शैलजा और विक्रमादित्य के अलगाव से कांग्रेस को नुकसान - अरविन्द सिसोदिया

शैलजा और विक्रमादित्य के अलगाव से कांग्रेस को नुकसान - अरविन्द सिसोदिया

विक्रमादित्य और कुमारी शैलजा क्या कांग्रेस में रह पाएंगे ? 

हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र एवं वर्तमान कांग्रेस की सुख्खू राज्य सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह नें कांग्रेस हाईकमान की अवेहलना कर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के लोकार्पण समारोह में भाग लिया और हाल ही में दुकानों पर मालिक और कर्मचारियों के नाम लिखे जानें का पक्ष लिया और उनके विचारों से राज्य की कांग्रेस सरकार नें पल्ला झाड़ लिया । इस तरह से यह उनका अपमान किया जाना ही है । इससे लगता है कि हिमाचल कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है । 

हरियाणा में भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्रसिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच विरोधाभास चल रहा है । शैलजा चुनाव प्रचार में भी नहीं उतरीं, उनके अपमान को लेकर पूरे हरियाणा में आयोजन हुये है। अब वे राहुल गांधी के साथ मंच पर दिखीं किन्तु कांग्रेस के वोट में मानसिक विभाजन तो इस विरोधावास के दौरान हो चुका है। इससे हरियाणा कांग्रेस कमजोर हुई है । क्योंकि हरियाणा में जो अनुसूचित जाति वर्ग का वोट बैंक है उसका कांग्रेस से छिटकाव होगा ।

मत भिन्नता भी अपने आप में अलगाव होता है। विक्रमादित्य और शैलजा दोनों ही कांग्रेस के बड़े नाम हैं । इनके अलगाव से कांग्रेस इन प्रदर्शों में कमजोर तो होगी ही ।

Congress will suffer due to the separation of Shailja and Vikramaditya - Arvind Sisodia

Will Vikramaditya and Kumari Shailja be able to stay in Congress?

In Himachal Pradesh, Vikramaditya Singh, son of the former Chief Minister and minister in the current Congress-led Sukhu state government, disobeyed the Congress high command and participated in the inauguration ceremony of the Shri Ram Janmabhoomi temple in Ayodhya and recently supported the writing of the names of the owners and employees on the shops and the Congress government of the state distanced itself from his views. In this way, it is an insult to him. This shows that all is not well in the Himachal Congress.

In Haryana too, there is a conflict going on between senior Congress leader Bhupendra Singh Hooda and Kumari Shailja. Shailja did not even campaign for the elections, events have been organized all over Haryana regarding her insult. Now she was seen on the stage with Rahul Gandhi, but a mental division in the Congress vote has already happened during this conflict. Due to this, Haryana Congress has become weak. Because the vote bank of the Scheduled Castes in Haryana will split from the Congress.

Difference of opinion is also a split in itself. Vikramaditya and Shailaja are both big names in the Congress. Their split will definitely weaken the Congress in these demonstrations.

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