से मुक्त बनाने के लिए संघर्ष किया और दूसरा (नीतीश) जो
लोहिया का अनुयायी होने का दावा करता हो, उसने पीठ में छुरा घोंपा है और अब वह कांग्रेस के साथ आंख मिचौली खेल रहा है।
मोदी ने कहा कि उनके अनुयायी माफ कर सकते हैं (नीतीश को) लेकिन लोहिया और जेपी की आत्मा उनके कृत्य को कभी माफ नहीं कर सकती। नीतीश का नाम लिए बिना मोदी उन्हें बार बार मेरे मित्र के रूप में संबोधित करते रहे और पिछले विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए नहीं आने देने के लिए निशाना साधते हुए कहा कि वह इसलिए अपमान सहते रहे क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि बिहार में जंगल राज दोबारा आए।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने 40 मिनट के अपने भाषण में भोजपुरी, मैथिली और मगही का भी उपयोग किया जो राज्य की तीन प्रमुख बोलियां हैं। मोदी के संबोधन से पहले पटना में कई विस्फोट हुए जिसमें से पांच रैली स्थल के पास हुए। इसमें पांच व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए। मोदी ने अपने भाषण में विस्फोट का जिक्र नहीं किया लेकिन लोगों से सुरक्षित घर जाने की अपील की।
बिहार के मुख्यमंत्री पर चुटकी लेते हुए मोदी ने एक घटना का जिक्र किया, जब वह उनके साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री के समेत टेबल पर बैठे थे और नीतीश खाना नहीं खा रहे थे, असहज थे और इधर उधर देख रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं माजरा समझ गया और उनसे (नीतीश) कहा कि यहां कोई कैमरा नहीं है, आप खाना खा सकते हैं। यह पाखंड की हद है।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह सम्प्रदायिकता के नाम पर लोगों को भ्रमित कर रही है। हिन्दू मुस्लिम एकता की वकालत करते हुए मोदी ने कहा कि उनमें से कोई नहीं चाहता है कि हम एक दूसरे से लड़े। गरीबी को समाप्त करने के लिए हम सबको मिलकर लड़ने की जरूरत है।
राहुल को शहजादा संबोधित करने पर कांग्रेस की आपत्ति का जवाब देते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार कहा कि अगर कांग्रेस वंशवाद को छोड़ दे तब वह राहुल गांधी को शहजादा कहना छोड़ देंगे। मोदी ने यहां हुंकार रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के मित्र बहुत परेशान है कि मोदी शहजादा क्यों कह रहे हैं। उन्हें नींद नहीं आती है। लेकिन मैं पूछता हूं कि शहजादा कहने की नौबत क्यों आई।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जितना कांग्रेस इस वाक्य से अपमानित महसूस कर रही है, उतना ही लोग राजशाही शासन को नापसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस वंशवाद को छोड़ने का वायदा करे, तब मैं शहजादा कहना बंद कर दूंगा। मोदी ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने जीवनभर लोकतंत्र के लिए संघर्ष किया और जेल गए। उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र के चार शत्रु हैं- राजशाही राजनीति, जातपात, साम्प्रदायिक राजनीति और अवसरवाद। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकतंत्र के ये चारों शत्रु बिहार की राजनीति और संप्रग में मौजूद हैं।
बिहार के चंपारण से अंग्रेजों को भगाने का आहवान करने के संबंध में महात्मा गांधी को याद करते हुए मोदी ने देश से कांग्रेस और बिहार से जदयू को उखाड़ फेंकने का वादा करने का लोगों से आह्वान किया। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने भ्रष्टाचार, महंगाई, गरीबी तथा विकास नहीं होने और सुरक्षा की खराब स्थिति के लिए संप्रग सरकार पर निशाना साधा।
मोदी ने कहा कि देश बदलाव चाहता है। सभी ओर कीचड़ उछाला गया है। लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि जिनता कीचड़ आप उछालेंगे, उतना ही कमल खिलेगा। नीतीश पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि उनके विचार अच्छे नहीं है। अपने चाटुकारों की सलाह, जिन्होंने उनसे कांग्रेस से हाथ मिलाने को कहा क्योंकि उनके प्रधानमंत्री बनने का मौका था, वह सपना देखने लगे।
मोदी ने उपस्थित लोगों से पूछा, नीतीश ने न केवल भाजपा को धोखा दिया बल्कि बिहार के लोगों को भी धोखा दिया। यह आपसे विश्वासघात है, क्या ऐसा नहीं है लोगों ने हां में जवाब दिया। गुजरात के मुख्यमंत्री ने बताया कि किस तरह से उनकी पार्टी ने 1999 में अधिक विधायक होने के बादजूद जंगल राज के खात्मे के लिए कुमार के पूर्व दल समता पार्टी के पक्ष में मुख्यमंत्री पद का बलिदान किया था।
मोदी ने कहा कि भाजपा ने मेरे मित्र (नीतीश) के पक्ष में बिहार से जंगल राज के खात्मे के लिए सुशील कुमार मोदी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के अवसर को कुर्बान कर दिया था। उन्होंने कहा कि बिहार से पार्टी के कई नेताओं के बार बार के आग्रह के बावजूद वह राजग की एकता और राज्य की भलाई के लिए बिहार से दूर रहे और भाजपा ने हमेशा एकजुटता का प्रयास किया।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कांग्रेस पर महंगाई का पाप करने का आरोप लगाया जिसके कारण लोगों की कमर टूट गई है। उन्होंने कहा कि योजना आयोग ने रिपोर्ट पेश की है जिसमें कहा गया है कि एक व्यक्ति को 26 रूपये में दो वक्त का खाना मिल सकता है। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या आपको 26 रुपये में दो वक्त का खाना मिल सकता है। 26 रुपये में तो कुछ कप चाय भी नहीं खरीदे जा सकते हैं।
स्वयं को गरीब परिवार से आने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के लोगों को गरीबी के बारे में पता ही नहीं है। लेकिन मैं जानता हूं मैं गरीब परिवार में पैदा हुआ हूं, गरीबी देखी है और जिया है, मैंने रेलवे स्टेशन पर, ट्रेनों में चाय बेचा है, जो लोग ट्रेने में चाय बेचते हैं, वे मंत्री से अधिक रेलवे की समस्या समझ सकते हैं।
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मोदी ने बिहार को दिया स्पेशल आर्थिक पैकेज का आश्वासन
27-10-13 पटना, एजेंसी
पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें स्पेशल आर्थिक पैकेज मिलेगा और इस पैकेज के मिलने में महज 200 दिन बचे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार के लिए 50 हजार करोड़ के आर्थिक पैकेज की मांग करती आ रही है और अगर देश में भाजपा की सरकार बनी तो यह पैकेज बिहार को मिलकर रहेगा।
नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के साथ विश्वासघात किया है और इसकी सजा उन्हें मिलेगी। मोदी ने उनपर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो आदमी जेपी यानी जयप्रकाश नारायण को छोड़ दिया, वह बीजेपी को क्यों नहीं छोड़ेगा।
मोदी ने कहा कि मुसलमानों को हिंदुओं के खिलाफ नहीं, बल्कि गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए और ऐसा तब होकर जब मुसलमान और हिंदू दोनों मिलकर चलेंगे और इस दिशा में काम करेंगे।
नीतीश कुमार पर हमला करते हुए मोदी ने भोजपुरी में भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि बिहार के लोग कुछ अपवादों को छोड़कर अवसरवादी नहीं होते।
भोजपुरी के बाद मोदी ने मैथिली में भाषण देते हुए मिथिला की समस्याओं खासकर बाढ़ का जिक्र किया। उन्होंने बिहार के गौरव का जिक्र किया और कहा कि यह राज्य लोकतंत्र की भी जननी है और इस राज्य ने बड़े बड़े शूरमाओं को पैदा किया।
मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने भी अपना सत्याग्रह बिहार के चंपारण से ही शुरू किया था।
मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले लालू प्रसाद के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उन्होंने उन्हें फोन किया और कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने यादवों को संकेत देते हुए कहा कि कृष्ण के वंशजों का वह खास ख्याल रखेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस समय बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनी थी, उस समय भाजपा के पास जदयू की तुलना में दोगुने विधायक थे, लेकिन भाजपा ने नीतीश को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि बिहार से लालू प्रसार का जंगल राज खत्म करना था।
उन्होंने कहा कि नीतीश और बीजेपी की मिलीजुली सरकार में अगर कुछ मंत्रियों ने राज्य की तरक्की के लिए काम किया, तो वे भाजपा के मंत्री थे।
उन्होंने कहा कि वह भाजपा के स्थानीय नेताओं के आग्रह के बावजूद वह पिछले चुनावों में बिहार आने से मना कर दिया, क्योंकि उन्हें फिक्र इस बात की थी कि कही बिहार में फिर से जंगल राज नहीं आ जाए। वह चाहते थे कि बिहार में सुशासन जारी रहे और नीतीश का नेतृत्व जारी रहे।
मोदी ने कहा कि नीतीश का भाजपा से संबंध तोड़ना विश्वासघात है और इसकी सजा बिहार की जनता उन्हें देगी। उन्होंने लोगों से कहा कि वह इसकी सजा आने वाले चुनाव में संबंधित व्यक्ति को मिलनी चाहिए।
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