उच्च राजनीति के लिये सेना का अनुभव अनिवार्य किया जाये - अरविन्द सिसौदिया higher politics experience of army

 



उच्च राजनीति के लिये सेना में रहते हुय सीमा पर पांच साल रहने का अनुभव अनिवार्य किया जाये - अरविन्द सिसौदिया

इजराईल पर पहला हमला आतंकी संगठन किया और बांगलादेश में विद्रोह के पीछे भी कटृर आतंकी संगठन की भूमिका थी। विश्व के अन्य विकसित देशों में भी आतंक से जुडाव रखने वाले नागरिकों की भूमिका और हुड़दंग सर्वविदित है। अमेरिका सहित तमाम यूरोप में हिंदुओं पर आक्रमण कई गुना बड़े हैं ।  यह सब इस बात की आवश्यकता दर्ज कर रहीं हैं कि अब भारत की राजनीति में सैन्य शक्ति की भरपूर समझ के राजनेताओं की आवश्यकता है। इस मामले में प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी, इन्दिरा गांधी जी , अटलबिहारी वाजपेयी जी और नरेन्द्र मोदी जी ही कसौटी पर खरे उतरे हैं।

अब जरूरत इस बात की है कि प्रत्येक नागरिक को आत्म रक्षा की समझ हो और राजनीति में सैन्य अनुभव वाले राजनेता हों। इसलिये भारत सरकार को चुनाव सुधार करते हुये, लोकसभा और राज्यसभा में सांसद चुने जानें की मुख्य शर्त के रूप में यह प्रावधान करना चाहिये कि जिस व्यक्ति को सेना में सीमा पर रहने का 5 साल का सक्रीय अनुभव हो वही, चुनाव लड कर सांसद बन सकेगा। 

यह कोई नई बात नहीं है भारत के सांसक्ृतिक इतिहास में लगभग प्रत्येक हिन्दू शासक वही हुआ है जिसे स्वंय युद्ध कौशल का ज्ञान था। हिन्दू संस्कृति में तो शिक्षा ही युद्ध कला की दी जाती थी। चाहे भगवान राम का युग रहा हो, चाहे लव कुश के द्धारा अयोद्धया की सेना को पराजित करना रहा हो। चाहे कृष्ण युग रहा हो या पाण्डवों की शिक्षा रही हो। 

यूं भी इस सृष्टि का नियम ही यही है कि जो बलशाली होता है वही जीतता है। हमारे तो सभी देवी देवता युद्ध विजेता ही है। सभी के हाथों में अस्त्र शस्त्र हैं। इसलिये भारत सरकार को उच्च राजनीति में सेना में रह कर सीमा पर रहने का पांच साल कर अनुभव अनिवार्य किया जाये। 

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For higher politics, experience of serving in the army for five years on the border should be made mandatory - Arvind Sisodia


The first attack on Israel was carried out by a terrorist organization and behind the rebellion in Bangladesh, a hardcore terrorist organization also played a role. In other developed countries of the world, the role of citizens having links with terrorism is well known. All this is registering the need that now in Indian politics, politicians with full understanding of military power are needed. In this matter, only Prime Minister Lal Bahadur Shastri, Indira Gandhi, Atal Bihari Vajpayee and Narendra Modi have passed the test.


Now the need is that every citizen should have the understanding of self-defense and there should be politicians with military experience in politics. Therefore, while making electoral reforms, the Government of India should make a provision as the main condition for being elected as an MP in Lok Sabha and Rajya Sabha that only the person who has 5 years of active experience of serving on the border in the army will be able to contest elections and become an MP.


This is not a new thing. In the cultural history of India, almost every Hindu ruler has been the one who himself had knowledge of war skills. In Hindu culture, education of the art of war was given. Be it the era of Lord Rama, or the defeat of Ayodhya's army by Luv Kush, or the era of Krishna or the education of the Pandavas.


Anyway, the rule of this universe is that the one who is strong wins. All our gods and goddesses are war winners. Everyone has weapons in their hands. Therefore, the Government of India should make it mandatory for people in high politics to have five years of experience in the army and on the border.


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