कांग्रेस, गांधी परिवार की विवादित संपत्तियों को बचानें की मुहिम पर - अरविन्द सिसोदिया

कांग्रेस, गांधी परिवार की विवादित संपत्तियों को बचानें की मुहिम पर  - अरविन्द सिसोदिया

लगभग 8 साल से विपक्षी भूमिका निभाने में ना कामयाब रही  कांग्रेस अचानक अति सक्रिय है। वह जनता के सामनें कथिततौर पर तो महंगाई और जीएसटी को मुद्दा बता रही है , मगर सब जानते हैं की असली बात क्या है ।

 ईडी नें जब से सोनिया गांधी और राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड संपत्ति घोटाले की पूछताछ शुरू की है , तब से ही कांग्रेस के सारे नेता अपनी नेतृत्व को बचाने के लिए, उपरोक्त विवादित संपत्ति को बचाने के लिए , ईडी को काम करने से रोकने के लिए,ईडी को सबूत इकट्ठा करने से रोकने के लिए, संपत्ति हड़पनें से संबंधित  प्रश्नों के सही जवाब देने से बचने के लिए वह अति सक्रियता से आंदोलित है ।

यूं भी कांग्रेस नेतृत्व हमेशा ही अपने आपको भारत के लोकतंत्र ,भारत के संविधान , भारत के विधान और भारत की व्यवस्थाओं से ऊपर दिखता रहा है। 

वर्तमान में ईडी की कार्यवाही से अपने आप को सुरक्षित करने के लिए, कांग्रेस संसद से लेकर सड़क तक अति सक्रियता है।

  कांग्रेस यह तो कहेगी नहीं कि वह सोनिया,राहुल और विवादित संपत्ति बचानें का दवाब बना रही है  वह जनता से झूठ बोलते हुए यही कहेगी की हम जनता के लिए महंगाई और जीएसटी के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे हैं । मगर सच्चाई यह है कि वह इस लड़ाई , इस जोरदार और आक्रामक तरीके के प्रदर्शन से कुल मिलाकर के ईडी को उसकी कार्रवाई करने से रोकने के लिए केंद्र सरकार से लेकर ईडी के अधिकारियों तक पर दबाव बनाने की राजनीति कर रही है ।

यह बात सबको समझ में आती है कि कुल मिलाकर के वर्तमान में जो कांग्रेस का धरना प्रदर्शन अराजकता देखने को मिल रही है सारी की सारी कांग्रेस के नेतृत्व अर्थात गांधी परिवार कांग्रेस की जो  विवादित संपत्ति ईडी में अपने प्रकरण में ले रखी है उसे बचाने की मुहिम मात्र है।

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