आप पार्टी को कांग्रेस विरोध से ही फायदा मिलेगा - अरविन्द सिसोदिया AAP Arvind kejriwal
आप पार्टी को कांग्रेस विरोध से ही फायदा मिलेगा - अरविन्द सिसोदिया ( राजनैतिक विश्लेषक )
आप पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल को जमानत मिल गई है उन्हें जमानत में कोई छूट नहीं मिली है बल्कि एक मुजरिम पर जो भी शर्तें लगाईं जातीं हरण वे सभी लगाईं गईं हैँ । वे मुख्यमंत्री के रूप में न्यायपालिका नें अपरोक्ष अस्वीकार कर दिए गए हैं । न वे मुख्यमंत्री कार्यालय जा सकते , न सचिवालय जा सकते और न मुख्यमंत्री के रूपमें हस्ताक्षर कर सकते । इससे आप पार्टी को भारी नुकसान होगा । अर्थात राजनैतिक फायदा नजर नहीं आरहा है ।
अभी तक आप पार्टी को कांग्रेस विरोध पर ही बड़ा फायदा मिला है , क्योंकि आप को जो वोट बैंक है वही कांग्रेस का वोट बैंक है । दिल्ली और पंजाब में आप पार्टी कांग्रेस का वोट बैंक तोड़ कर ही सत्ता में आई है ।
आप पार्टी को तभी फायदा होगा जब वह कांग्रेस के विरुद्ध खुल कर बोले , किन्तु अभी उनके नेता सिर्फ भाजपा के विरुद्ध ही बोलते हैं और बकबास पूर्ण बोलते हैं । इससे आप पार्टी को कोई फायदा नहीं होता ।
एक समय था तब अरविन्द केजरीवाल , मनीष सिसोदिया, संजय सिंह आदि परिवाद और भ्र्रष्टाचार पर जम कर बोलते थे , जनता उन्हें पसंद भी करती थी । आप पार्टी को तभी फायदा होगा जब वह कांग्रेस को बहुआयामी विरोध करेगी । हरियाणा में जाति की राजनीति ही हमेशा चलती है , केजरीवाल उस जाती के नहीं हैं जिसका असर हरियाणा की राजनीति में है । इसलिए आप पार्टी को बहुत कुछ मिलता नहीं दिख रहा है ।
आप पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल को जमानत मिल गई है उन्हें जमानत में कोई छूट नहीं मिली है बल्कि एक मुजरिम पर जो भी शर्तें लगाईं जातीं हरण वे सभी लगाईं गईं हैँ । वे मुख्यमंत्री के रूप में न्यायपालिका नें अपरोक्ष अस्वीकार कर दिए गए हैं । न वे मुख्यमंत्री कार्यालय जा सकते , न सचिवालय जा सकते और न मुख्यमंत्री के रूपमें हस्ताक्षर कर सकते । इससे आप पार्टी को भारी नुकसान होगा । अर्थात राजनैतिक फायदा नजर नहीं आरहा है ।
अभी तक आप पार्टी को कांग्रेस विरोध पर ही बड़ा फायदा मिला है , क्योंकि आप को जो वोट बैंक है वही कांग्रेस का वोट बैंक है । दिल्ली और पंजाब में आप पार्टी कांग्रेस का वोट बैंक तोड़ कर ही सत्ता में आई है ।
आप पार्टी को तभी फायदा होगा जब वह कांग्रेस के विरुद्ध खुल कर बोले , किन्तु अभी उनके नेता सिर्फ भाजपा के विरुद्ध ही बोलते हैं और बकबास पूर्ण बोलते हैं । इससे आप पार्टी को कोई फायदा नहीं होता ।
एक समय था तब अरविन्द केजरीवाल , मनीष सिसोदिया, संजय सिंह आदि परिवाद और भ्र्रष्टाचार पर जम कर बोलते थे , जनता उन्हें पसंद भी करती थी । आप पार्टी को तभी फायदा होगा जब वह कांग्रेस को बहुआयामी विरोध करेगी । हरियाणा में जाति की राजनीति ही हमेशा चलती है , केजरीवाल उस जाती के नहीं हैं जिसका असर हरियाणा की राजनीति में है । इसलिए आप पार्टी को बहुत कुछ मिलता नहीं दिख रहा है ।
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