भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राजनीतिक सफर...


बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बने अमित शाह

आईबीएन-7 | Jul 09, 2014

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खासमखास अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं। बीजेपी दफ्तर में हुई पार्टी की संसदीय दल की बैठक में सर्वसम्मति से अमित शाह के नाम पर मुहर लगाई गई। बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के कई बड़े नेता मंच पर आए और राजनाथ सिंह ने अमित शाह को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने का ऐलान किया। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और दूसरे नेता मौजूद थे। सबने मिठाई खिलाकर अमित शाह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की बधाई दी।

डेढ़ साल के लिए बनेंगे अध्यक्ष!
हाल के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी मिली चमत्कारिक सफलता का श्रेय पार्टी प्रभारी रहे अमित शाह को ही दिया जाता है। अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास सिपहसालार हैं जिन्होंने लोकसभा चुनाव में यूपी को पूरी तरह भगवा रंग में रंग डाला। पार्टी ने भी इनाम के तौर पर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। हांलाकि जेपी नेड्डा और ओ.पी.माथुर जैसे दिग्गजों का नाम भी था, लेकिन जीत अमित शाह की ही हुई।

लोकसभा चुनाव में योगदान
पिछले दो लोकसभा चुनावों में दस सीटों पर अटकी बीजेपी को यूपी में इस बार 71 सीटें मिली हैं। अमित शाह ने अपने सांगठनिक कौशल से सुस्त पड़े पार्टी कार्यकर्ताओं में जान फूंक दी। उन्होंने हर गांव तक मोदी की लहर पहुंचाकर सामाजिक समीकरणों की स्थापित दीवारों को तोड़ दिया। हांलाकि बिजनौर की एक सभा में भड़काऊ भाषण देने के आरोप पर निर्वाचन आयोग ने उनकी सार्वजनिक सभाओं पर प्रतिबंध भी लगाया, लेकिन जल्द ही उन्हें क्लीनचिट मिल गई।

2003 में गुजरात के गृहमंत्री बने
1964 में एक कारोबारी परिवार में जन्मे अमित शाह ने बीएससी करने के बाद कुछ दिन स्टॉकब्रोकर का काम भी किया था। राजनीतिक सक्रियता की शुरुआत उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर की थी। अमित शाह ने 1997 से लगातार पांच बार गुजरात विधानसभा के लिए चुने गये। मोदी ने 2003 में अमित शाह को गुजरात का गृहराज्यमंत्री बनाया।

http://www.jagran.com

अमित शाह का गुजरात से दिल्ली तक का सफर

Wednesday,Jul 09,2014
नई दिल्ली। गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश में अपने सांगठनिक एवं प्रबंधकीय क्षमता का बेहतर प्रदर्शन कर भाजपा में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब रहे अमित शाह को अब पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जीवन परिचय :
अमित शाह का पूरा नाम अमित अनिलचंद्र शाह है। इनका जन्म शिकागो में व्यवसायी अनिलचंद्र शाह के घर [मुंबई] 1964 में हुआ। अमित शाह ने बॉयोकेमेस्ट्री में बीएससी तक शिक्षा हासिल की। बाद में वह अपने पिता के व्यवसाय से जुड़ गए। आगे चलकर उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से भाजपा में प्रवेश किया। उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में विशेष आमंत्रित सदस्य भी बनाया गया।

राजनीतिक सफर :
कुछ समय तक उन्होंने स्टॉक ब्रोकर का भी कार्य किया। उसी दौरान वह आरएसएस से जुड़ गए और साथ ही भाजपा के सक्रिय सदस्य भी बन गए। इसी दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी गांधीनगर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उस समय ही अमित शाह उनके करीब आए और गांधीनगर क्षेत्र में चुनाव में आडवाणी के साथ चुनाव प्रचार किया।

शाह गुजरात स्टेट चेस एसोसिएशन के अध्यक्ष और गुजरात राज्य क्रिकेट एसासिएशन के उपाध्यक्ष भी रहे। गुजरात के पूर्व गृहमंत्री तथा लालकृष्ण आडवाणी के सबसे करीबी माने जाते थे। गुजरात के सबसे चर्चित अमित शाह , गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी सबसे चहेते माने जाते हैं।

उपलब्धियां :
अमित शाह सबसे कम्र उम्र के गुजरात स्टेट फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष बने। इसके बाद वे अहमदाबाद जिला को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रहे। 2003 में जब गुजरात में दोबारा नरेंद्र मोदी की सरकार बनी, तब उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया और गृह मंत्रालय सहित कई जिम्मेदारियां सौंपीं। उसके बाद अमित शाह बहुत ही जल्द नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी बन गए।

अमित शाह अहमदाबाद के सरखेज विधानसभा क्षेत्र से लगातार 4 बार से विधायक हैं। 2002 में जब भाजपा ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य की 182 सीटों में से 126 सीटें जीती तो अमित शाह ने सबसे अधिक [1.58 लाख] वोटों से जीतने का रिकॉर्ड बनाया। अगले चुनाव में उनकी जीत का अंतर बढ़कर 2.35 लाख वोट हो गया।
2004 में केंद्र सरकार द्वारा आतंकवाद की रोकथाम के लिए बनाए गए आतंकवाद निरोधक अधिनियम के बाद अमित शाह ने राज्य विधानसभा में गुजरात कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज क्राइम [संशोधित] बिल पेश किया। हालांकि राज्य विपक्ष ने इस बिल का बहिष्कार किया था।

2008 में अहमदाबाद में हुए बम ब्लास्ट मामले को 21 दिनों के भीतर सुलझाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस बम ब्लास्ट में 56 लोगों की मृत्यु हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे। उन्होंने राज्य में और अधिक बम ब्लास्ट करने के इंडियन मुजाहिदीन के नेटवर्क के मंसूबों को भी नेस्तनाबूत किया था।

अमित शाह उत्तर प्रदेश लोक सभा चुनाव 2014 में भाजपा की जीत के प्रमुख रणनीतिकार और शख्सियत बनकर उभरे। लोकसभा चुनाव के दौरान एक आमसभा में भड़काऊ भाषण का आरोप लगा और चुनाव आयोग ने चुनावी रैली में भाषण देने पर पाबंदी लगाई। लेकिन उसमें भी उन्हें क्लीनचिट मिली। अमित शाह पर भाजपा ने एक बार अपना फिर से अपना विश्वास जताया और उन्हें आज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है।
-----------------

उप्र में बेहतर काम करने का मिला इनाम, अमित शाह बने भाजपा अध्यक्ष


नई दिल्ली, जाब्यू। पिछले डेढ़ महीने के संशय को खत्म करते हुए बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज अमित शाह को पहना दिया गया। पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि अमित शाह को भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का जिम्मा सौंपा गया है।

'दैनिक जागरण' ने पहले ही इसकी जानकारी दी थी कि शाह के नाम पर अंतिम फैसला हो चुका है। फिलहाल शाह पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के वर्तमान काल के बचे हुए समय तक के लिए अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं। बजट सत्र के बाद राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बोर्ड के फैसले पर मुहर लगाई जाएगी।
वैसे शाह को उसी वक्त से भावी अध्यक्ष के तौर पर देखा जा रहा था जब लोकसभा चुनाव में उन्होंने उत्तर प्रदेश से 73 सीटों का तोहफा दिया था। हर स्तर पर उनके नाम को समर्थन मिल चुका था, लेकिन सही वक्त की प्रतीक्षा की जा रही थी। अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद शाह जल्द ही अपनी टीम की घोषणा कर देंगे। कुछ महासचिवों के पद जहां रिक्त हैं वहीं कुछ चेहरे हटाए जा सकते हैं।
दरअसल, शाह के सामने पहली चुनौती के रूप में महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्य होंगे जहां पार्टी दस से पंद्रह वर्षो से सत्ता से बाहर है। लिहाजा, शाह ऐसे लोगों को स्थान देंगे जो पहले दिन से संगठन को मजबूत करने की स्थिति में हों।

टिप्पणियाँ

  1. आपकी इस पोस्ट को ब्लॉग बुलेटिन की आज कि बुलेटिन ब्लॉग बुलेटिन - जन्मदिवस : गुरु दत्त और संजीव कुमार में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

इंडी गठबन्धन तीन टुकड़ों में बंटेगा - अरविन्द सिसोदिया

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism