प्रसाद की पवित्रता भंग करने की साजिश का खुलासा हो - अरविन्द सिसोदिया prsadam men charvi
प्रसाद की पवित्रता भंग करने की साजिश का खुलासा हो - अरविन्द सिसोदिया
देश में दंगे करवाये जाने की सुनियोजित योजना पर काम कर रहीं विदेशी ताकतों के षडयन्त्रों के कारण , देश अब फिर से सीधी कार्यवाही जैसी अराजक परिस्थिति की ओर बढ़ रहा है । पहले लव जेहाद का नाम सुनते थे , अब ये अनेक प्रकार का हो गया है , जमीन अतिक्रमण जेहाद , जनसंख्या बढ़ाओ जेहाद, एक मुश्त वोट डालो जेहाद, पत्थरबाजी करो जेहाद , थूक - पेशाब मिलाओ जेहाद, रेल पटरी से उतारो जेहाद और अब ताजा ताजा प्रसाद में अपवित्रता उतपन्न करो जेहाद !
लगता है सुनियोजित तरीके से हिंदुओं पर आक्रमण हो रहा है और सरकारों का गुप्तचर तन्त्र पूरी तरह फैल हो चुका है । या यूं मानिए सरकारों ने गुप्तचर व्यवस्था को पंगु कर दिया है ।
साढ़े सत्रह लाख साल पहले भगवान राम के रामराज्य में जनता के बारे में एक व्यक्ति क्या राय रखता है , इसकी खबर राजा को होती है । अब तो संसाधन लाखों गुणा अग्रणी हो गए हैं । जनता में व्याप्त अच्छा बुरा राजा तक पहुंचना चाहिए , यदि नहीं पहुंच रहा तो शासन में भी दोष है ।
प्रसादम को अपवित्र करने के षड़यंत्र की जांच जो भी है प्रथम दृष्टया जगनमोहन रेड्डी सरकार जिसने तमिलनाडु की कंपनी को बिना जाने समझे जांचे घी सप्लाई का ठेका दिया वह दोषी है ।
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तिरुपति बालाजी प्रसादम में चर्बी की मिलावट : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश सरकार से मांगी रिपोर्ट
Sep 20, 2024,
नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में कथित पशु चर्बी और अन्य तामसिक पदार्थों की मिलावट के मामले में आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब की है।
शुक्रवार को मीडिया द्वारा इस मामले पर सवाल पूछे जाने पर नड्डा ने कहा कि उन्हें डिजिटल मीडिया के माध्यम से इस विवाद के बारे में जानकारी मिली है, जिसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से इस पर विस्तृत जानकारी मांगी है।
जेपी नड्डा ने कहा, “डिजिटल मीडिया के जरिए जानकारी मिली कि तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में पशु चर्बी और अन्य अवांछनीय पदार्थों की मिलावट का आरोप है। इस संबंध में हमने आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब की है और साथ ही मिलावट की पुष्टि करने वाली लैब जांच रिपोर्ट भी मांगी है।”
नड्डा ने आगे कहा कि स्थानीय फूड रेगुलेटर से भी इस मामले में रिपोर्ट की मांग की गई है।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और यदि आरोपों की पुष्टि होती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नड्डा ने कहा- “यह एक गंभीर मामला है और हमारी सरकार इसे पूरी गंभीरता से ले रही है। अगर मिलावट के आरोप सही साबित होते हैं, तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा”।
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में पशु चर्बी की मिलावट के आरोपों से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, और इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस मामले की जांच शुरू हो चुकी है और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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तिरुपति बालाजी में 50 साल से घी देने वाले ने क्यों किया था सप्लाई से इनकार, किसे मिला था इसका नया ठेका?
तिरुपति बालाजी के लड्डू को लेकर देश में खलबली मची हुई है। इसी बीच पता चला कि 50 सालों से घी देने वाले से सरकार ने ठेका लेकर कई कंपनियों को इसका ठेका दे दिया था।
Sep 20, 2024,
तिरुपति बालाजी में जानवरों की चर्बी मिलाकर लड्डू बनाने का मामला सामने आने के बाद से आंध्रप्रदेश में काफी बवाल मचा हुआ है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की लैब में जिस सैंपल की जांच हुई, उसमें पाया गया कि प्रसाद के लिए लड्डू बनाने में जिस घी का इस्तेमाल किया गया था उसमें एनिमल फैट था। लड्डू में फिश ऑयल यानी मछली का तेल, बीफ की चर्बी के अंश मिले हैं। इसमें कुछ मात्रा में लार्ड भी मिला है। लैब रिपोर्ट में साफ साफ लिखा है कि प्रसादम का लड्डू बनाने में शुद्ध घी की जगह एनिमल फैट का इस्तेमाल किया गया। इस पर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने में लगी हुई हैं।
50 साल से सप्लाई करने वाले से नहीं लिया गया घी -
इसी बीच इंडिया टीवी की टीम यह जानने पहुंची ये लड्डू कौन बनाता है और कैसे बनाता है? मिली जानकारी के मुताबिक, तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम ट्रस्ट हर दिन 3.50 लाख लड्डू बनते हैं। इन लड्डुओं को करीबन 200 ब्राह्मण मिलकर बनाते हैं। इसके लिए जुलाई 2023 से पहले तिरुपति मंदिर में कर्नाटक कॉपरेटिव मिल्क फेडरेशन घी सप्लाई करता था। यह कंपनी करीबन 50 सालों से घी की सप्लाई कर रही थी।
दिया गया 5 कंपनियों को ठेका -
वहीं, कर्नाटक कॉपरेटिव मिल्क फेडरेशन से घी सप्लाई का ठेके को लेकर जब बात की गई तो पता चला कि सरकार उन्हें काफी कम पैसे दे रही थी। इसके बाद जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने जुलाई 2023 घी सप्लाई का ठेके के लिए टेंडर निकाला, जिसमें 5 कंपनियों ने भाग लिया। इन पांच कंपनियों में से एक तमिलनाडु की एक कंपनी AR डेयरी एंड एग्रो फूड्स ने 320 रुपये लीटर घी देने का टेंडर दिया उसका टेंडर स्वीकार कर लिया गया। इसी कंपनी ने टोटल 10 टैंकर्स घी सप्लाई किया जिनमें से 6 इस्तेमाल किया गया और इसी घी से लड्डू बन रहे थे। अब इसी में जानवर की चर्बी मिली है, जिसे लेकर अब बीजेपी भी पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी पर हमलावर है और जगन मोहन रेड्डी पर हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा रही है। हालांकि इससे पहले ऐसा कोई भी खुलासे सामने नहीं आए।
बीजेपी ने बोला हमला -
बीजेपी MLA टी राजा सिंह ने कहा कि जगनमोहन रेड्डी की जब सरकार थी तो उसकी सरकार के समय पर हमारे धर्म को अपवित्र करने का षडयंत्र किया गया तो आज वो सामने आ रहा है चंद्रबाबू नायडू जी की TDP की सरकार बनने के बाद में उस षडयंत्र को उजागर करने का प्रयत्न किया गया है। जगनमोहन रेड्डी की सरकार के समय पर बीफ ऑयल यानि गाय भैस की जो चर्बी होती है उसका ऑयल निकालकर उस लड्डू में मिलाया रहा था।
नायडू ने लगाए गंभीर आरोप -
तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम को लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को आरोप लगाया कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने पवित्र मिठाई तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया। हालांकि जगनमोहन की पार्टी YSRCP इसे राजनीतिक षडयंत्र बता रही है।
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