हिन्दू समस्याओं पर नहीं बोलनें से विपक्ष बुरी तरह हारेगा -अरविन्द सिसौदिया
हिन्दू समस्याओं पर नहीं बोलनें से विपक्ष बुरी तरह हारेगा -अरविन्द सिसौदिया
वर्तमान में उत्तरप्रदेश में हुये विधानसभा के आम चुनावों में 80 प्रतिशत बनाम 20 प्रतिशत का नारा चला और लम्बे समय बाद प्रखर हिन्दुत्ववादी योगी की सरकार लगातार पुनः सत्ता में आई। इसी के साथ जो अन्य प्रदेशों में भी हिन्दुत्ववादी सरकारें ही बनीं । पंजाब में भी नाम भले ही “आम आदमी पार्टी“ का हो मगर वहां भी अपरोक्ष धार्मिक कार्ड खालिस्तानवाद से ही कांग्रेस को हराया गया है। देश में अब मुद्दा सम्प्रदाय बनता जा रहा है। यह पूरे विश्व में भी हो रहा है।
भारत हजारों लाखों वर्षों से हिन्दू देश है,हिन्दुकुश पर्वत से लेकर हिन्द महासागर तक की विशाल संस्कृति और सभ्यता हिन्दू कहलाती है। यह जीवन पद्धती भी है और धर्म भी है। धर्म मूलतः ईश्वर के द्वारा मानव सभ्यता को धारण करवाई गई मानवतापूर्ण जीवन पद्यती को ही कहते हैं। सभी पुरातन तर्क और तथ्य भारत को हिन्दू राष्ट्र ही मानते हैं और घोषित करते है । समय - समय पर मानी गई बेमानी बातों का स्थाई अस्तित्व कभी नहीं होता, समय के साथे वे लहर की तरह उठ कर डूब जातीं है। भारत हिन्दुओं का ही आदि स्थान है।
भारत में कांग्रेस के द्वारा जो साम्प्रदायिक उकसावे की राजनीति प्रारम्भ करवाई गई वह कहीं न कहीं नासूर बन कर देश को दंगों की आग में धकेलनें वाली रही है। जब कोई दल संघर्ष करनें के लिये सड़कों पर उतरनें का आव्हान करता है तब वह यह भूल जाता है कि लगाई आग काबू में कैसे रहेगी और उसे बुझा कैसे पायेंगे। इस समय मुख्यरूप से कांग्रेस साम्प्रदायिक आग लगानें का कोई भी मौका नहीं चूक रही है। जहां भी हिन्दू प्रश्न खड़े होते है। वहां कांग्रेस सहित मुस्लिम वोट लेनें वाली ज्यादातर पार्टियां खामोश रहतीं हैं। जब हिन्दू पूछता है कि आपकी पार्टी नें हिन्दू के लिये क्या किया तो विपक्ष चुप रह जाता है।
2024 के आम चुनाव में हिन्दू मसले उठेंगे, इसलिये भी उठेंगे कि लगातार हिन्दू को ठगा गया, उसे उसके देश में ही धमकाया जा रहा है। तब विपक्ष के तमाम प्रधानमंत्री मटेरियल क्या जबाव देंगे ! क्या कोई विपक्ष का प्रधानमंत्री मटेरियल मुस्लिम कट्टरपंथ के खिलाफ बोल पायेगा? जब वह बोल ही नहीं पायेगा तो वोट कैसे पायेगा ?? अब जागा हुआ हिन्दू जबाव मांग रहा है।
वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अतिरिक्त अन्य कोई भी पीएम मटेरियल बनें विपक्षी दलों के राजनेता हिन्दू यक्ष प्रश्नों पर बोल ही नहीं सकते ! क्यों कि उनकी निर्भरता ही मुस्लिम वोट बैंक है। सिर्फ हिन्दू वोट बैंक के आधार पर बोलनें की, कुछ कहनें की ताकत है तो वह मात्र भाजपा पर ही है। बांकी दल हिन्दू प्रश्नों पर बगलें छांकेंगे । यही वह निर्णायक मुद्दा होगा जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पुनः सत्ता में लायेगा और विपक्ष की हार का कारण बनेगा। क्यों कि विपक्ष मुस्लिम वोट हांसिल करनें की रणनीति पर काम करता है तो भाजपा हिन्दू वोट लेनें की रणनीति पर काम करती है।
हलांकी भाजपा मुख्यतौर पर राष्ट्रवादी दल है, नेशन फस्ट भाजपा का नारा है। किन्तु देश के आंतरिक हालात हिन्दू - मुस्लिम विभाजन को बडा रहे है। पत्थरबाजी जिहाद, लव जिहाद, जिहादी गतिविधियां, सर तन से जुदा आदि आदि अनेकों इस तरह के मसले निकल आये हैं कि हिन्दू को मोदीजी और भाजपा को ही वोट देना पड़ेगा। क्यों कि इन मसलों पर विपक्ष का मुंह खुल ही नहीं सकता।
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